ETV Bharat / bharat

हरियाणा में बोले शाह, अगले लोकसभा चुनाव से पहले सभी घुसपैठियों को देश से बाहर कर देंगे - amit shah haryana program meeting

भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह ने हरियाणा के कैथल में विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं, साथ ही कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.

अमित शाह.
author img

By

Published : Oct 9, 2019, 7:52 AM IST

Updated : Oct 9, 2019, 11:50 PM IST

चंडीगढ़: भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह हरियाणा विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए कैथल पहुंच गए हैं. वहां शाह जनसभा को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मनमोहन सिंह को मौनी बाबा बताया. साथ बालाकोट एयर स्ट्राइक और राफेल पर भी बात.

उन्होंने कहा कि अभी-अभी चुनावी प्रचार की शुरूआत हुई है और हमारे विरोधियों को मालूम ही नहीं पड़ रहा कि चुनाव की शुरुआत पूरब से करें, पश्चिम से करें, उत्तर से करें या दक्षिण से करें उनके पास कोई दिशा नहीं है. कल विजयादशमी थी, जो बुराई पर अच्छाई की प्रतीक है और यह शस्त्र पूजन करके मनाई जाती है. मैं देश के प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री जी को बधाई देता हूं कि कल के ही दिन उन्होंने राफेल को हमारी वायुसेना में शामिल करके देश की सुरक्षा को सुदृढ़ करने का काम किया है. मोदी जी ने राफेल को शामिल किया और राजनाथ जी ने फ्रांस की भूमि पर विजयादशमी के दिन उसका शस्त्र पूजन किया, लेकिन कांग्रेस वाले उसका भी विरोध कर रहे हैं. मैं इनसे कहना चाहता हूं कि तनिक रात को सोचा करो, किस बात का विरोध करना है, किसका नहीं.

अमित शाह का राफेल पर बयान.

आगे वे कहते हैं कि पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने अनुच्छेद 370 को उखाड़ कर फेंक दिया. 70 साल से देश के हर नागरिक के मन में एक कसक थी कि जम्मू-कश्मीर देश के साथ पूरा जुड़ा हुआ नहीं था. तीन-तीन पीढ़ियों तक शासन करने वालों में भी 370 हटाने की हिम्मत नहीं थी, जब भी हरियाणा में सरकार बनती थी तो वह विशेष जातियों के लिए बनती थी. एक सरकार आती थी तो वह एक जाति का काम करती थी, दूसरी आती थी दूसरी जाति का काम करती थी. मनोहर लाल खट्टर सरकार ऐसी बनी, जिसकी कोई जाति नहीं है, ये सरकार हर हरियाणा वासियों की सरकार है.

अमित शाह का संबोधन.

इस बार मौनी बाबा मनमोहन सिंह की सरकार नहीं थी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार थी. हमारे जवानों ने बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया, पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया और हमारा एक भी जवान नहीं मारा गया. उन्होंने उन जवानों का बदला लिया, जिन्होंने देश के नाम अपनी जान कुर्बान कर दी थी. यह हो सका तो सिर्फ मोदी सरकार की बदौलत.

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, जब हम 2024 में आपसे वोट मांगने आएंगे तो उससे पहले मैं यह बताना चाहता हूं कि तब तक हम देश से हर घुसपैठिये को बाहर निकाल चुके होंगे.'

शाह ने हरियाणा में अपनी तीन रैलियों में से पहली रैली को संबोधित करते हुए यह बात कही. हरियाणा में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा.

अमित शाह का संबोधन.

उन्होंने कांग्रेस नेताओं द्वारा 'शस्त्र पूजा' की आलोचना को लेकर उस पर (कांग्रेस पर) निशाना साधा. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को फ्रांस द्वारा भारत को लड़ाकू विमान सौंपे जाने पर 'शस्त्र पूजा' की थी.

उन्होंने वहां उपस्थित लोगों से पूछा पूछा, 'शस्त्र पूजा परंपरा का पालन होना चाहिए या नहीं? हमें इस परंपरा को जारी रखना चाहिए या नहीं?'

