पंचकूला: ई टेंडरिंग के विरोध में बुधवार को हरियाणा के सरपंचों ने चंडीगढ़ में सीएम आवास के घेराव की कोशिश की. इस दौरान पुलिस ने सरपंचों को बैरिकेड्स लगाकर बीच में ही रोक दिया, लेकिन सरपंच नहीं माने और बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की. सरपंचों के उग्र होते प्रदर्शन को देखते हुए सीएम के ओएसडी भूपेश्वर दयाल बातचीत के लिए मौके पर पहुंचे, लेकिन कोई नतीजा नहीं नहीं निकला. जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई. फिर से सरपंचों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान पुलिस और सरपंचों के बीच धक्का मुक्की हुई. सरपंचों ने पुलिस पर पथराव कर दिया.
जिसके बाद पुलिस ने सरपंचों पर लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया. बता दें कि सरपंच हरियाणा सरकार की ई टेंडरिंग प्रक्रिया का विरोध कर रहे हैं. करीब 2 हजार सरपंच सीएम आवास का घेराव करने के लिए पहुंचे हैं. तय कार्यक्रम के मुताबिक आज सुबह से ही हरियाणा के सरपंच पहले पंचकूला के शालीमार ग्राउंड में इकट्ठा हुए. जिसके बाद सरपंचों ने सीएम आवास के घेराव के लिए चंडीगढ़ कूच किया, लेकिन हरियाणा पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर उन्हें बीच में रोक लिया. सरपंचों के उग्र होते प्रदर्शन को देखते हुए सीएम मनोहर लाल के ओएसडी भूपेश्वर दयाल सरपंचों से बातचीत के लिए हाउसिंग बोर्ड चौक पर पहुंचे.
यहां हरियाणा सरपंच एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल से उन्होंने करीब 15 से 20 मिनट तक बातचीत की, लेकिन इस बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला. सरपंचों का प्रतिनिधिमंडल इस बात पर अड़ा है कि वो मुख्यमंत्री से बात किए बिना वापस नहीं लौटेंगे. वहीं मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल ने सरपंचों से कहा कि वो प्रदर्शन को खत्म कर दें. सरकार की तरफ से उनसे बातचीत की जाएगी. इस बैठक के बाद से एक बार फिर माहौल तनावपूर्ण हो गया. सरपंचों ने पुलिस पर पथरबाजी की. जिसके जवाब में पुलिस ने सरपंचों पर लाठीचार्ज किया.
ई टेंडरिंग क्या है? हरियाणा सरकार ने पंचायत में होने वाले कामों के लिए ई टेंडरिंग प्रक्रिया बनाई है. सरकार का दावा है कि इससे पंचायतों में भ्रष्टाचार के मामलों पर रोक लगेगी. इस प्रक्रिया के तहत 2 लाख रुपये से अधिक के कामों के लिए सरपंच को ऑनलाइन टेंडर जारी करना होगा. जिसके बाद सरकार फंड जारी करेगी और फिर अधिकारी ठेकेदार के जरिए गांव का विकास कार्य करवाएंगे. मतलब ये कि इस प्रक्रिया में सरपंच सरकार को विकास कार्यों का ब्योरा देगा. जिसके बाद सरकार ठेकेदार से ई टेंडरिंग के जरिए विकास कार्य करवाएगी.
सरपंच क्यों कर रहे विरोध? सरपंचों का कहना है कि सरकार की ई टेंडरिंग की ये स्कीम सरपंचों के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि ई टेंडरिंग से गांवों का अच्छे से विकास नहीं हो पाएगा. सरपंचों ने कहा कि अगर उन्हें विकास कार्यों के लिए पैसा सीधे तौर पर नहीं दिया जाएगा, तो ठेकेदार और अधिकारी मिलकर मनमर्जी से गांव में कार्य करवाएंगे. इस प्रक्रिया के चलते सरपंचों का गांव के विकास में कोई हाथ नहीं रह जाएगा. इसी को लेकर हरियाणा के जन प्रतिनिधि विरोध कर रहे हैं.