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फिर लामबंद हो सकते हैं रोडवेज कर्मचारी, निजी बसों को परमिट देने का विरोध

निजी बसों को हरियाणा सरकार द्वारा परमिट दिए जाने के फैसले पर रोडवेज कर्मचारियों ने आपत्ति जताई है. इन परमिटों को लेकर सरकार ने विजिलेंस जांच के आदेश दिए थे. इस जांच से रोडवेज कर्मचारी खुश नहीं.

हरियाणा रोडवेज कर्मचारी यूनियन अध्यक्ष वीरेंद्र धनकड़
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Published : Jun 6, 2019, 8:57 PM IST

रोहतक: निजी बसों को हरियाणा सरकार द्वारा परमिट दिए जाने के फैसले से रोडवेज कर्मचारी नाखुश हैं. रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार पर रोडवेज के निजीकरण का आरोप लगाया है.

हरियाणा रोडवेज कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष वीरेंद्र धनकड़ ने कहा कि हरियाणा सरकार विभाग को निजीकरण की ओर धकेलना चाहती है. सरकार द्वारा कराई गई विजिलेंस जांच से रोडवेज कर्मचारी खुश नहीं हैं. और उनकी मांग है कि निजी परमिट देने के फैसले की जांच सीबीआई या हाई कोर्ट के सिटिंग जज से होनी चाहिए. इसके अलावा वीरेंद्र धनकड़ ने परिवहन विभाग में 14000 सरकारी साधनों के कमी की बात कही.

यूनियन के अध्यक्ष वीरेंद्र धनकड़ की प्रेस वार्ता

इसके साथ ही मांगे पूरी नहीं होने पर 22 जून को कुरुक्षेत्र में होने वाले राज्य स्तरीय सम्मेलन में बड़े आंदोलन का एलान करने को कहा.

रोहतक: निजी बसों को हरियाणा सरकार द्वारा परमिट दिए जाने के फैसले से रोडवेज कर्मचारी नाखुश हैं. रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार पर रोडवेज के निजीकरण का आरोप लगाया है.

हरियाणा रोडवेज कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष वीरेंद्र धनकड़ ने कहा कि हरियाणा सरकार विभाग को निजीकरण की ओर धकेलना चाहती है. सरकार द्वारा कराई गई विजिलेंस जांच से रोडवेज कर्मचारी खुश नहीं हैं. और उनकी मांग है कि निजी परमिट देने के फैसले की जांच सीबीआई या हाई कोर्ट के सिटिंग जज से होनी चाहिए. इसके अलावा वीरेंद्र धनकड़ ने परिवहन विभाग में 14000 सरकारी साधनों के कमी की बात कही.

यूनियन के अध्यक्ष वीरेंद्र धनकड़ की प्रेस वार्ता

इसके साथ ही मांगे पूरी नहीं होने पर 22 जून को कुरुक्षेत्र में होने वाले राज्य स्तरीय सम्मेलन में बड़े आंदोलन का एलान करने को कहा.

Intro:निजी बसों को हरियाणा सरकार द्वारा परमिट दिए जाने के फैसले पर जहां हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने धांधली व विभाग को निजीकरण की ओर धकेलने का आरोप लगाकर आंदोलन कीए है वहीं हरियाणा सरकार ने इन परमिटों को लेकर विजिलेंस जांच के आदेश दिए थे लेकिन रोडवेज के कर्मचारी विजिलेंस की जांच से खुश नहीं है इसलिए रोहतक में रोडवेज यूनियन की प्रदेश स्तरीय बैठक में सरकार द्वारा जांच सीबीआई या हाई कोर्ट के सिटिंग जज से करवाने का फैसला लिया है और ऐसा न करने के चलते आंदोलन करने की घोषणा की है


Body:रोडवेज कर्मचारी यूनियन हरियाणा के अध्यक्ष वीरेंद्र धनकड़ ने कहा है कि हरियाणा सरकार विभाग को निजी करण की ओर धकेलना चाहती है इसलिए निजी परमिट देने जैसे फैसले किए जा रहे हैं विरोध होने पर जांच विजिलेंस द्वारा करवाई जा रही है जो उन्हें मंजूर नहीं इसलिए यूनियन सरकार से मांग करती है कि निजी परमिट देने के फैसले की जांच सीबीआई या हाई कोर्ट के सिटिंग जज से होनी चाहिए


Conclusion:यही नहीं रोडवेज के बेड़े में 14,000 बसों की जरूरत है लेकिन सरकार कोई फैसला नहीं ले रही जिसकी वजह से जनता को परेशानी हो रही है उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगों पर विचार करते हुए सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया तो 22 जून को कुरुक्षेत्र में होने वाले राज्य स्तरीय सम्मेलन के बड़े आंदोलन का एलान किया जाएगा।

बाइट:-वीरेंदर सिंह धनखड़ प्रदेश अध्
यक्ष रोडवेज कर्मचारी यूनियन हरियाणा
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