असम में एनआरसी को लेकर विवाद पर उन्होंने कहा, 'सत्तर वर्षों से घुसपैठियों ने देश की सुरक्षा को चुनौती दी है.

उन्होंने कहा कि एनआरसी के जरिये भाजपा सरकार सभी घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए प्रतिबद्ध है.'

शाह ने कांग्रेस और उसके स्थानीय प्रत्याशी रणदीप सुरजेवाला पर एन आर सी पर अमल के विरोध का आरोप लगाते हुए वहां उपस्थित लोगों से पूछा , 'घुसपैठियों को बाहर निकाला जाना चाहिए या नहीं?'

जानकारी देते संवाददाता.

शाह ने कहा, 'कांग्रेस से पूछा जाना चाहिए कि वे तीन तलाक और अनुच्छेद 370 और 35-ए को हटाने के विरोध में क्यों थे. उन्होंने एन आर सी का विरोध क्यों किया?' रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा राफेल की शस्त्र पूजा करने पर कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा इसकी आलोचना किये जाने के मुद्दे पर शाह ने कहा, 'राजनाथ जी ने फ़्रांस में शस्त्र पूजा की लेकिन कांग्रेस के लोगों को यह बुरा लगा.'

ये भी पढ़ें- हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: पीएम मोदी का कार्यक्रम तय, जानिए कब-कहां करेंगे रैली

उन्होंने कहा शस्त्र पूजा की परंपरा का पालन किया जाना चाहिए या नहीं. हमें यह परंपरा जारी रखनी चाहिए या नहीं. लेकिन कांग्रेस के लोग इसका भी विरोध कर रहे हैं.

भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त करने का विरोध किया. मैं राहुल से पूछना चाहता हूँ कि वह अनुच्छेद 370 के पक्ष में हैं या विरोध में.’’ शाह ने कहा कि किसी पूर्ववर्ती सरकार ने जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त करने का साहस नहीं किया लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार ने सत्ता में वापस आते ही संसद के पहले सत्र में यह कर दिखाया.

उन्होंने कहा, 'हमें आशा की थी कि इस पर सभी पार्टियों का साथ मिलेगा क्योंकि यह देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला था.' उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा सरकार द्वारा लिए गए हर निर्णय का विरोध करती है.

शाह ने कहा कि देश में लोगों में ऐसी भावना थी कि अनुच्छेद 370 और 35-ए के कारण जम्मू कश्मीर राज्य का भारत में पूर्ण एकीकरण नहीं हो सका था. उन्होंने कहा कि हरियाणा के कई सैनिकों ने जम्मू कश्मीर के लिए अपने प्राण न्योछावर किये हैं.

ये भी पढ़ें- फरवरी, 2021 तक भारत को मिल जाएंगे 18 राफेल : उड़ान के बाद राजनाथ सिंह

शाह ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने बांग्लादेश युद्ध में इंदिरा गांधी की प्रशंसा की थी क्योंकि वह कांग्रेस की जीत का नहीं बल्कि राष्ट्रीय हित का मामला था. शाह ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी ठिकानों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट स्ट्राइक का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है.

उन्होंने मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी ने मनमोहन सिंह से कम लेकिन अधिक प्रभावी विदेश यात्राएं की हैं.

शाह ने दावा किया कि मनमोहन सिंह के विदेश दौरे विफल रहे. उन्होंने कैथल के वर्तमान विधायक रणदीप सिंह सुरजेवाला पर निशाना साधते हुए कहा, 'मोदी जी कुछ भी करते हैं तो सुरजेवाला को पेट दर्द होने लगता है.'

शाह ने कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह हुड्डा और रालोद के ओम प्रकाश चौटाला के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती राज्य सरकारों पर जातिगत राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हुड्डा और चौटाला के शासन में 'गुंडाराज' और 'भ्रष्टाचार' बढ़ा.

उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह भ्रष्टाचार मुक्त है.

चंडीगढ़: भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह हरियाणा विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए कैथल पहुंच गए हैं. वहां शाह जनसभा को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मनमोहन सिंह को मौनी बाबा बताया. साथ बालाकोट एयर स्ट्राइक और राफेल पर भी बात.

उन्होंने कहा कि अभी-अभी चुनावी प्रचार की शुरूआत हुई है और हमारे विरोधियों को मालूम ही नहीं पड़ रहा कि चुनाव की शुरुआत पूरब से करें, पश्चिम से करें, उत्तर से करें या दक्षिण से करें उनके पास कोई दिशा नहीं है. कल विजयादशमी थी, जो बुराई पर अच्छाई की प्रतीक है और यह शस्त्र पूजन करके मनाई जाती है. मैं देश के प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री जी को बधाई देता हूं कि कल के ही दिन उन्होंने राफेल को हमारी वायुसेना में शामिल करके देश की सुरक्षा को सुदृढ़ करने का काम किया है. मोदी जी ने राफेल को शामिल किया और राजनाथ जी ने फ्रांस की भूमि पर विजयादशमी के दिन उसका शस्त्र पूजन किया, लेकिन कांग्रेस वाले उसका भी विरोध कर रहे हैं. मैं इनसे कहना चाहता हूं कि तनिक रात को सोचा करो, किस बात का विरोध करना है, किसका नहीं.

अमित शाह का राफेल पर बयान.

आगे वे कहते हैं कि पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने अनुच्छेद 370 को उखाड़ कर फेंक दिया. 70 साल से देश के हर नागरिक के मन में एक कसक थी कि जम्मू-कश्मीर देश के साथ पूरा जुड़ा हुआ नहीं था. तीन-तीन पीढ़ियों तक शासन करने वालों में भी 370 हटाने की हिम्मत नहीं थी, जब भी हरियाणा में सरकार बनती थी तो वह विशेष जातियों के लिए बनती थी. एक सरकार आती थी तो वह एक जाति का काम करती थी, दूसरी आती थी दूसरी जाति का काम करती थी. मनोहर लाल खट्टर सरकार ऐसी बनी, जिसकी कोई जाति नहीं है, ये सरकार हर हरियाणा वासियों की सरकार है.

अमित शाह का संबोधन.

इस बार मौनी बाबा मनमोहन सिंह की सरकार नहीं थी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार थी. हमारे जवानों ने बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया, पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया और हमारा एक भी जवान नहीं मारा गया. उन्होंने उन जवानों का बदला लिया, जिन्होंने देश के नाम अपनी जान कुर्बान कर दी थी. यह हो सका तो सिर्फ मोदी सरकार की बदौलत.

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, जब हम 2024 में आपसे वोट मांगने आएंगे तो उससे पहले मैं यह बताना चाहता हूं कि तब तक हम देश से हर घुसपैठिये को बाहर निकाल चुके होंगे.'

शाह ने हरियाणा में अपनी तीन रैलियों में से पहली रैली को संबोधित करते हुए यह बात कही. हरियाणा में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा.

अमित शाह का संबोधन.

उन्होंने कांग्रेस नेताओं द्वारा 'शस्त्र पूजा' की आलोचना को लेकर उस पर (कांग्रेस पर) निशाना साधा. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को फ्रांस द्वारा भारत को लड़ाकू विमान सौंपे जाने पर 'शस्त्र पूजा' की थी.

उन्होंने वहां उपस्थित लोगों से पूछा पूछा, 'शस्त्र पूजा परंपरा का पालन होना चाहिए या नहीं? हमें इस परंपरा को जारी रखना चाहिए या नहीं?'

असम में एनआरसी को लेकर विवाद पर उन्होंने कहा, 'सत्तर वर्षों से घुसपैठियों ने देश की सुरक्षा को चुनौती दी है.

