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हृदय रोग से बचाव के लिए जरूरी अनुशासित जीवनशैली : विश्व हृदय दिवस - एथेरोस्क्लेरोसिस

वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन के अनुसार दुनिया भर में लगभग हर साल 18 मिलीयन मरीजों की मौत दिल की बीमारियों के कारण होती है. वहीं हृदयघात के रोगियों में से 50 फीसदी मरीज तो अस्पताल जाने से पहले ही दम तोड़ देते हैं. हृदय रोगों की गंभीरता को देखते हुए लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है.

World Heart Day
विश्व हृदय दिवस
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Published : Sep 29, 2020, 10:26 AM IST

हर साल दिल के दौरे या हृदय से जुड़ी बीमारियों के चलते दुनिया भर में अनगिनत मौतें होती हैं. जिसका कारण विकसित देशों की अस्वस्थ व अनुशासनहीन जीवन शैली को माना जा रहा है. खानपान में लापरवाही, पर्यावरण में फैलता प्रदूषण तथा अन्य कई कारणों से पिछले कुछ समय में हृदय रोगियों की संख्या में बहुत तेजी से बढ़ोतरी हुई है. पिछले कुछ सालों में ना सिर्फ बड़ी उम्र के लोगों में बल्कि छोटी उम्र के बच्चों तथा किशोरों में भी हृदय रोग के मामले देखने सुनने में आने लगे है. दुनिया भर में हृदय रोगों व उनसे जुड़ी समस्याओं तथा उनके रोकथाम के उपायों के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 29 सितंबर को 'विश्व हृदय दिवस' मनाया जाता है.

विश्व हृदय दिवस 2020 और कोरोना

वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन (डब्ल्यूएचएफ) द्वारा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ मिलकर सर्वप्रथम वर्ष 1999 में विश्व हृदयरोग दिवस मनाया गया था. जिसके उपरांत वर्ष 2013 तक हर वर्ष इस विशेष दिवस को सितंबर माह के आखिरी रविवार को मनाया जाता रहा. लेकिन वर्ष 2014 से 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया जाना निर्धारित किया गया. तब से हर साल यह दिवस अलग-अलग विषयों यानि थीम पर आयोजित किया जाता रहा है. इस वर्ष विश्व हृदय दिवस के लिए 'यूज योर हार्टबीट कार्डियोवैस्कुलर डिजीज' को थीम रखा गया है.

वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते विश्व हृदय दिवस की इस थीम का महत्व और भी बढ़ गया है, क्योंकि इस वायरस का असर हृदय रोगियों पर ज्यादा होता है. सामान्य समय-काल के अलावा कोरोना काल में भी हृदय रोगियों के लिए बढ़ती समस्याओं और सावधानियों तथा कार्डियोवेसक्यूलर रोगों के जोखिम को कम करने के लिए निवारक उपायों को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से डब्ल्यूएचओ तथा विभिन्न सरकारी, सामाजिक तथा गैर सरकारी संस्थाएं कई तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रही हैं. इनके अलावा निशुल्क चिकित्सा जांच, फिटनेस तथा खेल संबंधी कार्यक्रम, संगोष्ठियां तथा प्रदर्शनियों का भी आयोजन किया जाना सुनिश्चित किया गया है.

क्या है हृदय रोग

हृदय रोग या कार्डियोवैस्कुलर रोग उन अवस्थाओं को कहा जाता है, जिनमें हमारी रक्त वाहिकाओं के संकुचन या उनके अवरुद्ध होने के कारण दिल का दौरा या स्ट्रोक आने का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा रक्त वाहिका रोग जैसे धमनी रोग, हृदय की धड़कनों में होने वाली परेशानियां तथा वाल्व संबंधी समस्याएं भी हृदय रोगों के अंतर्गत आती हैं. हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर, एंजाइना, अनियमित दिल की धड़कन, दिल में छेद, बाहरी धमनी की बीमारी, कार्डियोमायोपैथी, एथेरोस्क्लेरोसिस तथा रूमेटिक हार्ट डिजीज आदि दिल की बीमारियों के अंतर्गत आते हैं.

हृदय रोगों के मुख्य लक्षण

  1. छाती में भारीपन, दबाव या दर्द.
  2. जबड़े, गर्दन, पीठ तथा पेट के ऊपरी भाग में दर्द.
  3. थकान और कमजोरी.
  4. लगातार सांस का फूलना.
  5. धड़कन में तेजी या वृद्धि आना.
  6. चक्कर व पसीना आना.
  7. शरीर पर सूजन आना शामिल है.

हृदय से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

  • हृदय किसी भी जीव के शरीर का मुख्य अंग होता है. यदि वो ही काम करना बंद कर दे, तो जीव की मृत्यु हो जाती है. दिल से जुड़े बहुत से रोचक तथ्य भी हैं. जिनके बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं.
  • हमारे दिल का आकार एक व्यस्क व्यक्ति की मुट्ठी के बराबर होता है और यह प्रतिदिन लगभग 1 लाख 15 हजार बार धड़कता है.
  • दिल की धड़कन की जो आवाज हम सुनते हैं, वह दरअसल दिल के वाल्व के खुलने और बंद होने की आवाज है.
  • प्रतिदिन हमारा दिल लगभग 2 हजार गैलन खून को पंप करता है.
  • यदि हम अपनी रक्त वाहिकाओं को खोल सकें, तो वह लगभग 60 हजार मील जितनी लंबी हो सकती हैं.
  • सामान्य मनुष्य के दिल का वजन लगभग 1 पाउंड होता है. पुरुषों के दिल का भार महिलाओं के दिल के भार से लगभग 2 औंस ज्यादा होता है.
  • महिलाओं का दिल पुरुषों के मुकाबले थोड़े ज्यादा तेजी से धड़कता है.
  • हंसना हमारे दिल के लिए बहुत अच्छा होता है. इससे तनाव कम होता है तथा हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती है.

