चरखी दादरी: जिले के कादमा गांव में लाखों लोगों की आस्था का प्रतीक मानी जाने वाली शीतला माता के भंडारे का आयोजन किया गया. इस दौरान ईनामी कुश्ती प्रतियोगिता का भी आयोजन हुआ, जिसमें दूसरे राज्यों से आए पहलवानों ने दमखम दिखाया.
मेले का आयोजन मेला कमेटी ने किया था. मेले में लगे बाजार में बच्चों के खिलौने, गुब्बारे और साजो सज्जा का सामान बेचा जा रहा था, वहीं बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले भी लगाए गए थे.
मंदिर कमेटी के सदस्य अनूप सिंह ने बताया कि कादमा गांव में पिछले 500 साल से ग्रामीण पूजा कर रहे हैं. माता बीमारियों और अन्य मुसीबतों से भी रक्षा करती है.
उन्होंने बताया कि दाद, खाज, खुजली, मस्से, नेत्र रोग, फोड़ा-फुंसी आदि से पीड़ित लोग माता की कृपा से शीघ्र ठीक हो जाते हैं. माता के मेले में गांव वालों की मदद से दो दिन देसी घी के भंडारे का आयोजन किया जाता है और मां को भोग लगाया जाता है.
शीतला माता के मंदिर में ग्रामीणों ने माथा टेका और घर-परिवार की सुख-शांति की कामना की. हालांकि मेले में दो महिलाएं चेन स्नेचिंग की शिकार भी हुईं.