चंडीगढ़: राजस्थान से लगते हरियाणा के कुछ जिलों में टिड्डी दल का खतरा मंडरा रहा है. इससे निपटने के लिए सरकार और प्रशासन भी पुरजोर कोशिश कर रहा है. हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने कृषि विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की. मुख्य सचिव ने सभी अधिकारियों को टिड्डी दल के हमले से निपटने के लिए सभी प्रकार की सावधानियां बरतने और व्यवस्था करने के निर्देश दिए.
कृषि विभाग के पास पर्याप्त दवाएं
मुख्य सचिव ने कहा टिड्डी की निगरानी और नियंत्रण को लेकर सुपरविजन टीमें गठित की गई हैं. टिड्डी दल के हमले को नियंत्रित करने के लिए हैफेड, हरियाणा भूमि सुधार और विकास निगम के माध्यम से कीटनाशकों जैसे क्लोरपायरीफॉस 20%, ईसी और क्लोरपायरीफॉस 50 प्रतिशत का पर्याप्त स्टॉक है. यदि आवश्यक हो, तो किसान इन एजेंसियों से कीटनाशक प्राप्त कर सकते हैं. साथ ही हरियाणा को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
साथ ही मुख्य सचिव ने कहा कि अभी तक टिड्डी दल ने राज्य में प्रवेश नहीं किया है, लेकिन सभी आवश्यक सावधानियों को अमल में लाया जाए. जिसमें ट्रैक्टर माउंटेड छिड़काव सुविधा को सक्रिय करना, टिड्डी नियंत्रण गतिविधियों की निगरानी के लिए एक रिस्पांस टीम का गठन करना शामिल है. इसके साथ ही उपायुक्तों को रिस्पांस टीम के साथ रोजाना बैठक करने को कहा गया, जिससे कि कोई तनाव और अफरा तफरी ना हो.
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व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़े किसान
बैठक में मुख्य सचिव को अवगत कराया गया कि कृषि विभाग के अधिकारी टिड्डी दल की आगे बढ़ने के गति के बारे में जानकारी के लिए लगातार जोधपुर सेंट्रल इंस्टीट्यूट फॉर टिड्डी वॉर्निंग (टिड्डी चेतावनी संगठन) के साथ नियमित संपर्क में हैं. इसके साथ विभाग के अधिकारी भारत सरकार के टिड्डी नियंत्रण संगठनों के साथ भी समन्वय स्थापित किए हुए हैं. साथ ही व्हाट्सएप के जरिए किसानों से भी संपर्क बनाए हुए हैं.