ETV Bharat / bharat

Manu Bhaker Mother Exclusive: एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली मनु भाकर की मां का संघर्ष, बेटी के लिए ठुकराई सरकारी नौकरी, रोचक है गोल्ड मेडलिस्ट के नामकरण की कहानी - एशियन गेम्स 2023

Manu Bhaker Mother Exclusive: एशियन गेम्स 2023 में मनु भाकर ने 25 मीटर एयर फायर पिस्टल ग्रुप में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा है. इस उपलब्धि पर उनकी मां ने ईटीवी भारत के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत की. (manu bhaker gold medal asian games 2023)

manu bhaker gold medal asian games
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 29, 2023, 8:08 PM IST

Updated : Oct 4, 2023, 1:00 PM IST

एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली मनु भाकर की मां का संघर्ष

फरीदाबाद: एशियन गेम्स में मनु भाकर ने 25 मीटर एयर फायर पिस्टल ग्रुप में अपने साथी रिदम सांगवान, ईशा सिंह के साथ गोल्ड मेडल जीता है. मनु की इस उपलब्धि पर उनके घर में जश्न का माहौल है. इस मौके पर ईटीवी भारत ने मनु भाकर की मां सुमेधा भाकर से एक्सक्लूसिव बातचीत की. सुमेधा भाकर ने बताया कि बेटी की इस उपलब्धि से मैं बहुत खुश हूं. मनु की मां ने उसके बचपन से शूटर बनने की कहानी सुनाई. इसके साथ उन्होंने अपने संघर्ष की कहानी भी बताई.

ये भी पढ़ें- Asian Games 2023 update: 25 मीटर पिस्टल टीम इवेंट में गोल्ड जीतने पर मनु भाकर के घर खुशी का माहौल, खेल मंत्री व डिप्टी सीएम ने दी बधाई

ऐसे शुरू हुआ शूटिंग का सफर: सुमेधा भाकर ने बताया कि मनु कई गेम्स में राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुकी है. पहले उसने दौड़ में हिस्सा लिया, इसके बाद मनु ने ताइक्वांडो, बॉक्सिंग, स्विमिंग और स्केटिंग जैसे खेलों में हिस्सा लिया, लेकिन किसी भी खेल में उसका मन नहीं लगा. इसके बाद मनु ने डॉक्टर बनने की ठानी. एक दिन मनु पिता के साथ स्कूल में शूटिंग करते हुए बच्चों को देख रही थी. तब उनके पिता ने शूटिंग कोच से पिस्टल ट्राई करवाने की अपील की.सुमेधा ने बताया कि मनु के पिता के कहने पर शूटिंग कोच ने मनु को पिस्टल दे दी. मनु ने पिस्टल से पहली ही बार में सही निशाना लगा दिया. जिसके बाद शूटिंग कोच ने मनु के पिता से कहा कि मनु को शूटिंग में ही डालो. इसके बाद मनु शूटिंग की प्रैक्टिस करने लगी. इस दौरान मनु मेडिकल की भी तैयारी कर रही थी. देखते ही देखते मनु के मेडलों की संख्या बढ़ती गई और आज मनु इतिहास रच रही है.

manu bhaker gold medal asian games
मनु भाकर को भीम अवार्ड और अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है.

मनु भाकर के नामकरण की कहानी: मनु की मां ने बताया कि जिस दिन मनु पैदा हुई. उस दिन उनका टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट था. मनु सुबह 4 बजे के करीब पैदा हुई. जिसके बाद वो सुबह 8 बजे मनु को छोड़ एग्जाम देने चली गई. लगभग 8 से 10 घंटे तक तक वो मनु से दूर रही. जब सुमेधा वापस लौटी तो उन्हें बताया गया कि इस दौरान मनु रोई भी नहीं, बल्कि खेलती रही. वहा मौजूद मनु के कजिन ब्रदर ने कहा कि मौसी आपके बिना भी मनु एक बार भी नहीं रोई. सब हैरान है कि चार घंटे का बच्चा रो क्यों नहीं रहा है, बल्कि बच्ची खेले जा रही है. इसलिए मैं इसका नाम मनु रखूंगा. इस नाम का मतलब झांसी की रानी है. इसपर सभी ने सहमति जताई और बच्ची नाम मनु भाकर रखा गया.

ईटीवी भारत की टीम मनु के घर पहुंची तो उनकी मां ने मनु को वीडियो कॉल की. वीडियो कॉल पर मनु ने अपनी मां से बातचीत की. इस दौरान ईटीवी भारत के संवाददाता मुकेश कुमार ने भी मनु से कुछ सवाल पूछे. वीडियो कॉल पर मनु भाकर ने सभी सवालों का जवाब दिया.

