शामलीः जिले के झिंझाना थाना क्षेत्र में रविवार को दबिश के लिए पहुंची एसटीएफ सोनीपत की टीम के साथ ग्रामीणों ने मारपीट की. इतना ही नहीं ग्रामीणों ने सरकारी पिस्टल भी छीन ली. एसटीएफ यूनिट पर हमले की वारदात के बाद दोनों राज्यों के पुलिस महकमे में खलबली मच गई. हरियाणा पुलिस द्वारा एसटीएफ के दो जवानों का मेडिकल कराते हुए मामले में स्थानीय पुलिस को तहरीर दी गई है.
एसटीएफ सोनीपत की टीम पर हमले की वारदात शामली जिले के झिंझाना थाना क्षेत्र के गांव केरटू की बताई जा रही है. अधिकारियों के मुताबिक रविवार को सोनीपत एसटीएफ के 7-8 जवान स्कार्पियो गाड़ी में सवार होकर शामली जिले में पहुंचे थे. यहां पर जवानों ने हरियाणा के मधुबन थाने से वांटेड 25 हजार के इनामी बदमाश की तलाश में केरटू गांव में दबिश डाली.
बताया जा रहा है कि कुछ लोगों ने भीड़ को उकसाते हुए पुलिस के जवानों को संदिग्ध करार दिया. इसके बाद ग्रामीणों ने दबिश का विरोध करते हुए उनसे मारपीट शुरू कर दी. हरियाणा एसटीएफ के जवानों ने भीड़ पर सरकारी पिस्टल छीनने का भी आरोप लगाया है. टीम के जवान बामुश्किल ग्रामीणों के चंगुल से निकलकर झिंझाना थाने पहुंचे. बताया जा रहा है कि हरियाणा एसटीएफ के दो जवानों का मेडिकल भी कराया गया है.
अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने बताया कि एसटीएफ सोनीपत की टीम में छह-सात सदस्य थे. पता चला है कि टीम की कार्रवाई में कुछ लोगों द्वारा बाधा डाली गई और उनकी सरकारी पिस्टल को भी छीना गया. उन्होंने बताया कि घटना के संदर्भ में हरियाणा पुलिस की टीम ने झिंझाना थाने में तहरीर दी है. उचित धाराओं में अभियोग का पंजीकरण कराया जा रहा है. एएसपी ने बताया कि अफरा-तफरी और कानून व्यवस्था के प्रतिकूल स्थिति पैदा करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी.