गर्मी के मौसम में पसीना, तेज धूप का प्रभाव, नमी की कमी सहित कई कारणों से बालों की गुणवत्ता स्वाभाविक रूप से प्रभावित होने लगती है. नतीजा बालों में खुश्की, रूसी, सिर की त्वचा में रोग व संक्रमण और यहां तक कि जुएं पड़ने जैसी समस्याएं भी काफी ज्यादा परेशान करने लगती हैं. जिसके कारण ना सिर्फ बालों का टूटना बढ़ जाता है बल्कि वे ज्यादा रूखे और बेजान भी नजर आने लगते हैं. उत्तराखंड की डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. आशा सकलानी बताती हैं कि गर्मियों में मौसम में बालों को ज्यादा साफ-सफाई व देखभाल की जरूरत होती है. विशेषतौर पर ऐसे इलाकों में जहां ह्यूमिडीटी या प्रदूषण बहुत ज्यादा होता हो, वहां ना सिर्फ महिलाओं बल्कि पुरुषों को भी अपने बालों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.
गंदगी, धूप और पसीना बढ़ाते हैं समस्याएं
वह बताती हैं कि ज्यादातर लोग गर्मी के मौसम में बिना सिर को ढके बाहर चले जाते हैं. ऐसे में वातावरण में मौजूद धूल-मिट्टी और प्रदूषण के कण जब सूरज की तीव्र किरणों के साथ बालों और सिर की त्वचा पर पहुंचते हैं तो सिर की त्वचा पर उनका दुष्प्रभाव अपेक्षाकृत ज्यादा पड़ता है. वहीं इस मौसम में दोपहिया वाहनों पर चलने वाले लोगों के बालों में भी लंबे समय तक हेलमेट पहनने के चलते ज्यादा पसीना आने तथा उसके एकत्रित होने की आशंका बढ़ जाती है. ऐसे में सिर की त्वचा के रोम छिद्रों और बालों की जड़ों वाले छिद्रों पर गंदगी जमा हो जाती है. जिससे बाल रोगग्रस्त हो सकते हैं तथा सिर की त्वचा पर खुजली, रेश, चकत्ते या अन्य त्वचा संबंधी समस्याओं के होने का जोखिम बढ़ जाता है.
डॉ. आशा बताती हैं कि गर्मी के मौसम में बहुत जरूरी है कि बालों की साफ-सफाई का ज्यादा ध्यान रखा जाए, साथ ही उनकी ज्यादा देखभाल भी की जाए. जिसके लिए कुछ विशेष बातों को ध्यान में रखा जा सकता है:
- बालों को माइल्ड यानी कम रसायन वाले या हर्बल शैंपू से हफ्ते में कम से कम तीन बार धोएं. लेकिन ऐसे लोग जिनका ज्यादातर समय धूल-मिट्टी वाले इलाकों में बीतता हो या फिर जो प्रतिदिन ज्यादा देर तक हेलमेट पहनते हों उन्हें नियमित रूप से अपने सिर को धोना चाहिए.
- इस मौसम में भले ही आप कुछ क्षणों के लिए घर से बाहर निकल रहें हो, बालों को हमेशा सूती कपड़े, दुपट्टे या टोपी से ढक कर रखें. आपके बाल सीधे धूप या धूल मिट्टी के संपर्क में आने से बचें, इस बात का पूरा ध्यान रखना चहिए. वहीं ना सिर्फ महिलाएं बल्कि ऐसे पुरुष भी जो काफी देर तक हेलमेट पहनते हों, जहां तक संभव हो हेलमेट को पहनने से पहले बालों को किसी सूती कपड़े से अवश्य ढक कर रखें. इससे ना सिर्फ पसीना ज्यादा व जल्दी सूखता है बल्कि उसके चलते होने वाले संक्रमण से भी बचाव हो सकता है.
- गर्मी के प्रकोप से बालों की नमी छिन जाती है और शरीर में भी पानी व नमी की कमी होने लगती है. इसलिए इस मौसम में लगातार पानी पीते रहना चाहिए. जिससे बालों ही नहीं सम्पूर्ण शरीर को भी पानी की कमी के चलते होने वाले दुष्प्रभावों से बचाया जा सके. इसके अलावा लिक्विड डाइट ज्यादा लेनी चाहिए. साथ ही ऐसे फल और सब्जियों का सेवन करना चाहिए जिनमें पानी की मात्रा ज्यादा हो.
- वैसे तो बालों को कसकर बांधना हमेशा ही बालों के लिए नुकसानदायक होता है, लेकिन इस मौसम में विशेषतौर पर महिलाओं को बालों को ज्यादा कसकर नहीं बांधना चाहिए. क्योंकि पसीने व धूप के प्रभाव में वैसे ही बालों की जड़ कमजोर हो सकती है. ऐसे में उन्हें ज्यादा कसकर बांधने से बाल ज्यादा टूट सकते हैं.
- सिर्फ इस मौसम में ही नहीं बल्कि हमेशा ही अपने बालों को सुखाने के लिए तौलिए से उन्हें ज्यादा जोर से रगड़ना नहीं चाहिए. इससे बाल तो टूटते ही हैं, साथ ही उनकी प्राकृतिक नमी भी कम होने लगती है. बालों को सुखाने के लिए सूती कपड़ा या तौलिया आदर्श होता है. बालों को सुखाने के लिए हमेशा गीले बालों को तौलिए से आराम से थपथपाना चाहिए जिससे बालों से अतिरिक्त पानी निकल जाए और उन पर खिंचाव भी ना पड़ें.
- बालों को स्वस्थ रखने के लिए उन पर ज्यादा ब्लो ड्राई या फ्लैट आयरन का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए. वहीं बालों पर ज्यादा रसायनयुक्त उत्पादों का उपयोग करने से या ऐसे ट्रीटमेंट लेने से, बचना चाहिए जिनसे बालों के प्राकृतिक स्वरूप पर असर पड़े.
- अपने बालों में हफ्ते में कम से कम दो बार तेल जरूर लगाना चाहिए. लेकिन गर्मी के मौसम में तेल को सिर पर लंबी अवधि तक लगाए रखने से बचना चाहिए. शैम्पू करने से 15 मिनट से लेकर एक घंटे पहले तक तेल लगाना इस मौसम में ज्यादा बेहतर होता है.
सावधानी बरतें
डॉ. आशा बताती हैं कि यदि तमाम सावधानियों के बाद भी गर्मियों के मौसम में बालों या उनकी जड़ों में समस्याएं ज्यादा प्रभाव डालने लगें और सिर में ज्यादा खुजली होने, दाने होने तथा त्वचा संबंधी या अन्य समस्याएं नजर आने लगे और आपको ज्यादा परेशान करने लगें तो एक बार डर्मेटोलॉजिस्ट से परामर्श अवश्य ले लेना चाहिए.