Janmashtami, जब धर्म की हानि होती है तब जगत के पालनहार लेते हैं जन्म
जब कोई प्रेम तथा भक्ति के साथ परमात्मा को पत्र, पुष्प, फल या जल प्रदान करता है, तो परमात्मा उसे स्वीकार करते हैं. मनुष्य जो कुछ करता है, जो कुछ खाता है, जो दान देता है और जो भी तपस्या करता है, उसे परमात्मा को समर्पित करते हुए करना चाहिए. जो प्रेम पूर्वक परमात्मा की सेवा करने में निरंतर लगे रहते हैं, उन्हें परमात्मा ज्ञान प्रदान करते हैं, जिसके द्वारा वे परमात्मा तक पहुंच सकते हैं. जो लोग परमात्मा की शरण ग्रहण करते हैं, भले ही निम्न जन्मा स्त्री, व्यापारी तथा श्रमिक क्यों न हों, वे परमधाम को प्राप्त करते हैं. Lord shri Krishna . Reading listening Geeta . Janmashtami 2022
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:26 PM IST