रोहतकः जिले को पॉलिथीन मुक्त करने को लेकर सरकार ने कई मुहीम चलाई हैं. स्कूली बच्चों से स्लोगन लिखवा कर और विज्ञापन के जरिये लोगों को पॉलिथीन न इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, लेकिन ये मुहिम नाकाफी नजर आ रही है. सब्जी मंडियों और बाजारों में छोटे-छोटे दुकानदारों के पास अभी भी पॉलिथीन में ही सामान मिल रहा है.
लोगों का मानना है कि इस अभियान को सख्ती से चलाने की जरूरत है, केवल जागरूकता से काम चलने वाला नहीं है. अधिकारियों को चालान लगातार काटने पड़ेंगे तब जाकर इस अभियान का असर सामने आएगा.
वहीं कुछ दुकानदारों का कहना है कि सरकार को पॉलिथीन का ऑप्शन खोजना चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि अगर इसके निर्माण पर ही पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया जाए, तो ज्यादा बेहतर रहेगा.
इस मामले में रोहतक जिला उपायुक्त आर एस वर्मा का कहना है कि पॉलिथीन मुक्त हरियाणा को लेकर सरकार की तरफ से मुहिम चलाई गई है. सेमिनार लगाकर, विज्ञापन के जरिये लोगों को समझाया है. कई दुकानदारों के चालान भी काटे गए हैं. लोगों से अपील की है कि पॉलिथीन का प्रयोग न करें.
वहीं बाजारों में पॉलिथीन का प्रयोग अभी भी जारी है. इस पर उपायुक्त का कहना है कि एनजीटी को इस मामले पर रिपोर्ट भेजनी है, उससे पहले सब्जी मंडी जैसी जगहों को पॉलिथीन मुक्त करने की कोशिश की जा रही है.