बेलगावी (कर्नाटक) : एक मुस्लिम व्यक्ति जो पेशे से शिक्षक है, हिंदू त्योहार गणेश चतुर्थी के दौरान सांप्रदायिक सद्भाव स्थापित करने का एक उदाहरण हैं.
बेलगावी जिले के चिक्कोडी तालुक के मंजरीवाड़ी गांव के रहने वाले अल्लभाक्ष जमादा गणेश भगवान की मूर्तियां बनाते हैं. उनका परिवार (उनके पिता यह काम करते थे)पिछले 85 वर्षों से गणेश भगवान की मूर्तियां बना रहा है.
वे मंजरीवाड़ी गांव के घरों में जाकर मूर्तियों का वितरण करते हैं. चिक्कोडी तालुक के अन्य गांवों के लोग भी अल्लभाक्ष के घर भगवान गणेश की मूर्ति खरीदने के लिए आते हैं.
पढ़ें :- तमिलनाडु में बर्फ की गणपति प्रतिमा बनी आकर्षण का केंद्र, देखें वीडियो
इस वर्ष इस परिवार ने 250-300 गणेश प्रतिमाएं तैयार की हैं. यहां तक कि उनके परिवार की महिलाएं भी मूर्ति बनाने में मदद करती हैं. वे गणेश उत्सव शुरू होने से दो महीने पहले मूर्ति बनाना शुरू कर देते हैं.
अल्लभाक्ष जमादा ने कहा, हम पिछले 85 वर्षों से गणेश की मूर्तियां तैयार कर रहे हैं. हम मिट्टी का उपयोग करके मूर्तियां बनाते हैं. इसलिए ये पर्यावरण के अनुकूल मूर्तियां होती हैं. हम इन्हें अपने गांव के लोगों को वितरित करते हैं.