बेंगलुरु : केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि 17,000 करोड़ रुपये की लागत से नई ग्रीनफील्ड परियोजना- बेंगलुरु से चेन्नई एक्सप्रेसवे मार्च 2024 तक तैयार हो जाएगी. गडकरी ने शहर के बाहरी इलाके में होसकोटे के पास वडगनहल्ली में परियोजना का निरीक्षण करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि 285.3 किलोमीटर चार लेन की परियोजना यात्रा के समय को बचाने में मदद करेगी.
-
बेंगलुरु से मैसूर जाओगे तो मुझे याद करोगे! : श्री @nitin_gadkari जी #PragatiKaHighway #GatiShakti #BengaluruMysuruNationalHighway pic.twitter.com/IQdQ9b8f87
— Office Of Nitin Gadkari (@OfficeOfNG) January 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">बेंगलुरु से मैसूर जाओगे तो मुझे याद करोगे! : श्री @nitin_gadkari जी #PragatiKaHighway #GatiShakti #BengaluruMysuruNationalHighway pic.twitter.com/IQdQ9b8f87
— Office Of Nitin Gadkari (@OfficeOfNG) January 5, 2023बेंगलुरु से मैसूर जाओगे तो मुझे याद करोगे! : श्री @nitin_gadkari जी #PragatiKaHighway #GatiShakti #BengaluruMysuruNationalHighway pic.twitter.com/IQdQ9b8f87
— Office Of Nitin Gadkari (@OfficeOfNG) January 5, 2023
मंत्री ने कहा कि इससे प्रमुख शहरों और भीड़भाड़ वाले इलाकों से गुजरने में देरी से बचने में भी मदद मिलेगी. गडकरी ने कहा, 'कर्नाटक में 71.7 किलोमीटर की इस भारतमाला परियोजना (Bharatmala project) पर 5,069 करोड़ रुपये खर्च होंगे.'
उन्होंने कहा, 'इस सड़क को बनाने से हम लॉजिस्टिक कॉस्ट कम कर देंगे. पहले से ही 231 किमी का निर्माण चल रहा है. मार्च, 2024 तक हम इस परियोजना को पूरा करना चाहते हैं.'
गडकरी ने कहा कि इस परियोजना में एक वन भूमि शामिल है जिसके बारे में उन्होंने सभी मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से बात की है. उन्होंने यह भी कहा कि इस खंड पर एक अमृत महोत्सव पक्षी अभयारण्य (Amrit Mahotsav Bird Sanctuary) और एक अमृत सरोवर (Amrit Sarovar) भी बनेगा.
मैसूरु-बेंगलुरु हाईवे को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह अगले महीने तक बनकर तैयार हो जाएगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे. एक बार परियोजना पूरी हो जाने पर यात्रा का समय एक घंटा, 10 मिनट कम हो जाएगा.
गडकरी ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) भी जल संरक्षण के हिस्से के रूप में झीलों को गहरा करने का काम करेगा. उन्होंने बताया कि भूमि का उच्च मूल्य होने के कारण एनएचएआई के सामने भूमि अधिग्रहण एक बड़ी चुनौती है.
बेंगलुरु में यातायात की भीड़ और प्रदूषण को कम करने के लिए गडकरी ने इन राजमार्गों के साथ सैटेलाइट टाउनशिप की सिफारिश की. उनके अनुसार, NHAI कर्नाटक में दो लाख करोड़ रुपये की 8,005 किलोमीटर लंबी परियोजनाओं पर काम कर रहा है.
पढ़ें- बैंक स्वच्छ ऊर्जा वाले वाहन खरीदने के लिए सस्ता कर्ज दें : गडकरी