हरिद्वार (उत्तराखंड): आदिपुरुष फिल्म को लेकर उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब हरिद्वार के संतों ने आदिपुरुष फिल्म के निर्माता-निर्देशक और सेंसर बोर्ड के खिलाफ शिकायत पत्र दिया है. संतों का कहना है कि भगवान श्री राम के जीवन पर बनी फिल्म में उनके आराध्य का अपमान हुआ है, जिसको वो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे. उनकी मांग है कि पुलिस उनकी शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर ऐसे लोगों को गिरफ्तार करें.
दरअसल, 27 जून यानी मंगलवार को हरिद्वार के संत शहर कोतवाली पहुंचे. जहां उन्होंने विवादित फिल्म आदिपुरुष के निर्माता भूषण कुमार, कृष्ण कुमार समेत अन्य लोगों और निर्देशक ओम राउत समेत केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के खिलाफ तहरीर दी है. संतों ने आदिपुरुष फिल्म में भगवान राम के चरित्र और डायलॉग को भारतीय संस्कृति के खिलाफ बताया है. उन्होंने इस तरह की फिल्में बनाने और पास करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
बॉलीवुड पर सनातन धर्म के खिलाफ षड्यंत्र रचने का आरोपः महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश का कहा कि आदिपुरुष फिल्म में कथावाचकों, कलाकारों ने भगवान राम और भगवान हनुमान के चरित्र को अव्यावहारिक तरीके से फिल्माया है, जो कि भारतीय संस्कृति के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि बॉलीवुड लगातार सनातन धर्म के खिलाफ षड्यंत्र करता आ रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अगर मामले में मुकदमा दर्ज नहीं किया तो संत बड़े आंदोलन को विवश होंगे.
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केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड पर संतों का हमलाः वहीं, इन मौके पर जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद ने कहा कि आदिपुरुष फिल्म के माध्यम से श्री राम पर हमला किया गया है. उन्होंने सेंसर बोर्ड को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि संत अब अपनी सनातन संस्कृति पर हमला बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे, इसलिए आज हरिद्वार कोतवाली में फिल्म निर्माता-निर्देशक के साथ सेंसर बोर्ड के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है.
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