मैच खत्म होने के बाद दिमाग में सबसे पहले आता है कि घर जाना है. घर का खाना खाना है और घर वालों के साथ टाइम स्पेंड करना है. घर से दूर रहने पर सबसे ज्यादा घर के खाने की याद आती है, क्योंकि मैं वेजिटेरियन हूं और वेजिटेरियन के लिए बाहर बहुत कम ऑप्शन मिलते हैं. इसलिए मैं हमेशा सोचती हूं कि गेम खत्म करके जल्दी घर जाऊं और घर का खाना खाऊं.- मनु भाकर, एशियन गेम्स में गोल्ड मेडलिस्ट

इस दौरान मनु भाकर ने ईटीवी भारत के माध्यम से देशवासियों का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि देशवासियों के आशीर्वाद की वजह से ही वो गोल्ड जीत पाई हैं. इसी तरह से देशवासी उनपर आशीर्वाद बनाए रखें.

manu bhaker gold medal asian games
मनु भाकर के घर रखे अवार्ड

मनु भाकर की उपलब्धियां: 18 फरवरी 2002 को पैदा हुई मनु भाकर ने महज 16 साल की उम्र में यानी 2018 में राष्ट्रमंडल खेलों में एयर पिस्टल गेम में दो गोल्ड मेडल जीते थे. जिसकी वजह से उन्हें 2020 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इसके अलावा मनु भाकर युवा ओलंपिक खेल में 10 मीटर एयर पिस्टल गेम में गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुकी हैं. इसी चैंपियनशिप में ही 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स टीम में भी मनु के नाम रजत पदक है.

ये भी पढें- Exclusive : भारत की शूटिंग क्वीन मनु भाकर ने की ETV Bharat से खास बातचीत

इसके अलावा आईएसएसएफ विश्व कप में मनु भाकर ने गोल्ड मेडल जीता है. इसी चैंपियनशिप में 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स टीम के साथ मनु भाकर ने गोल्ड मेडल जीता है. साल 2017 में मनु ने केरल में नेशनल चैंपियनशिप खेल के दौरान एयर पिस्टल गेम में 9 गोल्ड मेडल जीतकर एक नया रिकॉर्ड भी बनाया. यही वजह है कि मनु को भीम अवार्ड से भी सम्मानित किया गया. मनु भाकर का अगला टारगेट पेरिस ओलंपिक में देश को गोल्ड मेडल दिलाना है.

एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली मनु भाकर की मां का संघर्ष

फरीदाबाद: एशियन गेम्स में मनु भाकर ने 25 मीटर एयर फायर पिस्टल ग्रुप में अपने साथी रिदम सांगवान, ईशा सिंह के साथ गोल्ड मेडल जीता है. मनु की इस उपलब्धि पर उनके घर में जश्न का माहौल है. इस मौके पर ईटीवी भारत ने मनु भाकर की मां सुमेधा भाकर से एक्सक्लूसिव बातचीत की. सुमेधा भाकर ने बताया कि बेटी की इस उपलब्धि से मैं बहुत खुश हूं. मनु की मां ने उसके बचपन से शूटर बनने की कहानी सुनाई. इसके साथ उन्होंने अपने संघर्ष की कहानी भी बताई.

ये भी पढ़ें- Asian Games 2023 update: 25 मीटर पिस्टल टीम इवेंट में गोल्ड जीतने पर मनु भाकर के घर खुशी का माहौल, खेल मंत्री व डिप्टी सीएम ने दी बधाई

ऐसे शुरू हुआ शूटिंग का सफर: सुमेधा भाकर ने बताया कि मनु कई गेम्स में राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुकी है. पहले उसने दौड़ में हिस्सा लिया, इसके बाद मनु ने ताइक्वांडो, बॉक्सिंग, स्विमिंग और स्केटिंग जैसे खेलों में हिस्सा लिया, लेकिन किसी भी खेल में उसका मन नहीं लगा. इसके बाद मनु ने डॉक्टर बनने की ठानी. एक दिन मनु पिता के साथ स्कूल में शूटिंग करते हुए बच्चों को देख रही थी. तब उनके पिता ने शूटिंग कोच से पिस्टल ट्राई करवाने की अपील की.सुमेधा ने बताया कि मनु के पिता के कहने पर शूटिंग कोच ने मनु को पिस्टल दे दी. मनु ने पिस्टल से पहली ही बार में सही निशाना लगा दिया. जिसके बाद शूटिंग कोच ने मनु के पिता से कहा कि मनु को शूटिंग में ही डालो. इसके बाद मनु शूटिंग की प्रैक्टिस करने लगी. इस दौरान मनु मेडिकल की भी तैयारी कर रही थी. देखते ही देखते मनु के मेडलों की संख्या बढ़ती गई और आज मनु इतिहास रच रही है.

manu bhaker gold medal asian games
मनु भाकर को भीम अवार्ड और अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है.

