अंबाला: प्रदूषण और पराली से निजात पाने के लिए अंबाला प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है. इसी कड़ी में अंबाला प्रशासन ने किसानों द्वारा पराली को जलाने की बजाय इसका नया समाधान निकाला है. अंबाला प्रशासन ने अब पराली को चारे के रूप में इस्तेमाल करने की शुरुआत की है.
3 ट्रक पराली गौशाला के लिए रवाना
इसी कड़ी में अंबाला के उपायुक्त ने पराली से भरे 3 ट्रकों को गौशाला के लिए रवाना किया. उपायुक्त अंबाला ने अपील की है कि किसान अब पराली को जलाये नहीं क्योंकि किसानों की पराली अब पशुओं का पेट भरने का काम करेगी. पको बता दें कि बिना एक भी पैसा लिए किसानों ने तीन ट्रक पराली प्रशासन को भेजी है.
ईटीवी भारत की टीम ने विशेषज्ञों से बातचीत की
पशुओं को हरे चारे के साथ पराली देना कितना उचित होगा ये जानने के लिए जब ईटीवी भारत की टीम ने विशेषज्ञों से बात की तो उन्होंने बताया कि सूखे चारे की कमी होने पर पराली को सुखाकर कटिंग करने के बाद हरे चारे में मिलाकर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है और इसमें हाई कैल्शियम के साथ प्रोटीन की मात्रा भी भरपूर होती है. पशु विशेषज्ञों ने किसानों से भी अपील की है कि पराली को जलाने की बजाय पशुओं के आहार के रूप में इसका इस्तेमाल करें.
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