स्पर्म एलर्जी या वीर्य एलर्जी एक दुर्लभ रोग है, जो पुरुषों से ज्यादा महिलाओं के यौन स्वास्थ्य विशेषकर प्रजन्नतन्त्र को प्रभावित करता है. सीमन एलर्जी एक ऐसी समस्या है, जिसके बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं है, क्योंकि यह पुरुषों में बहुत आम नहीं होती है. लेकिन यदि यह समस्या किसी पुरुष को होती है, तो यह बांझपन जैसी समस्या उत्पन्न कर सकती है. सीमन एलर्जी के बारे में अधिक जानकारी के लिए ETV भारत सुखीभवा की टीम ने एन्डरोलॉजिस्ट डॉ. राहुल रेड्डी से बात की.
क्या है स्पर्म एलर्जी?
डॉ. राहुल रेड्डी बताते हैं की आमतौर पर ह्यूमन सेमीनल प्लाज्मा हाइपर सेंसिटिव के नाम से प्रचलित शुक्राणु एलर्जी वीर्य में मौजूद ग्लाइको प्रोटीन या कम पीएच के चलते होती है. यह आम रोग नहीं है, और अपेक्षाकृत कम लोगों में पाया जाता है. इस अवस्था का पुरुष के स्वास्थ पर ज्यादा असर नहीं पड़ता है, लेकिन वह यदि बिना कंडोम का इस्तेमाल किए शारीरिक संबंध बनाता है, तो उसके स्पर्म के उसकी महिला साथी के शरीर के संपर्क में आते ही कुछ ही क्षणों में महिला साथी के जननांगों में समस्याएं उत्पन्न होने लगती है. ज्यादातर मामलों में महिला को यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन तथा उस जैसे अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
स्पर्म एलर्जी के लक्षण
डॉ. राहुल रेड्डी बताते हैं की वीर्य एलर्जी के मुख्य लक्षण ज्यादातर महिलाओं में ही नजर आते हैं. शारीरिक संबंधों के उपरांत शुक्राणु के शरीर के संपर्क में आने के 10 से 20 मिनटों में लक्षण नजर आने लगते है. एलर्जी के चलते महिलाओं के यौनिक अंगों में होने वाली परेशानियों को नजर अंदाज करने पर उनमें यूरिनरी ट्रैक इन्फेक्शन जैसी समस्याएं होने लगती है. यदि हर बार शारीरिक संबंधों के उपरांत महिला को योनि में जलन और बुखार जैसी समस्या हो, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए. कई बार शुक्राणु एलर्जी के संकेत प्रजनन अंगों तक ही सीमित नहीं होते हैं. ये शरीर के अन्य किसी भी अंग में हो सकते हैं. स्पर्म एलर्जी के लक्षणों में निम्न शामिल हैं;
- पुरुषों के जननांग के अग्रभाग पर रैशेज होना
- महिलाओं के जननांग में खुजली
- योनि में छोटे दाने निकलना
- योनि में जलन
- पुरुषों की छाती में घुटन महसूस होना
- सांस लेते वक्त परेशानी
- पेशाब करते वक्त दर्द
- महिलाओं की योनि में एक्जिमा
स्पर्म एलर्जी और बांझपन
वीर्य में एलर्जी का बांझपन से सीधा संबंध नहीं होता है, लेकिन एलर्जी के चलते अपनाई जाने वाली सुरक्षा के कारण गर्भधारण में समस्या होती है. शारीरिक असुविधा के अलावा, स्पर्म एलर्जी पति और पत्नी के रिश्ते को भी प्रभावित करती है. इस रोग के कारण रिश्ते में आत्मीयता कम होने लगती है. जिससे रिश्ते और विवाहित जीवन पर बुरा असर होता है.
स्पर्म एलर्जी का उपचार
डॉ. राहुल बताते हैं की जो पुरुष वीर्य एलर्जी का शिकार होते है. उन्हें चिकित्सक सबंधों के दौरान कंडोम के इस्तेमाल की सलाह देते है. वहीं कुछ महिलायें इस अवस्था में शारीरिक संबंधों से पूर्व एंटी एलर्जीक दवाइयों का सेवन भी करती है. ऐसे लोग जो अपने परिवार को बढ़ाना चाहते हैं, उन्हें चिकित्सक इस अवस्था में आईयूआई यानि इंट्रायूटरिन इनसेमिनेशन तथा इंट्रा वेजाइनल सेमीनल ग्रेडेड चैलेंज की सलाह दी जाती है. इसके अलावा एंटी बाइटिक की मदद से पुरुष के वीर्य में पीएच को कम करने का प्रयास किया जाता है.