मनु भाकर के नामकरण की कहानी: मनु की मां ने बताया कि जिस दिन मनु पैदा हुई. उस दिन उनका टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट था. मनु सुबह 4 बजे के करीब पैदा हुई. जिसके बाद वो सुबह 8 बजे मनु को छोड़ एग्जाम देने चली गई. लगभग 8 से 10 घंटे तक तक वो मनु से दूर रही. जब सुमेधा वापस लौटी तो उन्हें बताया गया कि इस दौरान मनु रोई भी नहीं, बल्कि खेलती रही. वहा मौजूद मनु के कजिन ब्रदर ने कहा कि मौसी आपके बिना भी मनु एक बार भी नहीं रोई. सब हैरान है कि चार घंटे का बच्चा रो क्यों नहीं रहा है, बल्कि बच्ची खेले जा रही है. इसलिए मैं इसका नाम मनु रखूंगा. इस नाम का मतलब झांसी की रानी है. इसपर सभी ने सहमति जताई और बच्ची नाम मनु भाकर रखा गया.

ईटीवी भारत की टीम मनु के घर पहुंची तो उनकी मां ने मनु को वीडियो कॉल की. वीडियो कॉल पर मनु ने अपनी मां से बातचीत की. इस दौरान ईटीवी भारत के संवाददाता मुकेश कुमार ने भी मनु से कुछ सवाल पूछे. वीडियो कॉल पर मनु भाकर ने सभी सवालों का जवाब दिया.

मैच खत्म होने के बाद दिमाग में सबसे पहले आता है कि घर जाना है. घर का खाना खाना है और घर वालों के साथ टाइम स्पेंड करना है. घर से दूर रहने पर सबसे ज्यादा घर के खाने की याद आती है, क्योंकि मैं वेजिटेरियन हूं और वेजिटेरियन के लिए बाहर बहुत कम ऑप्शन मिलते हैं. इसलिए मैं हमेशा सोचती हूं कि गेम खत्म करके जल्दी घर जाऊं और घर का खाना खाऊं.- मनु भाकर, एशियन गेम्स में गोल्ड मेडलिस्ट

इस दौरान मनु भाकर ने ईटीवी भारत के माध्यम से देशवासियों का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि देशवासियों के आशीर्वाद की वजह से ही वो गोल्ड जीत पाई हैं. इसी तरह से देशवासी उनपर आशीर्वाद बनाए रखें.

manu bhaker gold medal asian games
मनु भाकर के घर रखे अवार्ड

मनु भाकर की उपलब्धियां: 18 फरवरी 2002 को पैदा हुई मनु भाकर ने महज 16 साल की उम्र में यानी 2018 में राष्ट्रमंडल खेलों में एयर पिस्टल गेम में दो गोल्ड मेडल जीते थे. जिसकी वजह से उन्हें 2020 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इसके अलावा मनु भाकर युवा ओलंपिक खेल में 10 मीटर एयर पिस्टल गेम में गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुकी हैं. इसी चैंपियनशिप में ही 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स टीम में भी मनु के नाम रजत पदक है.

ये भी पढें- Exclusive : भारत की शूटिंग क्वीन मनु भाकर ने की ETV Bharat से खास बातचीत

इसके अलावा आईएसएसएफ विश्व कप में मनु भाकर ने गोल्ड मेडल जीता है. इसी चैंपियनशिप में 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स टीम के साथ मनु भाकर ने गोल्ड मेडल जीता है. साल 2017 में मनु ने केरल में नेशनल चैंपियनशिप खेल के दौरान एयर पिस्टल गेम में 9 गोल्ड मेडल जीतकर एक नया रिकॉर्ड भी बनाया. यही वजह है कि मनु को भीम अवार्ड से भी सम्मानित किया गया. मनु भाकर का अगला टारगेट पेरिस ओलंपिक में देश को गोल्ड मेडल दिलाना है.

Last Updated : Oct 4, 2023, 1:00 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.