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कोरोना के झटके से कितना उबरा ऑटो सेक्टर, FADA की रिपोर्ट में खुलासा

फाडा ने मार्च महीने की रजिस्ट्रेशन और सेल्स रिपोर्ट जारी कर दी है. रिपोर्ट के अनुसार देश में बिकने वाले वाहनों में 28.69 फीसदी की कमी दर्ज की गई है. केवल ट्रैक्टर और कार के बाजार में मामूली बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा अन्य वाहन बीते साल मार्च की तुलना में इस साल कम बिके हैं.

ऑटो सेक्टर
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Published : Apr 10, 2021, 6:06 AM IST

जयपुर : फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने मार्च महीने की रजिस्ट्रेशन और सेल्स रिपोर्ट जारी कर दी है. फाडा के मुताबिक मार्च 2021 में 16,49,678 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ, जबकि मार्च 2020 में 23,11,587 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ था. यानी मार्च 2020 की तुलना में इस साल मार्च महीने में 28.69 फीसदी वाहनों की बिक्री घटी है.

इसकी तुलना अगर फरवरी 2021 से की जाए, तो मार्च महीने में वाहनों के रजिस्ट्रेशन में 10 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. बता दें कि फरवरी 2021 में 14,99,036 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ था.

बता दें, केवल ट्रैक्टर और कार के बाजार में मामूली बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा अन्य वाहन बीते साल मार्च की तुलना में इस साल कम बिके हैं. ऐसे में साफ है कि आने वाला समय ऑटोमोबाइल क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए परेशानी बना रहेगा. हालांकि, ऑटोमोबाइल क्षेत्र से जुड़े लोगों ने इस पर काम करना शुरू कर दिया है. सरकार का भी इस ओर ध्यान आकर्षित किया जा रहा है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

ऑटोमोबाइल क्षेत्र से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाखों लोग जुड़े हुए हैं. अकेले राजस्थान की बात करें तो पूरे राजस्थान में 2000 डीलर हैं. इनमें दो लाख लोग काम करते हैं. इसके ऑटोमोबाइल से जुड़ी हुई औद्योगिक इकाइयों में करीब 85 हजार से एक लाख लोग काम करते हैं. इसके अलावा अप्रत्यक्ष रूप से बड़ी संख्या में लाखों लोग ऑटोमोबाइल क्षेत्र से जुड़े हुए हैं.

ऑटोमोबाइल क्षेत्र से इंश्योरेंस कंपनी बाजार में चलने वाले छोटे बड़े वर्कशॉप ऑटो पार्ट्स कंपनी ट्यूब टायर वे रिपेयरिंग करने वाले लोग सहित बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं. प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इससे जुड़े हुए हैं.

ऑटोमोबाइल क्षेत्र सबसे ज्यादा रोजगार देता है. इससे सरकार को हर महीने करोड़ों का राजस्व मिलता है. इसका प्रभाव सभी क्षेत्र पर नजर आता है. ऐसे में ऑटोमोबाइल क्षेत्र में हो रहे बदलाव ने सभी की चिंताएं बढ़ा दी हैं. हाल ही में फाडा की रिपोर्ट ने सबको चौंका दिया है. रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2020 में 23,11,587 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ. जबकि साल 2021 में यह रजिस्ट्रेशन घटकर मात्र 16,49,678 रह गया.

फाडा की इस रिपोर्ट में भारत सरकार के वाहन सॉफ्टवेयर से डाटा लिए जाते हैं. देश के 3 राज्यों को छोड़कर सभी राज्य वाहन सॉफ्टवेयर से जुड़े हुए हैं. इसमें रजिस्ट्रेशन होने वाले सभी वाहनों की एंट्री रहती है और पूरी जानकारी मौजूद रहती है. ऐसे में इस रिपोर्ट की सत्यता रहती है, जिसको सभी लोग मानते हैं.

ट्रैक्टर और कार में हुई बढ़ोतरी

देश में कोरोना के दौर में केवल ट्रैक्टर और कार की बिक्री में बढ़ोतरी दर्ज की गई. साल 2020 में 53,463 ट्रैक्टर पूरे देश में रजिस्टर्ड हुए. जबकि 2021 में इनकी संख्या बढ़कर 67,372 हो गई. इसी तरह से कार की बात करें तो साल 2020 में 2,17,839 कार विभिन्न शहरों में राज्य में रजिस्टर्ड हुई. साल 2021 में इनकी संख्या बढ़कर 2,74,745 हो गई. ऐसे में कार में 28.39 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. इसी तरह से ट्रैक्टर में 29.21 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई.

पढ़ें - बिना सूचना भारतीय जलक्षेत्र में अमेरिकी युद्धपोत का घुसना, समुद्री कानूनों का उल्लंघन

कोरोना का नजर आया फर्क

कोरोना के चलते संक्रमण से बचने के लिए लोगों ने खुद की कार खरीदी. इस दौरान पुरानी कारों का बाजार गर्म रहा, तो वहीं नई कारों की बिक्री में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई. जहां पूरे देश में वाहन कम बिके तो उसी दौरान कारों की बिक्री में 28 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. ऐसे में साफ है कि लोग भीड़ से बचने और कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए खुद का वाहन खरीदा. इसी तरह से कोरोना काल में मजदूरी और खेती करने के लिए ट्रैक्टर नहीं मिल पाए. ऐसे में लोगों ने खुद का ट्रैक्टर भी खरीदा, इसलिए ट्रैक्टर की बिक्री में भी तेजी दर्ज की गई.

