श्रीनाथजी मंदिर में 350 वर्षों पुरानी परंपरानुसार मनाई गई जन्माष्टमी, देखिए वीडियो
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श्रीनाथजी मंदिर में 350 वर्षों पुरानी परंपरा के अनुसार जन्माष्टमी मनाई गई. मंदिर से निकाली गई विशाल शोभायात्रा में भजनों की धुन पर श्रद्धालु झूमते दिखे. रात्रि बारह बजे जब भगवान कृष्ण का जन्म हुआ तब 21 तोपों की सलामी दी गई. नाथद्वारा नगर स्थित पुष्टिमार्गीय वल्लभ सम्प्रदाय की प्रधानपीठ श्रीनाथजी मंदिर में बीते गुरुवार को जन्माष्टमी 350 वर्षों पुरानी परम्पराओं के अनुसार मनाई गई. शतकों पुरानी परंपरा का निर्वहन करते हुए भगवान कृष्ण की जन्म पर रात्रि बारह बजे 21 तोपों की सलामी भी दी गई, सैंकड़ों की संख्या में श्रद्धालु नाथद्वारा पहुँचे ओर श्रीनाथजी के दर्शनों का लाभ लिया. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की वजह से बाजारों में भी पूरी रौनक रही. वहीं सांध्य समय भव्य शोभायात्रा निकाली गई. जिसमें कृष्ण व श्रीनाथजी के प्रसंगों पर आधारित झांकिया सजाई गई थी. शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए श्रीनाथजी मंदिर की परिक्रमा कर संपन्न हुई. वहीं देर शाम आठ बजे जागरण के दर्शन खुले जो रात्रि 12 बजे तक जारी रहे. जिसके ठीक बाद कृष्णा जन्म की खुशी में स्थानीय रसाल चौक पर 21 तोपों की सलामी दी गई.