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ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली 'मिनी क्यूबा' की बॉक्सर पूजा बोहरा की कहानी - Boxer Pooja Bohra profile

भिवानी की रहने वाली महिला बॉक्सर पूजा बोहरा ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कल लिया है. जोर्डन में आयोजित प्रतियोगिता में थाईलैंड की महिला बॉक्सर को हराकर पूजा ने ओलंपिक का टिकट पक्का किया है. पूजा की इस उपलब्धि पर घर में जश्न का माहौल है.

Boxer Pooja Bohra family bhiwani
Boxer Pooja Bohra family bhiwani
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Published : Mar 9, 2020, 11:44 PM IST

भिवानी: मिनी क्यूबा कहे जाने वाले भिवानी की बेटी पूजा बोहरा ने अपने मुक्के का दम दिखाते हुए ओलंपिक का टिकट पक्का किया है. उनकी इस उपलब्धि पर उनके घर में जश्न मनाया जा रहा है. पूजा के पिता राजबीर का कहना है कि पूजा ने उनका नाम रोशन किया है.

उन्हें काफी खुशी है कि उनकी बेटी ने यह मुकाम हासिल किया है. पूजा के पिता का कहना है उन्हे उम्मीद है कि उनकी बेटी अब ओलिंपिक में भी मेडल जीत कर आएगी. वहीं पूजा की बड़ी बहन मोनिका व दीपांशी को भी अपनी बहन पर गर्व और उम्मीद है कि पूजा ओलंपिक में भी मेडल जीत कर देश का नाम रोशन करेंगी.

बॉक्सर पूजा बोहरा के ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने पर घर और गांव में जश्न

ऐसे मिला ओलंपिक का टिकट

बता दें कि पूजा बोहरा ने जोर्डन में आयोजित प्रतियोगिता में थाईलैंड की महिला बॉक्सर को 5-0 से हराकर ये टिकट पक्का किया है. 75 किलोग्राम भारवर्ग में पूजा की टिकट पक्की होने पर अब पूरे देश को उनसे गोल्ड लाने की उम्मीद बंध गई है.

पूजा ने ऐसे शुरू की बॉक्सिंग

पूजा के जीवन और अब तक सफर की बात करें तो पूजा गांव निमड़ीवाली में पैदा हुई थीं. पूजा के पिता पुलिस में एसआई पद से रिटायर्ड हैं. पूजा जब कॉलेज में पढ़ रही थी तो उनकी मुलाकात कोच संजय की पत्नी से हुई थी. इसके बाद पूजा कोच संजय शयोरण के संपर्क में आई और फिर बॉक्सिंग खेलना शुरू कर दिया.

इसके बाद कोच संजय श्योराण ने पूजा को अपनी बेटी मानकर उसकी परवरिश व प्रैक्टिस शुरू की. इसके बाद पूजा ने मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक अपने कई मेडल देश की झोली में डाले. फिलहाल पूजा इंकम टैक्स विभाग में इंस्पेक्टर रैंक की अधिकारी भी हैं.

ये भी पढ़ें- गैंगरेप के फर्जी मामले में महिला गिरफ्तार, साथी एसआई फरार

कभी पिता ने किया था बॉक्सिंग से इनकार

पूजा बोहरा के पिता कहते हैं कि जब उनकी बेटी ने बॉक्सिंग में हाथ आजमाने की बात कही तो उन्होंने मना कर दिया. लेकिन उसके बाद भी पूजा का हौसला नहीं टूटा और उन्होंने बॉक्सिंग खेलना शुरू कर दिया. जिसमें उनके कोच संजय श्योराण ने उनका सबसे ज्यादा साथ दिया.

पूजा बोहरा की उपलब्धियां

पूजा बोहरा की उपलब्धियों की बात करें तो उन्होंने वर्ष 2012 में मंगोलिया में हुई एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था. वर्ष 2014 में कोरिया में हुए एशियन गेम्स कांस्य पदक जीता, वर्ष 2019 में कर्नाटका में हुई एशियन चैंपियन में गोल्ड मेडल मिला. इसके अलावा पूजा बोहरा पांच बार की नेशनल चैंपियन हैं.