सबसे ज्यादा किस कंपनी की बिकी कार और बाइक

एक साल के दौरान सबसे ज्यादा हीरो कंपनी की बाइक बाजार में बिकी क्योंकि यह बाइक सस्ती होती है. इसलिए 42.71 फीसदी गाड़ियां बिकी. साथ ही मारुति कंपनी की कार 43.31 फीसदी बिकी. ट्रैक्टर महिंद्रा कंपनी के सबसे ज्यादा बिके.

जयपुर : फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने मार्च महीने की रजिस्ट्रेशन और सेल्स रिपोर्ट जारी कर दी है. फाडा के मुताबिक मार्च 2021 में 16,49,678 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ, जबकि मार्च 2020 में 23,11,587 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ था. यानी मार्च 2020 की तुलना में इस साल मार्च महीने में 28.69 फीसदी वाहनों की बिक्री घटी है.

इसकी तुलना अगर फरवरी 2021 से की जाए, तो मार्च महीने में वाहनों के रजिस्ट्रेशन में 10 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. बता दें कि फरवरी 2021 में 14,99,036 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ था.

बता दें, केवल ट्रैक्टर और कार के बाजार में मामूली बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा अन्य वाहन बीते साल मार्च की तुलना में इस साल कम बिके हैं. ऐसे में साफ है कि आने वाला समय ऑटोमोबाइल क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए परेशानी बना रहेगा. हालांकि, ऑटोमोबाइल क्षेत्र से जुड़े लोगों ने इस पर काम करना शुरू कर दिया है. सरकार का भी इस ओर ध्यान आकर्षित किया जा रहा है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

ऑटोमोबाइल क्षेत्र से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाखों लोग जुड़े हुए हैं. अकेले राजस्थान की बात करें तो पूरे राजस्थान में 2000 डीलर हैं. इनमें दो लाख लोग काम करते हैं. इसके ऑटोमोबाइल से जुड़ी हुई औद्योगिक इकाइयों में करीब 85 हजार से एक लाख लोग काम करते हैं. इसके अलावा अप्रत्यक्ष रूप से बड़ी संख्या में लाखों लोग ऑटोमोबाइल क्षेत्र से जुड़े हुए हैं.

ऑटोमोबाइल क्षेत्र से इंश्योरेंस कंपनी बाजार में चलने वाले छोटे बड़े वर्कशॉप ऑटो पार्ट्स कंपनी ट्यूब टायर वे रिपेयरिंग करने वाले लोग सहित बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं. प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इससे जुड़े हुए हैं.

ऑटोमोबाइल क्षेत्र सबसे ज्यादा रोजगार देता है. इससे सरकार को हर महीने करोड़ों का राजस्व मिलता है. इसका प्रभाव सभी क्षेत्र पर नजर आता है. ऐसे में ऑटोमोबाइल क्षेत्र में हो रहे बदलाव ने सभी की चिंताएं बढ़ा दी हैं. हाल ही में फाडा की रिपोर्ट ने सबको चौंका दिया है. रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2020 में 23,11,587 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ. जबकि साल 2021 में यह रजिस्ट्रेशन घटकर मात्र 16,49,678 रह गया.

फाडा की इस रिपोर्ट में भारत सरकार के वाहन सॉफ्टवेयर से डाटा लिए जाते हैं. देश के 3 राज्यों को छोड़कर सभी राज्य वाहन सॉफ्टवेयर से जुड़े हुए हैं. इसमें रजिस्ट्रेशन होने वाले सभी वाहनों की एंट्री रहती है और पूरी जानकारी मौजूद रहती है. ऐसे में इस रिपोर्ट की सत्यता रहती है, जिसको सभी लोग मानते हैं.

ट्रैक्टर और कार में हुई बढ़ोतरी

देश में कोरोना के दौर में केवल ट्रैक्टर और कार की बिक्री में बढ़ोतरी दर्ज की गई. साल 2020 में 53,463 ट्रैक्टर पूरे देश में रजिस्टर्ड हुए. जबकि 2021 में इनकी संख्या बढ़कर 67,372 हो गई. इसी तरह से कार की बात करें तो साल 2020 में 2,17,839 कार विभिन्न शहरों में राज्य में रजिस्टर्ड हुई. साल 2021 में इनकी संख्या बढ़कर 2,74,745 हो गई. ऐसे में कार में 28.39 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. इसी तरह से ट्रैक्टर में 29.21 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई.

पढ़ें - बिना सूचना भारतीय जलक्षेत्र में अमेरिकी युद्धपोत का घुसना, समुद्री कानूनों का उल्लंघन

कोरोना का नजर आया फर्क

कोरोना के चलते संक्रमण से बचने के लिए लोगों ने खुद की कार खरीदी. इस दौरान पुरानी कारों का बाजार गर्म रहा, तो वहीं नई कारों की बिक्री में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई. जहां पूरे देश में वाहन कम बिके तो उसी दौरान कारों की बिक्री में 28 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. ऐसे में साफ है कि लोग भीड़ से बचने और कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए खुद का वाहन खरीदा. इसी तरह से कोरोना काल में मजदूरी और खेती करने के लिए ट्रैक्टर नहीं मिल पाए. ऐसे में लोगों ने खुद का ट्रैक्टर भी खरीदा, इसलिए ट्रैक्टर की बिक्री में भी तेजी दर्ज की गई.

सबसे ज्यादा किस कंपनी की बिकी कार और बाइक

एक साल के दौरान सबसे ज्यादा हीरो कंपनी की बाइक बाजार में बिकी क्योंकि यह बाइक सस्ती होती है. इसलिए 42.71 फीसदी गाड़ियां बिकी. साथ ही मारुति कंपनी की कार 43.31 फीसदी बिकी. ट्रैक्टर महिंद्रा कंपनी के सबसे ज्यादा बिके.

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