उन्होंने कहा कि एनआरसी के जरिये भाजपा सरकार सभी घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए प्रतिबद्ध है.'

शाह ने कांग्रेस और उसके स्थानीय प्रत्याशी रणदीप सुरजेवाला पर एन आर सी पर अमल के विरोध का आरोप लगाते हुए वहां उपस्थित लोगों से पूछा , 'घुसपैठियों को बाहर निकाला जाना चाहिए या नहीं?'

जानकारी देते संवाददाता.

शाह ने कहा, 'कांग्रेस से पूछा जाना चाहिए कि वे तीन तलाक और अनुच्छेद 370 और 35-ए को हटाने के विरोध में क्यों थे. उन्होंने एन आर सी का विरोध क्यों किया?' रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा राफेल की शस्त्र पूजा करने पर कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा इसकी आलोचना किये जाने के मुद्दे पर शाह ने कहा, 'राजनाथ जी ने फ़्रांस में शस्त्र पूजा की लेकिन कांग्रेस के लोगों को यह बुरा लगा.'

ये भी पढ़ें- हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: पीएम मोदी का कार्यक्रम तय, जानिए कब-कहां करेंगे रैली

उन्होंने कहा शस्त्र पूजा की परंपरा का पालन किया जाना चाहिए या नहीं. हमें यह परंपरा जारी रखनी चाहिए या नहीं. लेकिन कांग्रेस के लोग इसका भी विरोध कर रहे हैं.

भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त करने का विरोध किया. मैं राहुल से पूछना चाहता हूँ कि वह अनुच्छेद 370 के पक्ष में हैं या विरोध में.’’ शाह ने कहा कि किसी पूर्ववर्ती सरकार ने जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त करने का साहस नहीं किया लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार ने सत्ता में वापस आते ही संसद के पहले सत्र में यह कर दिखाया.

उन्होंने कहा, 'हमें आशा की थी कि इस पर सभी पार्टियों का साथ मिलेगा क्योंकि यह देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला था.' उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा सरकार द्वारा लिए गए हर निर्णय का विरोध करती है.

शाह ने कहा कि देश में लोगों में ऐसी भावना थी कि अनुच्छेद 370 और 35-ए के कारण जम्मू कश्मीर राज्य का भारत में पूर्ण एकीकरण नहीं हो सका था. उन्होंने कहा कि हरियाणा के कई सैनिकों ने जम्मू कश्मीर के लिए अपने प्राण न्योछावर किये हैं.

ये भी पढ़ें- फरवरी, 2021 तक भारत को मिल जाएंगे 18 राफेल : उड़ान के बाद राजनाथ सिंह

शाह ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने बांग्लादेश युद्ध में इंदिरा गांधी की प्रशंसा की थी क्योंकि वह कांग्रेस की जीत का नहीं बल्कि राष्ट्रीय हित का मामला था. शाह ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी ठिकानों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट स्ट्राइक का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है.

उन्होंने मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी ने मनमोहन सिंह से कम लेकिन अधिक प्रभावी विदेश यात्राएं की हैं.

शाह ने दावा किया कि मनमोहन सिंह के विदेश दौरे विफल रहे. उन्होंने कैथल के वर्तमान विधायक रणदीप सिंह सुरजेवाला पर निशाना साधते हुए कहा, 'मोदी जी कुछ भी करते हैं तो सुरजेवाला को पेट दर्द होने लगता है.'

शाह ने कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह हुड्डा और रालोद के ओम प्रकाश चौटाला के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती राज्य सरकारों पर जातिगत राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हुड्डा और चौटाला के शासन में 'गुंडाराज' और 'भ्रष्टाचार' बढ़ा.

उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह भ्रष्टाचार मुक्त है.

