फ़ाइल-8 नाम-10_04_19 पलवल गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में नहीं मिल रही सुविधा
एंकर- जिला पलवल के सरकारी अस्पतालों में प्रदेश सरकार लाख कोशिशों के वावजूद भी गर्भवती महिलाओं को सुविधाएं नहीं मिल रही है ! ऐसा ही नजारा आज पलवल के गाँव नागल जाट के सरकारी अस्पताल में देखने को मिला जहाँ पर अपनी जाँच करने के लिए आई सैकड़ों गर्भवती महिलाओं को जमीन में निचे बैठकर इलाज के लिए डाक्टर का इन्तजार करना पड़ रहा था लेकिन डाक्टर साहिब आई ही नहीं ! प्रधान मंत्री द्वारा चलाई गई प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना के तहत स्वास्थ्य की जांच कराने आईं गर्भवती महिलाओं निचे बैठना पड़ रहा है और दूसरी तरफ डाक्टर आते ही नहीं हैं ! इन गर्भवती महिलाओं ने कहा की उनको इस अस्पताल में कोई सुविधा नहीं मिल रही है वह हर महीने इसी तरह से निचे बैठकर डाक्टरों का इंतजार करना पड़ रहा है ! अस्पताल में पहुंचे लोगों ने भी कहा की इस अस्पताल का बुरा हाल है क्यों की इस अस्पताल में नहीं तो दवाइयां मिलती हैं और नहीं लोगों का इलाज होता है ! लोगों ने कहा की अस्पताल के डाक्टर दवाइयों को और अस्पताल की दूसरी चीजों को बेच देते हैं ! जिला चिकित्सा अधिकारी डाक्टर प्रदीप शर्मा ने कहा की इस बारे में उन्होंने एक कमेटी बनाई है और अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डाक्टरों को नोटिस जारी कर दिया है और इसकी जाँच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर डाक्टरों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी !
वीओ- आपको बता दें कि पलवल जिले के गाँव नागल जाट के सरकारी में जमीन पर बैठी यह गर्भवती महिलाऐं जो इस अस्पताल में अपने स्वास्थ्य की जाँच कराने के लिए अस्पताल में आई हैं और यह डाक्टरों के इंतजार में बैठी हुई है यह भूखी ,प्यासी सुबह से ही बैठी हुई हैं लेकिन अस्पताल में डाक्टर साहिब ही नहीं आई हैं ! नहीं अस्पताल में कोई पंखे हैं और नहीं इनके लिए बैठने के लिए कोई स्थान है यह बेचारी लाचार , गरीब महिलाऐं हैं जो इतने लम्बे समय से डाक्टर के इंतजार में बैठी हुई हैं अगर यह पैसे वाली महिलाऐं होती तो यह अपनी जाँच किसी निजी बड़े अस्पताल में करवाकर अब तक घर चली जाती लेकिन यह क्या करें यह सभी महिलाऐं सरकारी तंत्र के आगे मजबूर हैं जिस वजह से यह सभी जमीन में बैठकर डाक्टर का इंतजार कर रही हैं !
वीओ-2 आपको बता दें की हर महीने की नौ तारीख को जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना के तहत गर्भवती महिलाओं के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया जाता है, लेकिन शिविरों में आने वाली महिलाओं को न डाक्टर मिलते हैं और न ही उनको सही उपचार मिलता है। भैया ये सरकारी अस्पताल केवल दिखावे के लिए हैं। इनमें न तो इलाज होता है और ही गरीबों की सुनी जाती है। मरीज आते हैं और बिना इलाज व दवाइयों के लौट जाते हैं। यहां कोई सुनने वाला नहीं है।महिलाओं ने कहा की वह सुबह आठ बजे से यहां बैठी हुई हैं, लेकिन अभी तक कोई डाक्टर उनकी जांच करने नहीं आया है। महिलाओं ने कहा की इस अस्पताल में उनके लिए कोई सुविधा नहीं है और नहीं उनके लिए बैठने के लिए कुर्सियां है ओर नहीं पंखे हैं वह भूखी प्यासी इस गर्मी के मोषम में जमीन में निचे बैठकर डाक्टर का इंतजार कर रही हैं लेकिन डाक्टर नहीं आया है ! महिलाओं ने कहा की इस अस्पताल में रोजाना का यही हाल है इसके अंदर डाक्टर ही नहीं आते हैं ! इस प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना के तहत स्वास्थ्य की जांच कराने आईं गर्भवती महिलाओं का। बता दें कि हर महीने की नौ तारीख को जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना के तहत गर्भवती महिलाओं के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया जाता है, लेकिन शिविरों में आने वाली महिलाओं को न डाक्टर मिलते हैं और न ही सही उपचार मिलता है।
बाइट-फ़ाइल-2 में श्रीदेवी गर्भवती महिला
बाइट-फ़ाइल-3 में आरती देवी गर्भवती महिला
बाइट-फ़ाइल-4 में ओमवती महिला
बाइट-फ़ाइल-5 में पिंकी गर्भवती महिला
बाइट- फ़ाइल-6 मेंपूजा देवी गर्भवती महिला
वीओ-इस अस्पताल में दूसरी बिमारियों का इलाज कराने के लिए आए लोगों ने कहा का भी कहना है की वह कई बार इलाज कराने के लिए
आते हैं लेकिन उनको इस अस्पताल में डाक्टर ही नहीं मिलते हैं और कोई स्टाफ होता है तो वह आराम से फोन पर बात करते रहते हैं मरीजों की कोई चिंता नहीं करता है उन्होंने कहा की अस्पताल में नहीं दवाइयां मिलती है क्यों की अस्पताल से दवाइयों को बेचा जाता है और अस्पताल से दूसरी जीचों को भी बेचा जाता है उन्होंने कई बार आकर देखा की कबाड़े की गाड़ियों में सामान लोड होकर जाता है अस्पताल से सामान भी बेचा जाता है ! लोगों ने कहा किन इस अस्पताल का यही हाल है इसने कोई सुनने वाला नहीं है !
बाइट-फ़ाइल-7 में मोहन सिंह बीमार व्यक्ति
वीओ- इस बारे में जब पलवल के जिला सिविल सर्जन डा. प्रदीप शर्मा का कहना है कि नांगल जाट के अस्पताल में मौजूद सभी कर्मचारियों को नोटिस दे दिया है। डाक्टर बीमार थी, लेकिन फिर भी कारण बताओ नोटिस दे दिया है। वहां पीने के पानी की तथा महिलाओं के बैठने के लिए व्यवस्था करने के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा पलवल में भी सभी केंद्रों को नोटिस देकर ड्यूटी ठीक करने के आदेश दिए हैं। लापरवाही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। यह कहना है जिला चिकित्सा अधिकारी का यह बात कहकर अपना पलड़ा झाड़ दिया लेकिन आगे पता चलेगा की क्या उन डाक्टरों के खिलाफ कार्यवाही होती है या नहीं जिन्होंने लापरवाही बरती है !
बाइट-फ़ाइल-8 में पलवल के जिला सिविल सर्जन डा. प्रदीप शर्मा