स्वस्थ शारीरिक संबंध किसी भी दंपति या जोड़े के रिश्ते में मजबूत स्तंभ की भूमिका निभाते हैं। जानकार मानते हैं की सेक्स लोगों में आत्मविश्वास जगाता है। यह शारीरिक सुख और मानसिक शांति का कारण तो बनता ही है, साथ ही पार्टनर से प्यार जताने का माध्यम होता है। लेकिन कई बार आपसी मनमुटाव, घरेलू समस्याओं, अस्वस्थकारी जीवन शैली, शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य तथा हार्मोन्स में बदलाव के कारण लोगों के सेक्स संबंधी प्रभावित होने लगते हैं। सिर्फ यही नही शारीरिक संबंधों में एकरसता भी महिलाओं और पुरुषों के यौन जीवन को बहुत ज्यादा प्रभावित करती है। ऐसे में कुछ बातों को ध्यान में रखकर लोग अपने नीरस तथा उत्साहहीन हो चुके यौन जीवन को फिर से रोमांचक और रोमांस से भरपूर बना सकते हैं।
नियमित व्यायाम करें
व्यायाम की जरूरत सिर्फ शरीर को स्वस्थ रखने के लिए ही नहीं होती है, बल्कि यह मनुष्य के मानसिक और यौनिक स्वास्थ्य को भी बरकरार रखता है। हॉवर्ड मेडिकल स्टडी के अनुसार प्रतिदिन 30 मिनट चलने से व्यक्ति में नपुंसकता होने की आशंका 55% तक कम हो जाती है। यहीं नही नियमित रूप से व्यायाम करने से व्यक्ति का बीएमआई यानी बॉडी मास इंडेक्स भी आदर्श बना रहता है जिसके परिणाम स्वरुप उनकी सेक्स लाइफ भी अच्छी रहती है।
जरूरी मात्रा में अच्छी गुणवत्ता वाली नींद ले
सही मात्रा में ली गई अच्छी गुणवत्ता वाली नींद संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी होती है। 2015 में किए गए एक शोध के अनुसार अच्छी नींद ना सिर्फ कामोत्तेजना तथा कामेच्छा बढ़ाती है बल्कि विभिन्न प्रकार के मानसिक दबाव जैसे तनाव, एंजाइटी डर तथा गुस्से जैसी समस्याओं को दूर करने में कारगर होती है।
अच्छा भोजन जरूरी
हमारा आहार भी हमारे सेक्स जीवन को प्रभावित कर सकता है। जो भी भोजन हम खाते हैं वह हमारे शरीर में रक्त शर्करा के स्तर, रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित करता है। अस्वस्थ आहार के चलते लोगों को आमतौर पर हृदय संबंधी समस्याएं तथा मेटाबॉलिक समस्याएं होने का खतरा भी रहता है। जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से व्यक्ति की कामेच्छा और उसकी कामोत्तेजना को प्रभावित करती है। इसलिए हमेशा ऐसे भोजन का सेवन करना चाहिए जिसमें प्रोटीन की मात्रा ज्यादा हो तथा शर्करा की मात्रा कम हो। अस्वस्थकारी भोजन कई बार ओबेसिटी यानी मोटापे जैसी समस्या को भी जन्म देता है जो कि यौनिक स्वास्थ्य की दुश्मन मानी जाती है।
बातें जरूरी है
भोजन और स्वस्थ शैली के अलावा भी किसी भी रिश्ते को सजीव और सुखी बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी है कि जोड़े आपस में बात करें। न सिर्फ आपसी समस्याओं के बारें में बल्कि शारीरिक संबंधों के दौरान अपनी पसंद और प्राथमिकताओं की बारे में भी जोड़ों को एक दूसरे से खुलकर बात करनी चाहिए। मिस्सिस्साउगा स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो की मनोविज्ञान विभाग में कार्यरत डॉ एना.एम. लोमानोवस्का बताती हैं की रिश्तों में गर्माहट बनी रहे इसके लिए जरूरी है की दोनों पार्टनर एक दूसरे से संवाद बनाए रखें । जिससे रिश्तों में अंतरंगता तो आएगी ही, साथ ही आपसी प्रेम भी बढ़ेगा।
कीगल व्यायाम
कीगल एक्सरसाइज पेल्विक मांसपेशियों यानी कूल्हों के बीच के हिस्से की मांसपेशियों , जो की गर्भाशय, मूत्राशय के साथ साथ छोटी आंत और मलाशय को नियंत्रित करने का कार्य करती हैं, को मजबूत करने का कार्य करती है। इस प्रकार के व्यायामों से महिलाओं में यौन संबंधित विकार के साथ साथ मूत्र और गर्भाशय संबंधित समस्याएं भी ठीक होती हैं। कीगल एक्सरसाइज को नियमित रूप से करने से सेक्स के दौरान उत्तेजना बढ़ने में मदद मिलती है। .
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आराम
वैंकूवर की यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया में वुमन सेक्शुअल हेल्थ कनाडा रिसर्च चेयर तथा वुमन हेल्थ रिसर्च इंस्टिट्यूट में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर लॉरी ए बरोटो ने अपने शोध में बताया हैं की वे महिलायें जिन्होंने माइंडफुलनेस ट्रेनिंग की मदद से सेक्स के दौरान मनःस्थिति को नियंत्रित रखने का प्रशिक्षण लिया हैं, उन्हें तनाव व अवसाद तथा उसके कारण उत्पन्न समस्याओं में काफी आराम मिला है, साथ ही उनके यौन संबंध भी पहले से काफी बेहतर हुए। जानकार बताते हैं की नियमित रूप से ध्यान या योग का अभ्यास करने वाले लोग आमतौर पर तनाव से दूर रहते हैं। शोधों से यह पुष्टि भी हो चुकी है कि यदि शारीरिक संबंध बनाने से पूर्व जोड़ें ध्यान यानी मेडिटेशन का सहारा लेते हैं तो वह अपने आंतरिक पलो का ज्यादा बेहतर तरीके से आनंद ले पाते हैं।
कुछ नया ट्राई करने से झिझके नहीं
कई बार कुछ नई गतिविधियां व्यक्ति के यौनिक जीवन के आनंद और उत्साह को काफी ज्यादा बढ़ा सकती है। सेक्स संबंधों में एकरसता रिश्तो और भावनाओं के बीच के उत्साह को कम कर देती है। लेकिन यदि शारीरिक संबद्धों में कभी कभी कुछ फैन्टेसी या कुछ नई गतिविधियों को शामिल किया जाए तो सेक्स संबंध का आनंद दोगुना हो जाता है।
जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञों की मदद लें
कई बार दंपतियों में आपसी समस्याएं और नोक झोंक इतनी ज्यादा बढ़ जाती हैं कि आपसी बातचीत भी भारी लगने लगती है। जिसका नतीजा कई बार अलगाव के रूप में नजर आता है। समस्या चाहे घरेलू हो, भावनात्मक हो या फिर यौनिक उनका समय पर समाधान बहुत जरूरी होता है। इसलिए यदि दंपतियों को स्वयं उन समस्यायों को सुलझाने में समस्या हो रही हो तो घर के किसी बड़े, सेक्स थैरेपिस्ट या काउंसलर्स की मदद अवश्य लेनी चाहिए।