मिनी क्यूबा के नाम से मशहूर भिवानी से इस तरह एक और स्टार बॉक्सर का जन्म हो चुका है और पूजा बोहरा ने ओलंपिक का टिकट पक्का कर बड़ा इतिहास भी रच दिया है. भिवानी को अपनी इस लाड़ली पर नाज है और पूरी उम्मीद है कि वो ओलंपिक में गोल्ड जीतकर देश का नाम रोशन करेगी.

ये भी पढ़ें- राज्यसभा चुनाव: तीनों सीटों के लिए उम्मीदवार उतार सकती है बीजेपी

भिवानी: मिनी क्यूबा कहे जाने वाले भिवानी की बेटी पूजा बोहरा ने अपने मुक्के का दम दिखाते हुए ओलंपिक का टिकट पक्का किया है. उनकी इस उपलब्धि पर उनके घर में जश्न मनाया जा रहा है. पूजा के पिता राजबीर का कहना है कि पूजा ने उनका नाम रोशन किया है.

उन्हें काफी खुशी है कि उनकी बेटी ने यह मुकाम हासिल किया है. पूजा के पिता का कहना है उन्हे उम्मीद है कि उनकी बेटी अब ओलिंपिक में भी मेडल जीत कर आएगी. वहीं पूजा की बड़ी बहन मोनिका व दीपांशी को भी अपनी बहन पर गर्व और उम्मीद है कि पूजा ओलंपिक में भी मेडल जीत कर देश का नाम रोशन करेंगी.

बॉक्सर पूजा बोहरा के ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने पर घर और गांव में जश्न

ऐसे मिला ओलंपिक का टिकट

बता दें कि पूजा बोहरा ने जोर्डन में आयोजित प्रतियोगिता में थाईलैंड की महिला बॉक्सर को 5-0 से हराकर ये टिकट पक्का किया है. 75 किलोग्राम भारवर्ग में पूजा की टिकट पक्की होने पर अब पूरे देश को उनसे गोल्ड लाने की उम्मीद बंध गई है.

पूजा ने ऐसे शुरू की बॉक्सिंग

पूजा के जीवन और अब तक सफर की बात करें तो पूजा गांव निमड़ीवाली में पैदा हुई थीं. पूजा के पिता पुलिस में एसआई पद से रिटायर्ड हैं. पूजा जब कॉलेज में पढ़ रही थी तो उनकी मुलाकात कोच संजय की पत्नी से हुई थी. इसके बाद पूजा कोच संजय शयोरण के संपर्क में आई और फिर बॉक्सिंग खेलना शुरू कर दिया.

इसके बाद कोच संजय श्योराण ने पूजा को अपनी बेटी मानकर उसकी परवरिश व प्रैक्टिस शुरू की. इसके बाद पूजा ने मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक अपने कई मेडल देश की झोली में डाले. फिलहाल पूजा इंकम टैक्स विभाग में इंस्पेक्टर रैंक की अधिकारी भी हैं.

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कभी पिता ने किया था बॉक्सिंग से इनकार

पूजा बोहरा के पिता कहते हैं कि जब उनकी बेटी ने बॉक्सिंग में हाथ आजमाने की बात कही तो उन्होंने मना कर दिया. लेकिन उसके बाद भी पूजा का हौसला नहीं टूटा और उन्होंने बॉक्सिंग खेलना शुरू कर दिया. जिसमें उनके कोच संजय श्योराण ने उनका सबसे ज्यादा साथ दिया.

पूजा बोहरा की उपलब्धियां

पूजा बोहरा की उपलब्धियों की बात करें तो उन्होंने वर्ष 2012 में मंगोलिया में हुई एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था. वर्ष 2014 में कोरिया में हुए एशियन गेम्स कांस्य पदक जीता, वर्ष 2019 में कर्नाटका में हुई एशियन चैंपियन में गोल्ड मेडल मिला. इसके अलावा पूजा बोहरा पांच बार की नेशनल चैंपियन हैं.

मिनी क्यूबा के नाम से मशहूर भिवानी से इस तरह एक और स्टार बॉक्सर का जन्म हो चुका है और पूजा बोहरा ने ओलंपिक का टिकट पक्का कर बड़ा इतिहास भी रच दिया है. भिवानी को अपनी इस लाड़ली पर नाज है और पूरी उम्मीद है कि वो ओलंपिक में गोल्ड जीतकर देश का नाम रोशन करेगी.

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