चंडीगढ़: देश और प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. ताजा मामला चंडीगढ़ से सामने आया है. बताया जा रहा है कि मंगलवार को चंडीगढ़ से उत्तर प्रदेश के लिए दो ट्रेनों को रवाना किया गया था. पहली ट्रेन के रवाना होने के बाद दूसरी ट्रेन करीब 2 से 3 घंटे लेट होने के चलते सैकड़ों प्रवासी मजदूरों को तपती गर्मी के बीच बसों में ही इंतजार करना पड़ा.
बता दें कि प्रवासी मजदूरों के साथ बच्चों और बुजुर्गों को भी तपती गर्मी में परेशानी का सामना करना पड़ा. करीब 7:30 बजे ट्रेन लगने के बाद पर प्रवासी मजदूरों को बसों से नीचे उतार कर ट्रेन में बैठाया गया. बताया जा रहा है कि सैकड़ों प्रवासी मजदूरों को शाम 5 बजे चंडीगढ़ के रेलवे स्टेशन लाया गया था. यहां ट्रेन ना लगने के चलते उन्हें तपती गर्मी में घंटों तक बसों में इंतजार करना पड़ा. बताया जा रहा है कि करीब 30 बसों की सहायता से 1400 प्रवासी मजदूरों को रेलवे स्टेशन लाया गया था.
वहीं जब ईटीवी भारत की टीम ने प्रवासी मजदूरों से बात कि तो उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि ट्रेन के लगने में देरी होने के चलते उन्हें तपती गर्मी में घंटों से इंतजार करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि सबसे अधिक परेशानी बच्चों और बुजुर्गों को उठानी पड़ रही है. उन्होंने बताया कि वो चंडीगढ़ से उत्तर प्रदेश के लखनऊ के लिए जाने वाली ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं.
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गौरतलब है कि मंगलवार को चंडीगढ़ से उत्तर प्रदेश के लिए दोपहर 2 बजे 1600 प्रवासियों को रवाना किया गया था. वहीं प्रवासी मजदूरों की अधिक संख्या होने के चलते चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा 1 अतिरिक्त ट्रेन की मांग की गई. जिसके चलते ट्रेन के लगने में करीब 2 से 3 घंटे की देरी हो गई. और प्रवासी मजदूरों को करीब 3 घंटे तपती गर्मी में परेशान होना पड़ा. बताया जा रहा है कि करीब 8 बजे चंडीगढ़ से दूसरी ट्रेन को उत्तर प्रदेश के लिए रवाना किया गया.