भिवानी: छोटी काशी भिवानी खेल, रक्षा और प्रशासनिक क्षेत्र में ही नहीं बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी आगे हैं. यहां के लोगों ने अपनी मेहनत और लग्न की बदौलत ही अपना और अपने देश का नाम रोशन किया है. ऐसे ही एक शख्स हैं भिवानी के 30 वर्षीय अंकित गुप्ता, अंकित गुप्ता ने विश्व में सबसे कम उम्र में सिविल एविएशन क्षेत्र में बोइंग 787 का कमांडर बनकर भिवानी ही नहीं, बल्कि देश का नाम रोशन किया है. अंकित गुप्ता से पहले महिलाओं में 30 वर्ष की उम्र में एनी दिव्या कमांडर बन चुकी हैं.
अंकित गुप्ता स्व. मदन मोहन गुप्ता के पुत्र हैं. स्व.मदन मोहन गुप्ता हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड में कम्प्यूटर ब्रांच में अधिकारी थे. उनका एक सड़क हादसे में निधन हो गया था. अंकित गुप्ता की माता श्रीमती सुमन गुप्ता एक इंश्योरेंस कंपनी में अधिकारी रही हैं. उन्होंने बड़ी ही मेहनत से अंकित गुप्ता को इस मुकाम तक पहुंचाया. मात्र 17 साल की उम्र में अंकित गुप्ता ने सिविल एवियशन का प्रशिक्षण रायबरेली के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान एकडेमी से प्राप्त किया.
सिंगापुर में ली बोइंग जहाज ड्रीमलाइनर की ट्रेनिंग
19 साल की आयु में कमर्शियल पायलट लाइसेंस प्राप्त किया और एयर इंडिया में 2009 में बतौर पायलट ज्वाईन किया. 2013 में नई तकनीक के साथ दुनिया में आए 787 बोइंग जहाज ड्रीमलाइनर की ट्रेनिंग उन्होंने सिंगापुर से ली. जोकि दुनिया का बोइंग आधुनिक जहाज है. इसमें 256 यात्री, 12 केबिन कू् मेंबर और 2 कॉकपिट क्रू शामिल रहते हैं.
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इन देशों में सेवा दे चुके हैं अंकित गुप्ता
अंकित गुप्ता अभी तक यूएसए, यूके, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, आस्ट्रिया, यूएई,जापान, हॉंगकॉंग,थाईलैंड, स्वीडन, डेनमार्क, श्रीलंका, कनैडा, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया सहित अनेक देशों में एयर इंडिया के माध्यम से अपनी सेवाएं दे चुके हैं. अंकित गुप्ता अपनी उपलब्धि का श्रेय अपनी माता श्रीमती सुमन गुप्ता को देते हैं. मात्र 30 साल की उम्र में कमांडर बनने वाले अंकित गुप्ता यु