स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि सही मात्रा में धूप में बैठना शरीर को कई तरह के फायदे देता है. खास तौर से सर्दियों की धूप कई बीमारियों के जोखिम को कम कर सकती है. वैसे तो लोग ठंड के मौसम में धूप में बैठना पसंद करते ही हैं जिससे शरीर को मिलने वाले विटामिन डी ( Vitamin D ) तथा अन्य फायदों के चलते ना सिर्फ शरीर सक्रिय रहता है बल्कि मांसपेशियों और हड्डियों के ऊतकों की भी मरम्मत होती है. लगातार बदलती मान्यताओं और आज की भागदौड़ भारी जिंदगी में ज्यादातर लोग धूप में समय नहीं बिता पाते .
विटामिन डी के लाभ : Vitamin D Benefits
विटामिन डी को धूप के सीधे संपर्क में आने पर होने वाला सबसे बड़ा फायदा माना जाता है. बच्चों, बुजुर्गों, सभी उम्र के व्यक्ति के शारीरिक विकास तथा शरीर के सुचारु कार्यान्वन के लिए vitamin D जरूरी माना जाता है. समस्या यह है कि बड़ी संख्या में लोगों में vitamin D की कमी पाई जाती है. Indian Academy of Paediatrics ( इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स ) द्वारा किए गए शोध के आंकड़ों तथा ICMR के शोधों की मानें तो लगभग 70% भारतीय विटामिन डी की कमी ( vitamin D deficiency in Indians ) के शिकार हैं, जिनमें बच्चे एवं बड़े दोनों ही शामिल हैं.
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि सूर्य से दूरी यानी बीमारियों को आमंत्रण होता है. दरअसल विटामिन D शरीर को कैल्शियम और फॉस्फेट ( calcium phosphate ) पचाने में मदद करता है जो हड्डियों, दांतों और मांसपेशियों को मज़बूत और स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. यही नहीं कई शोधों में भी इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि Rickets and Osteoporosis ( रिकेट्स तथा ऑस्टियोपोरोसिस ) जैसी हड्डी की बीमारियां (bone diseases ) विटामिन डी की कमी से ही होती हैं. लेकिन Vitamin D के फायदे सिर्फ यहीं तक ही सीमित नहीं हैं. यह शरीर में Body immunity ( रोग प्रतिरोधक क्षमता ) को बढ़ाने में भी मदद करता है. Vitamin D की कमी से कई बार एलर्जी, अवसाद, हाथ-पैर में दर्द, थकावट, भूलने की बीमारी तथा अनिद्रा का मधुमेह , हृदयरोग , कैंसर , सूजन और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.
Vitamin D के अलावा सूर्य - धूप के फायदे
एक अध्ययन ( Journal of Investigative Dermatology ) के अनुसार, सूर्य की किरणें हमारे शरीर में सेरोटोनिन एवं मेलाटोनिन ( Serotonin and melatonin hormones ) नामक दो महत्वपूर्ण हार्मोन के स्राव में मदद करती हैं, जो अवसाद एवं अनिद्रा की समस्या में राहत देते हैं. यही नहीं, Melatonin hormones त्वचा को सूर्य की Ultraviolet rays ( पराबैंगनी किरणों ) से नुकसान से बचाता है. साथ ही शरीर की सर्काडियन रिदम ( Circadian rhythm ) को भी बनाए रखने में मदद करता है. इसके अलावा इसके अलावा धूप प्राकृतिक ऑटोक्लेव यानी कीटाणुनाशक का भी कार्य करती है. धूप के सम्पर्क में आकर बहुत से हानिकारक बैक्टीरिया तथा वायरस मर जाते हैं. यही नहीं, त्वचा के कैंसर के लिए आमतौर पर जिम्मेदार माने जाने वाले मेलानोमा के होने की आशंका भी धूप में बैठने से कम होती है. इसके अलावा सूर्य की किरणें शरीर में हैप्पी हॉर्मोन यानी एंडोर्फिन ( happy hormones i.e. endorphins ) के स्राव में सहायक होती हैं. इसीलिए जब ज्यादा दिन तक धूप ना दिखे और बदल रहें तो कई लोगों की मानसिक दशा खराब होने लगती है, लेकिन जब लंबी अवधि के बाद जब धूप आती है तो मन खुशी से भर जाता है.
कैंसर का जोखिम कम करती है धूप
धूप में बैठने से मिलने वाले फायदों को लेकर दुनिया भर में शोध तथा अध्ययन होते रहते हैं. इसी श्रृंखला में हाल ही में कैंसर एपडेमियॉलॉजी बायो मार्कर्स एंड प्रीवेंशन जर्नल में प्रकाशित एक शोध में University of Buffalo तथा University of Puerto Rico के शोधकर्ताओं ने यह दावा किया कि पर्याप्त समय धूप में रहने से पुरुषों और महिलाओं में कैंसर का खतरा कम हो सकता है.
इस शोध में शोधकर्ताओं ने बफैलो तथा प्युटोरिको ( Puerto Rico and Buffalo ) में महिलाओं की त्वचा के पिगमेंट्स का तुलनात्मक अध्ययन किया था. दरअसल इन दोनों ही देशों की मौसमी परिस्तिथियां बिल्कुल भिन्न हैं. एक और जहां बफैलो में भीषण सर्दी पड़ती है, वहीं प्युटोरिको में मौसम अच्छा गर्म रहता है. शोध में पाया गया कि ऐसी महिलायें जो पर्याप्त समय तक धूप में रहती हैं उनमें breast cancer ( स्तन कैंसर ) का जोखिम काफी कम होता है. मेडिसिन के प्रतिष्ठित जर्नल लैंसेट ( journal Lancet ) में प्रकाशित एक शोध में भी यह बताया गया है कि सूरज के प्रकाश में ज्यादा समय बिताने वाले लोग अपेक्षाकृत लंबा जीवन जीते हैं. वहीं पर्याप्त समय तक सूर्य के सम्पर्क में कम आने वालों में कई शारीरिक और मानसिक दिक्कतें नजर आती हैं.
पुरुषों की इस शारीरिक क्रिया को बढ़ाती है धूप, 15 प्रकार के कैंसर व इन रोगों से भी बचाती है