रोहतक: डेरा सच्चा सौदा सिरसा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 30 दिन की पैरोल मिल गई है. वीरवार को हरियाणा पुलिस कड़ी सुरक्षा में उसे रोहतक की सुनारिया जेल से सीधा उत्तर प्रदेश के बरनावा आश्रम में लेकर गई. पैरोल की अवधि के दौरान राम रहीम उत्तर प्रदेश के बागपत स्थित बरनावा आश्रम में ही रहेगा. गुरमीत राम रहीम का अगस्त महीने में अवतार महीना मनाया जाता है. ऐसे में 15 अगस्त को बरनावा आश्रम में बड़ा आयोजन हो सकता है.
जनवरी में मिली थी 40 दिन की पैरोल: बता दें कि इससे पहले डेरा प्रमुख को इस साल 21 जनवरी को 40 दिन की पैरोल मिली थी. अब गुरमीत राम रहीम ने पैरोल के लिए रोहतक प्रशासन को अर्जी दी थी. गौरतलब है कि गुरमीत राम रहीम को 2 साध्वियों से यौन शोषण मामले में 10-10 साल और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति व पूर्व प्रबंधक रणजीत सिंह हत्याकांड में उम्रकैद की सजा हुई है.
स्वाति मालीवाल ने किया विरोध: दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने राम रहीम को पैरोल मिलने पर नाराजगी जाहिर की है. ट्वीट कर स्वाति मालीवाल ने कहा 'राम रहीम जैसे बलात्कारी हत्यारों को 2.5 साल में 7 बार सरकार पैरोल देगी…. बृजभूषण की बेल का पुलिस कोर्ट में विरोध नहीं करेगी…. मणिपुर में महिलाओं के शोषण पर चुप्पी होगी…. बेटी ऐसे बचेगी !'
इन मामलों में हुई है सजा: राम रहीम को 25 अगस्त 2017 को रोहतक की सुनारिया जेल में लाया गया था. इस दौरान पंचकूला में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी. 28 अगस्त को जेल परिसर में ही सीबीआई की विशेष कोर्ट लगी और सीबीआई जज जगदीप सिंह ने राम रहीम को दो साध्वियों से यौन शोषण मामले में 10-10 साल की सजा सुनाई थी.
जनवरी 2019 में सीबीआई की विशेष अदालत ने पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में राम रहीम को उम्रकैद की सजा सुनाई थी. अक्टूबर 2021 में डेरा के पूर्व प्रबंधक रणजीत सिंह हत्याकांड में भी राम रहीम को उम्रकैद की सजा हुई है. रोहतक की सुनारिया जेल परिसर में राम रहीम को अलग बैरक में रखा गया है. जेल परिसर में राम रहीम से समय-समय पर परिजन और वकील मुलाकात करते रहते हैं.