कैबिनेट मीटिंग के चलते शाह के कार्यक्रम में बदलाव

- पहले 9 अक्टूबर को 4 जनसभाएं करनी थी, लेकिन होंगी तीन 
- कैथल, लोहारू और महम में होंगे भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यकम
-  बरवाला में होने वाली जनसभा को रद्द किया
- आज 12.30 से शाम 4.05 तक साढ़े चार घंटे हरियाणा में हुंकार भरेंगे 
- 14 अक्टूबर को फिर हरियाणा आएंगे अमित शाह
रोहतक।

प्रदेश बीजेपी कार्यालय, रोहतक। केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के हरियाणा में चुनावी जनसभाओं को लेकर कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव हुआ है। यह बदलाव केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के चलते किया गया है। पहले अमित शाह की प्रदेश में 9 अक्टूबर को कैथल, बरवाला, लोहारू और महम में चार जनसभाएं होनी थी, लेकिन अब अमित शाह बुधवार को तीन जनसभाएं ही करेंंगे। ये जनसभाएं कैथल, लोहारू और महम में होंगी। बुधवार को अमित शाह प्रदेश में करीब साढ़े चार घंटे हुंकार भरेंगे। उनकी तीन जनसभाएं 12.30 बजे कैथल से शुरू होकर महम में 4.05 तक चलेंगी। इसके बाद भाजपा अध्यक्ष 14 अक्तूबर को दोबारा हरियाणा आएंगे। उस दिन टोहाना में रतिया, टोहाना और नरवाना विधानसभा की संयुक्त रैली होगी। जबकि दोपहर एक बजे पंचकूला में कालका और पंचकूला विधानसभा की संयुक्त रैली होगी। इसके बाद ढाई बजे वे करनाल पहुंचेंगे। जहां वे करनाल, इंद्री, असंध और नीलोखेडी विधानसभाओं को कवर करते हुए रैली करेंगे। शाम 4 बजे वे बादशाहपुर पहुंचेंगे। जहां गुरूग्राम, बादशाहपुर, पटौदी और बादली विधानसभा के कार्यकतार्ओं को संयुक्त रूप से संबोधित करेंगे।  इस बार भाजपा प्रदेश में 75 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही है। इसके लिए 40 स्टार प्रचारकोें को मैदान में उतारा गया है। इनमें करीब 18 केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं। वहीं भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के कार्यक्रम भी प्रदेश में हैं। 
------------
कैथल में पहली जनसभा 
कार्यक्रम के अनुसार अमित शाह हेलीकॉप्टर से दोपहर करीब 12.30 बजे कैथल पहुंचेंगे। शाह यहां के हुडा ग्राउंड सेक्टर-19 में जनसभा को संबोधित करेंगे। वे यहां करीब 12.35 से 1.20 बजे तक रुकेंगे। शाह कैथल जिले की तीन विधानसभाओं कैथल से प्रत्याशी लीलाराम गुर्जर, पूंडरी से वेदपाल एडवोकेट और गुहला से रवि तारावाली के लिए हुंकार भरेंगे। 
----------
लोहारू में दूसरी जनसभा
कैथल में जनसभा करने के बाद इसी दिन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बहल अनाजमंडी लोहारू में करीब 2.10 बजे पहुंचेंगे और वे यहां करीब 2.55 बजे तक दो विधानसभाओं भिवानी और तोशाम के लिए जनसभाएं करेंगे। भाजपा ने भिवानी से जेपी दलाल और तोशाम से शशि रंजन परमार को मैदान में उतारा है। 
----------
महम में तीसरी जनसभा
केंद्रीय गृहमंत्री बुधवार को ही महम की अनाजमंडी में तीन विधानसभाओं महम, कलानौर और गढ़ी-सांपला किलोई के लिए जनसभा को संबोधित करेंगे। उनके यहां पहुंचने का समय 3.20 बजे रखा गया है और यहां 4.05 बजे तक जनसभा को संबोधित करेंगे। भाजपा ने महम से शमशेर खरकड़ा, कलानौर से रामअवतार वाल्मीकि और गढ़ी-सांपला-किलोई से सतीश नांदल को उम्मीदवार बनाया है।
Last Updated : Oct 9, 2019, 11:50 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.