नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76 वें सत्र को संबोधित किया. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में लोकतंत्र की भूमिका पर जोर दिया. प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा पर विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने जानकारी दी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह व्यापक और उपयोगी यात्रा रही है जिसमें उच्च स्तरीय बातचीत हुई.
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में लोकतंत्र की भूमिका पर जोर दिया. उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के बारे में भी बात की.
प्रधानमंत्री ने अफगानिस्तान पर बोलते हुए कहा कि ये सुनिश्चित किया जाना बहुत ज़रूरी है कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने और आतंकी हमलों के लिए न हो.
श्रृंगला ने कहा कि जब अफगानिस्तान की बात आती है तो एकता बहुत प्रासंगिक होती है... क्वाड बैठक अफगानिस्तान के लिए नेताओं के उद्देश्यों को एक साथ रखने में बहुत उपयोगी थी. उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट मिलने का समर्थन किया है. न केवल अमेरिका बल्कि अन्य क्वाड भागीदारों और कई अन्य देशों ने भी इसका स्वागत किया है. पुर्तगाल ने भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट के लिए भारत का समर्थन किया है.
उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब किसी भारतीय पीएम ने UNSC में एक बैठक साझा की है. यह भी पहली बार है कि भारत या किसी देश ने समुद्री सुरक्षा पर यूएनएससी की बहस को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया है और इसे मुद्दे को मार्गदर्शक सिद्धांत के रूप में संदर्भित किया जा रहा है.
'क्वाड के भीतर अफगानिस्तान को उच्च प्राथमिकता मानने की मजबूत भावना'
श्रृंगला ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में कहा, 'निश्चित रूप से क्वाड समूह के भीतर एक मजबूत भावना है कि अफगानिस्तान उच्च प्राथमिकता है और इस मुद्दे पर एकजुटता बहुत प्रासंगिक है.
विदेश सचिव ने कहा कि अफगानिस्तान पर सुरक्षा परिषद की प्रस्ताव संख्या-2593 के कई तत्व क्वाड समूह के सदस्य देशों-अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान के संयुक्त बयान में परिलक्षित होते हैं.
संयुक्त बयान में कहा गया, 'हम अफगान नागरिकों के समर्थन में एक साथ खड़े हैं, और तालिबान से अफगानिस्तान छोड़ने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति को सुरक्षित मार्ग प्रदान करने और महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यकों सहित सभी अफगानों के मानवाधिकारों का सम्मान सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं.'
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पाकिस्तान के संदर्भ में विदेश सचिव ने कहा, 'अमेरिकी नेतृत्व के साथ प्रधानमंत्री मोदी की सभी बैठकों में उन चिंताओं का संज्ञान लिया गया कि पाकिस्तान एक ऐसे देश के रूप में प्रतिनिधित्व करता है, जिसने कई मायने में अफगानिस्तान के भीतर और अफगानिस्तान से सीमा पार आतंकवाद का समर्थन और पोषण किया है.'
उन्होंने कहा, 'ऐसी भावना है कि स्थिति पर बहुत सावधानी से गौर करने की जरूरत है, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि पाकिस्तान समुदाय के सदस्य के रूप में अपने बुनियादी दायित्वों को पूरा करे और अपने पड़ोसियों या दुनिया के किसी भी देश के खिलाफ कोई काम ना करे.'
संवाददाता सम्मेलन में श्रृंगला ने कहा कि यह द्विपक्षीय संयुक्त बयान के साथ-साथ क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन के संयुक्त बयान में जाहिर हुआ है, जो उन भावनाओं को काफी हद तक दर्शाता है.