काबुल/नई दिल्ली : अफगानिस्तान में 20 साल की सैन्य उपस्थिति समाप्त हो गई. अमेरिका रक्षा विभाग ने बताया कि अफगानिस्तान छोड़ने वाले आखिरी अमेरिकी सैनिक मेजर जनरल क्रिस डोनह्यू, (Major General Chris Donahue) 30 अगस्त को सी-17 विमान ( C-17 aircraft) में सवार हुए, जो काबुल में अमेरिकी मिशन के अंत का प्रतीक है.'
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अब अफगानिस्तान में अमेरिका की 20 साल की सैन्य उपस्थिति समाप्त हो गई है. वे अपने कमांडरों को अफगानिस्तान से खतरनाक निकासी के लिए धन्यवाद देना चाहते हैं. जैसा कि 31 अगस्त सुबह का समय निर्धारित किया गया था.
जब अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान छोड़ रहे थे तो सबसे आखिर में मेजर जनरल क्रिस डोनह्यू विमान पर सवार हुए.
अमेरिका ने अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को पूरी तरह निकाल लिया है. यूएस जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने इस बात की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि वे अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के पूरा होने और अमेरिकी नागरिकों और अफगानों को निकालने के लिए सैन्य मिशन की समाप्ति की घोषणा करते हैं. जनरल ने कहा कि अंतिम सी-17 विमान को हामिद करजई हवाई अड्डे से 30 अगस्त को दोपहर 3:29 बजे रवाना किया गया.
पढ़ें : अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना पूरी तरह निकली, बाइडेन बोले- 20 साल की सैन्य उपस्थिति का अंत
इसके अलावा अमेरिका ने अफगानिस्तान में अपनी राजनयिक उपस्थिति को भी खत्म कर दिया और वह कतर में शिफ्ट हो गया है. न्यूज़ एजेंसी एएफपी ने अमेरिकी के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के हवाले से ये बात कही. ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका हर उस अमेरिकी की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है जो अफगानिस्तान छोड़ना चाहता है.
अफगानिस्तान से सैन्य निकासी पूरी होने की घोषणा के साथ ही जनरल केनेथ एफ मैकेंजी कहा कि जबकि सैन्य निकासी पूरी हो गई है, अतिरिक्त अमेरिकी नागरिकों और अफगानों को सुनिश्चित करने के लिए राजनयिक मिशन जारी है. बता दें कि अमेरिका ने अपने सैनिकों को अफगानिस्तान से पूरी तरह निकालने के लिए 31 अगस्त तक की समयसीमा तय की थी.
बता दें कि, अमेरिकी सैनिकों की स्वदेश वापसी की पृष्ठभूमि में तालिबान ने अफगानिस्तान में इस महीने तेजी से अपने पांव पसारते हुए अफगानिस्तान के अधिकतर इलाकों पर अपना कब्जा जमा लिया है.