नई दिल्ली/भुवनेश्वर : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को ओडिशा जन संवाद रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा अब तक किए गए कार्यों का उल्लेख किया और तमाम योजनाओं के साथ मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं.
शाह ने भाजपा मुख्यालय से इस वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'कोरोना संकट के समय भाजपा के कार्यकर्ताओं ने 11 करोड़ से ज्यादा लोगों को भोजन कराया है. मैं इस काम के लिए पार्टी अध्यक्ष, उनकी टीम और सभी कार्यकर्ताओं को बधाई देता हूं.'
शाह ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी ने यह जो संवाद परंपरा चालू रखी है, वह दुनिया की राजनीति को रास्ता दिखाने वाली होगी कि ऐसी महामारी के समय भी कोई पार्टी अपने देश में लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने के लिए किस तरह से जन संवाद कर सकती है.
उन्होंने कहा कि आज जन संवाद आपके सामने हो रहा है और ऐसी 75 वर्चुअल रैलियों के माध्यम से राजनाथ जी, गडकरी जी और स्वयं अध्यक्ष जी सहित भाजक के अनेक नेता जनता से संवाद करने वाले हैं.
शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने 50 करोड़ गरीब भारतीयों के लिए आयुष्मान भारत की शुरुआत की, उन्हें स्वास्थ्य का अधिकार दिया. पांच लाख रुपये तक के इलाज का खर्च मोदी सरकार उठा रही है.
उन्होंने कहा कि 2014 में नरेंद्र मोदी जी जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार गरीबों, आदिवासियों, दलितों की सरकार होगी. मोदी जी जो बोलते हैं, वह करते हैं. उन्होंने देश के 60 करोड़ से ज्यादा गरीबों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए ढेर सारे काम किए.
शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने 10 करोड़ घरों में शौचालय बनाकर माताओं-बहनों को सम्मान से जीने का अधिकार दिया. 2.5 करोड़ लोगों को, जिनके पास घर नहीं था, मोदी सरकार ने घर देने का काम किया.
अमित शाह ने कहा कि राम जन्मभूमि का विवाद वर्षों से चल रहा था. करोड़ों लोग राह देखते थे कि कब राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर बनेगा. मोदी सरकार को आपने दोबारा बहुमत दिया, सटीक तरीके से अपना पक्ष रखा गया और सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि के पक्ष में फैसला दिया.
उन्होंने कहा कि कई सरकारें दो-तिहाई बहुमत के साथ आईं, लेकिन अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाने का साहस नहीं किया. पांच अगस्त, 2019 को नरेंद्र मोदी जी ने संसद में विधेयक प्रस्तुत किया और अनुच्छेद 370 और 35ए को रद कर दिया.
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस सरकार में जब मनमोहन जी प्रधानमंत्री थे, तब उन्होंने RECP के निगोशिएशन की शुरुआत की थी. अगर RECP पर दस्तखत हो जाता तो इस देश के छोटे व्यापारी, उद्यमी, पशुपालक, किसान और मत्स्य उद्यमियों का जीवन दूभर हो जाता.
लेकिन मोदी जी ने RECP की मीटिंग में कहा कि यह देश गांधी का देश है. गरीब, किसान, छोटे मजदूर और मेरे मछुआरे भाइयों से दगा नहीं कर सकता, उनके हित के बारे में मुझे सोचना होगा. इस तरह हम RECP से बाहर हुए और आज हर छोटे व्यापारी, उद्यमी अपने आप को बचा हुआ महसूस कर रहे हैं.
अमित शाह ने आगे कहा कि विपक्ष के कुछ वक्रदृष्टा आज हम पर सवाल उठाते हैं तो मैं उन्हें पूछता हूं कि उन्होंने क्या किया? कोई स्वीडन में, कोई अमेरिका में लोगों से बात करता है, इसके अलावा और क्या किया आपने? मोदी जी ने कोरोना में त्वरित सहायता के लिए 1.7 लाख करोड़ रुपये जरूरतमंदों के लिए दिए हैं.
उन्होंने कहा कि ओडिशा में अभी अम्फान चक्रवात आया, तब अपनी जान को जोखिम में डालकर मोदी जी ओड़िशावासियों के साथ चट्टान की तरह खड़े दिखे. अम्फान चक्रवात में हुए नुकसान की भरपाई के लिए 500 करोड़ रुपये प्राथमिक तौर पर दिए.