अपने साथी के साथ बिताए गए अंतरंग समय किसी भी जोड़े के लिए बहुत खास होते हैं. शारीरिक संबंध ना सिर्फ किसी जोड़े में प्यार और अपनेपन को बढ़ाते हैं, बल्कि उन्हें कई प्रकार की शारीरिक बीमारियों से भी दूर रखते हैं. लेकिन संबंधों के दौरान थोड़ी सी लापरवाही स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकती है. शारीरिक संबंधों के दौरान या उसके बाद में अपने निजी अंगों की साफ-सफाई ना रखने के कारण आमतौर पर लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. सेक्स के उपरांत निजी अंगों की सही ढंग से साफ-सफाई ना होने के चलते महिलाओं के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर को लेकर ETV भारत सुखीभवा की टीम ने महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रेणुका गुप्ता से बात की.
क्यों जरूरी है निजी अंगों की साफ-सफाई
डॉ. रेणुका गुप्ता ने बताया कि महिलाओं का मूत्र मार्ग पुरुषों के मुकाबले छोटा तथा संकरा होता है. इसीलिए वहां बैक्टीरिया संक्रमण होने का खतरा अपेक्षाकृत ज्यादा होता है. दरअसल पुरुषों में स्पर्म तथा पेशाब एक ही रास्ते से शरीर से बाहर निकलते हैं. इसलिए शारीरिक संबंधों के दौरान उनकी मूत्र में पाए जाने वाले बैक्टीरिया का संक्रमण महिलाओं की योनि में फैल सकता है. इसलिए बहुत जरूरी है कि शारीरिक संबंधों के उपरांत महिलाएं अपने निजी अंगों को विशेष तौर पर साफ करें.
साफ-सफाई के अतिरिक्त यदि महिला शारीरिक संबंधों के उपरांत पेशाब भी करती है, तो उसके निजी अंग में संक्रमण का खतरा कुछ हद तक कम हो जाता है. ऐसी महिलाएं जिन्हें बार-बार यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन यानी यूटीआई या अन्य प्रकार के फंगल इनफेक्शन की समस्याएं होती हो, तो उनके लिए बहुत जरूरी है कि संबंधों के दौरान वह कंडोम का उपयोग करें. निजी अंगों के प्रति सफाई में जरा सी अनदेखी जहां महिलाओं में संक्रमण की घटनाएं बढ़ाती है. वहीं संक्रमण के ज्यादा बढ़ने पर उसके प्रजनन तंत्र पर भी गंभीर प्रभाव पड़ सकता हैं.
महिलाएं कैसे रखें निजी अंगों की साफ-सफाई
अपने निजी अंगों के स्वास्थ्य को लेकर ज्यादातर महिलाएं जागरूक नहीं होती हैं. जिसके चलते उन्हें कई बार छोटी-बड़ी बीमारियों तथा परेशानियों का सामना करना पड़ता है. डॉ. रेणुका बताती है कि बहुत जरूरी है कि अपनी निजी अंग यानी योनि के आसपास के इलाके को सही तरीके से साफ सुथरा रखा जाए.
- सेक्स के उपरांत योनि तथा उसके आसपास के इलाके को अच्छे से पानी से धोया जाए.
- प्यूबिक हेयर या निजी अंगों के आसपास के बालों को नियमित तौर पर छोटा करते रहें.
- निजी अंगों के अंदरूनी हिस्सों को साबुन से धोने से बचे हैं, क्योंकि साबुन में तीव्र केमिकल का इस्तेमाल होता है, जो हमारे अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है.
- संबंधों के दौरान अपने साथी को कंडोम का उपयोग करने की सलाह दें.
- जेनिटल वाश का नियमित तौर पर इस्तेमाल ना करें.
- ध्यान दें की निजी अंग ज्यादा समय तक गीले या नमी से भरे ना रहे.
- हमेशा धुले हुए, अच्छे से सूखे हुए साफ और स्वच्छ अंदरूनी वस्त्र ही पहने.