भिवानी: जिले में औद्योगिक इकाइयों, कृषि एवं पशुपालन क्षेत्र में होने वाले उत्पादन का विदेशों में निर्यात कर व्यापार को बढ़ाने को लेकर उपायुक्त अजय कुमार ने उद्योग विभाग के अधिकारियों और औद्योगिक इकाईयों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. बैठक में 2025 तक हर साल 10 प्रतिशत एक्पोर्ट बढ़ाने का लक्ष्य निधार्रित करने बारे रूपरेखा तैयार की गई.
बैठक के दौरान जीएम डीआईसी संदीप कुमार ने उपायुक्त को बताया कि भिवानी में मुख्य रूप से ग्रासिम, हिंदुस्तान गम, जय भारत गम, स्मिक इंडिया, धर्मेश टेक्सटाइल का माल विदेशों में निर्यात होता है. वाणिज्य मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार जिले में वर्ष 2025 तक प्रत्येक वर्ष निर्यात को दस प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया. उन्होंने बताया कि इस बारे में रूपरेखा भी तैयार कर ली गई है. उन्होंने विभाग द्वारा उद्योगों को दी जा रही सब्सिडी की भी जानकारी दी.
इस दौरान उपायुक्त अजय कुमार ने कहा कि भिवानी में हॉस्पिटल फर्नीचर, ग्वार गम, टेक्सटाइल की बड़ी मार्केट हैं. जहां से व्यापार बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं. हमें उन संभावनाओं को तलाशना होगा. उन्होंने कहा कि भिवानी में हॉस्पिटल फर्नीचर को बहुत बड़ी मात्रा में बनाया जाता है. उपायुक्त ने इंडस्ट्रीज विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस उत्पादन की पहचान की जाए. जिससे कि विदेशों में अधिक से अधिक मात्रा में निर्यात किया जा सके.
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इस दौरान उपायुक्त ने उद्योगों के प्रतिनिधियों से उनके सामने आ रही समस्याओं की भी जानकारी ली और उनके समाधान करवाने का आश्वासन दिया. उन्होंने नियमित रूप से सेमिनार आयोजित करने और सामान की टेस्टिंग करने के निर्देश दिए. बैठक के दौरान उपायुक्त ने एलडीएम से भी औद्योगिक इकाईयों को दी जाने वाली ऋण योजना के बारे में भी जरूरी निर्देश दिए.