हर साल दिल के दौरे या हृदय से जुड़ी बीमारियों के चलते दुनिया भर में अनगिनत मौतें होती हैं. जिसका कारण विकसित देशों की अस्वस्थ व अनुशासनहीन जीवन शैली को माना जा रहा है. खानपान में लापरवाही, पर्यावरण में फैलता प्रदूषण तथा अन्य कई कारणों से पिछले कुछ समय में हृदय रोगियों की संख्या में बहुत तेजी से बढ़ोतरी हुई है. पिछले कुछ सालों में ना सिर्फ बड़ी उम्र के लोगों में बल्कि छोटी उम्र के बच्चों तथा किशोरों में भी हृदय रोग के मामले देखने सुनने में आने लगे है. दुनिया भर में हृदय रोगों व उनसे जुड़ी समस्याओं तथा उनके रोकथाम के उपायों के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 29 सितंबर को 'विश्व हृदय दिवस' मनाया जाता है.

विश्व हृदय दिवस 2020 और कोरोना

वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन (डब्ल्यूएचएफ) द्वारा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ मिलकर सर्वप्रथम वर्ष 1999 में विश्व हृदयरोग दिवस मनाया गया था. जिसके उपरांत वर्ष 2013 तक हर वर्ष इस विशेष दिवस को सितंबर माह के आखिरी रविवार को मनाया जाता रहा. लेकिन वर्ष 2014 से 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया जाना निर्धारित किया गया. तब से हर साल यह दिवस अलग-अलग विषयों यानि थीम पर आयोजित किया जाता रहा है. इस वर्ष विश्व हृदय दिवस के लिए 'यूज योर हार्टबीट कार्डियोवैस्कुलर डिजीज' को थीम रखा गया है.

वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते विश्व हृदय दिवस की इस थीम का महत्व और भी बढ़ गया है, क्योंकि इस वायरस का असर हृदय रोगियों पर ज्यादा होता है. सामान्य समय-काल के अलावा कोरोना काल में भी हृदय रोगियों के लिए बढ़ती समस्याओं और सावधानियों तथा कार्डियोवेसक्यूलर रोगों के जोखिम को कम करने के लिए निवारक उपायों को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से डब्ल्यूएचओ तथा विभिन्न सरकारी, सामाजिक तथा गैर सरकारी संस्थाएं कई तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रही हैं. इनके अलावा निशुल्क चिकित्सा जांच, फिटनेस तथा खेल संबंधी कार्यक्रम, संगोष्ठियां तथा प्रदर्शनियों का भी आयोजन किया जाना सुनिश्चित किया गया है.

क्या है हृदय रोग

हृदय रोग या कार्डियोवैस्कुलर रोग उन अवस्थाओं को कहा जाता है, जिनमें हमारी रक्त वाहिकाओं के संकुचन या उनके अवरुद्ध होने के कारण दिल का दौरा या स्ट्रोक आने का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा रक्त वाहिका रोग जैसे धमनी रोग, हृदय की धड़कनों में होने वाली परेशानियां तथा वाल्व संबंधी समस्याएं भी हृदय रोगों के अंतर्गत आती हैं. हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर, एंजाइना, अनियमित दिल की धड़कन, दिल में छेद, बाहरी धमनी की बीमारी, कार्डियोमायोपैथी, एथेरोस्क्लेरोसिस तथा रूमेटिक हार्ट डिजीज आदि दिल की बीमारियों के अंतर्गत आते हैं.

हृदय रोगों के मुख्य लक्षण

  1. छाती में भारीपन, दबाव या दर्द.
  2. जबड़े, गर्दन, पीठ तथा पेट के ऊपरी भाग में दर्द.
  3. थकान और कमजोरी.
  4. लगातार सांस का फूलना.
  5. धड़कन में तेजी या वृद्धि आना.
  6. चक्कर व पसीना आना.
  7. शरीर पर सूजन आना शामिल है.

हृदय से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

  • हृदय किसी भी जीव के शरीर का मुख्य अंग होता है. यदि वो ही काम करना बंद कर दे, तो जीव की मृत्यु हो जाती है. दिल से जुड़े बहुत से रोचक तथ्य भी हैं. जिनके बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं.
  • हमारे दिल का आकार एक व्यस्क व्यक्ति की मुट्ठी के बराबर होता है और यह प्रतिदिन लगभग 1 लाख 15 हजार बार धड़कता है.
  • दिल की धड़कन की जो आवाज हम सुनते हैं, वह दरअसल दिल के वाल्व के खुलने और बंद होने की आवाज है.
  • प्रतिदिन हमारा दिल लगभग 2 हजार गैलन खून को पंप करता है.
  • यदि हम अपनी रक्त वाहिकाओं को खोल सकें, तो वह लगभग 60 हजार मील जितनी लंबी हो सकती हैं.
  • सामान्य मनुष्य के दिल का वजन लगभग 1 पाउंड होता है. पुरुषों के दिल का भार महिलाओं के दिल के भार से लगभग 2 औंस ज्यादा होता है.
  • महिलाओं का दिल पुरुषों के मुकाबले थोड़े ज्यादा तेजी से धड़कता है.
  • हंसना हमारे दिल के लिए बहुत अच्छा होता है. इससे तनाव कम होता है तथा हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती है.
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