अंबाला: दिवाली को 6 दिन बीतने के बावजूद पटाखों का असर कम होने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं अब पराली भी धड़ल्ले से जलाई जा रही है. जिससें वायु और जहरीली होती जा रही है. यहां सरकारी चेतावनी भी बेअसर होती दिखाई दे रही है. अंबाला पूरी तरह से धुएं की चपेट में है.
प्रदूषण से लोगों को हो रही परेशानी
बात करें अंबाला के एयर क्वालिटी इंडेक्स की तो वो 278 तक जा पहुंचा है, जो लोगों के लिए बहुत हानिकारक है. जिससे लोगों को आंखों में दिक्कत, सांस लेने में परेशानी और खांसी जैसी समस्याएं आने लगी है. जिसकी वजह से अस्पतालों मे भी लोगों का तांता लगा है. डॉक्टरों की सलाह है कि लोग नाक-मुंह ढक कर बाहर निकलें और ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं ताकि प्रदूषण की रोकथाम की जा सके.
अंबाला की हवा में घुला जहर
अंबाला तक पूरा जीटी रोड धुएं की चपेट में है. हालत ये है कि सुबह-शाम विजिबिलिटी कम होने से लोगों को लाइट जलाकर गाड़ियां चलाने पड़ रही हैं. इतना ही नहीं प्रदेश के 16 जिलों में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 300 से ऊपर है, जबकि पानीपत-करनाल व कुरुक्षेत्र में 400 से ऊपर है. अभी तक मिले आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा के गांवों में 5453 जगह पराली जलाई गई है.
जानें किस जिले के कितने गांव में जलाई गई पराली
- अंबाला के 30 गांव शामिल हैं, जहां 143 जगह खेतों में पराली जलाई गई
- भिवानी के 10 गांवों में 23 जग हखेतों में पराली जलाई गई
- फतेहाबाद के 30 गांवों में 1210 जगह खेतों में पराली जलाई गई
- हिसार के 30 गांवों में 189 जगह खेतों में पराली जलाई गई
- झज्जर के 17 गांवों में 31 जगह खेतों में पराली जलाई गई
- जींद के 30 गांवों में 667 जगह खेतों में पराली जलाई गई
- कैथल के 30 गांवों में 666 जगह खेतों में पराली जलाई गई
- करनाल के 30 गांवों में 509 जगह खेतों में पराली जलाई गई
- कुरुक्षेत्र के 30 गांवों में 333 जगह खेतों में पराली जलाई गई
- पलवल के 30 गांवों में 204 जगह खेतों में पराली जलाई गई
- पंचकूला के 12 गांवों में 16 जगह खेतों में पराली जलाई गई
- पानीपत के 25 गांवों में 38 जगह खेतों में पराली जलाई गई
- रोहतक के 24 गांवों में 56 जगह खेतों में पराली जलाई गई
- सिरसा के 30 गांवों में 1121 जगह खेतों में पराली जलाई गई
- सोनीपत के 30 गांवों में 45 जगह खेतों में पराली जलाई गई
- यमुनानगर के 30 गांवों में 96 जगह खेतों में पराली जलाई गई
- चरखी दादरी, फरीदाबाद, महेंद्रगढ़, नूंह व गुरुग्राम के 10 गांव में 10 जगह पराली खेतों में ही जलाई गई
पिछले एक सप्ताह का वायु गुणवत्ता सूचकांक
25 अक्टूबर | 225 |
26 अक्टूबर | 300 |
27 अक्टूबर | 347 |
28 अक्टूबर | 386 |
29 अक्टूबर | 353 |
30 अक्टूबर | 356 |
31 अक्टूबर | 367 |
ये है एक्यूआई के मानक
0-50 | अच्छी |
51-100 | संतोषजनक |
101-200 | औसत |
201-300 | खराब |
301-400 | बेहद खराब |
401-500 | गंभीर |
500 से ज्यादा | खतरनाक |
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