नई दिल्लीः बुराड़ी इलाके के उत्तराखंड एनक्लेव में एक ही परिवार के 2 लोगों ने तीन दिन के अंदर अपनी जीवन लीला समाप्त कर लिया. जानकारी के मुताबिक 58 साल के श्यामलाल पिछले 20 साल से उत्तराखंड एन्क्लेव में रहते थे. वह पीसीआर के उत्तर पश्चिमी जोन में एएसआई तैनात थे. परिवार में पत्नी, दो बेटे-बहुएं और एक नाती है. दोनों बेटे सचिन और संदीप निजी कंपनी में काम करते हैं.
श्यामलाल का बड़ा बेटा सचिन की किसी कारणों से नौकरी छूट गई और उसके बाद से ही वह घर पर रहने लगा था. वह कुछ दिनों से परेशान चल रहा था. इसी बीच सचिन ने 17 जून को फांसी ली. सचिन नौकरी छूटने के बाद से ही डिप्रेशन में चल रहा था और इसी कारण से उसने खुदकुशी कर ली. वह शादीशुदा था. उसकी छोटी बच्ची भी है. जवान बेटे की मौत के बाद से ही श्याम लाल पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. बेटे की मौत के बाद श्यामलाल पूरी तरीके से टूट गए.
परिजनों ने बताया कि उनकी हालत को देखकर उन्हें अकेला नहीं छोड़ा जाता था. लेकिन परिवार से बचते हुए मौका पाकर बेटे की मौत के तीन दिन बाद ही श्यामलाल उसी कमरे में पहुंचे, जहां उनके बेटे सचिन ने फांसी लगाई थी. इसके बाद श्यामलाल ने खुदकुशी कर ली. पड़ोस में रहने वाले व्यक्ति ने श्यामलाल को फांसी के फंदे से झूलते हुए देखा तो शोर मचाया और मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को उतारा गया. मौके पर बुराड़ी एसएचओ और अन्य पुलिस चौकी पहुंचा, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. इसके बाद प्रक्रिया होने पर परिजनों को शव सौंप दिया गया. जानकारी के अनुसार श्यामलाल उत्तर प्रदेश के बड़ोद के पास मंगरौली गांव के रहने वाले थे और दिल्ली पुलिस में को बतौर कांस्टेबल भर्ती हुए थे.
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