चंडीगढ़: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी बीमारी के खतरे को ध्यान में रखते हुए पंचायतों को फॉगिंग मशीन की खरीदने के लिए फंड देने की बात कही है. उन्होंने बताया कि आगामी मानसून सीजन को देखते हुए बरसात के दिनों में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनहित संभावित बीमारियों की रोकथाम के लिए पंचायतों को फॉगिंग मशीन खरीदने के लिए अलग से फंड जारी किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि जिस प्रकार को कोरोना महामारी के दौरान गांव को सैनिटाइज करने के लिए फंड दिया गया था. उसी प्रकार मलेरिया डेंगू चिकनगुनिया जैसी बीमारी की रोकथाम के लिए पंचायतों को फॉगिंग मशीन खरीद के लिए फंड जारी किया जाएगा. उपमुख्यमंत्री ने बताया कि लॉकडाउन के दौर को सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए एक अवसर के रूप में प्रयोग किया गया है.
उन्होंने बताया कि एमएसएमई उद्योगों पर फोकस किया गया है. इसके लिए अलग से निदेशालय का गठन किया गया है. उन्होंने बताया कि श्रम विभाग द्वारा एमएसएमई पंजीकरण के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे. इसी प्रकार युवाओं के लिए अलग से रोजगार पोर्टल खोला जा रहा है. उन्होंने युवाओं के आग्रह किया कि रोजगार विभाग में अपना पंजीकरण अवश्य कराएं.
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धान की रोपाई पर सरकार द्वारा लगाए प्रतिबंध को लेकर उन्होंने बताया कि ऐसा कोई प्रतिबंध जारी नहीं किया गया है. किसानों को 50% जमीन पर धान ना उगाने के लिए प्रेरित किया है. इसकी आवाज में 7000 रुपये प्रति एकड़ दर से वित्तीय सहायता सरकार की ओर से दी जाएगी.
लॉकडाउन के पांचवें चरण को लेकर चौटाला ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा इस संबंध में जो नए दिशा-निर्देश जारी होंगे, उनका पालन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि चरणबद्ध तरीके से अब वाणिज्य और आर्थिक गतिविधियां सामान्य तौर पर पटरी पर आ रही हैं.