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कोविड-19 : पीजीआई चंडीगढ़ ने 10 दिनों में 100 प्रतिशत वृद्धि देखी - Continuous increase in severe and moderate cases

पीजीआई चंडीगढ़ के अध्ययन के अनुसार कोविड-19 सुरक्षा मानको की लापरवाही के कारण पिछले 10 दिनों में मरीजों की संख्या में 100 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है। ऐसे में कोरोना महामारी खत्म करने के प्रयासों में बाधा आ सकती है। लोगों को इसे हल्के में ना लेने की हिदायद दी है, क्योंकि म्यूटेंट स्ट्रेन कहीं अधिक संक्रमक है।

Corona cases increased in Chandigarh
चंडीगढ़ में कोरोना मामलों में वृद्धि
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Published : Feb 27, 2021, 12:53 PM IST

मास्क पहनने में लापरवाही और आवाजाही गतिविधियों में वृद्धि के साथ, चंडीगढ़ में 'पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च' (पीजीआई) ने पिछले 10 दिनों में कोविड-19 मरीजों की संख्या में 100 फीसदी की बढ़ोतरी देखी है। एनेस्थीसिया और इंटेन्सिव केयर विभाग के प्रमुख जी.डी. पुरी ने कहा कि पिछले हफ्ते 30 से 57 के बीच भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है, जो कोविड-19 पॉजिटिव मामलों में 100 प्रतिशत की वृद्धि है।

उन्होंने कहा कि महामारी खत्म होना अभी दूर की बात है। 'लोगों की आवाजाही बढ़ने के साथ हम निश्चित रूप से मामलों में वृद्धि को तेज करने में योगदान दे रहे हैं।'

पिछले कुछ दिनों में गंभीर और मॉडरेट मामलों में लगातार वृद्धि पर चिंता व्यक्त करते हुए, उन्होंने कहा कि संख्या एक महीने से अधिक समय तक स्थिर रही है। हालांकि, हाल ही में प्रवृत्ति फिर से बदल गई है और दैनिक आधार पर संख्या बढ़ रही है और भर्ती रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है।

पुरी ने कहा, 'ये अब तक केवल दो अंकों की संख्या में हैं, लेकिन वास्तव में चिंता की बात यह है कि स्थिर और तेज वृद्धि है।'

उन्होंने कहा कि हम इसे हल्के में नहीं ले सकते, क्योंकि नया मिला म्यूटेंट स्ट्रेन कहीं ज्यादा संक्रामक है।

पढ़े : ईरान दुनिया में बड़ा कोविड-19 वैक्सीन उत्पादक बनेगा : मंत्री

स्वास्थ्यकर्मियों और अन्य पात्र लोगों से जल्द से जल्द टीकाकरण कराने का आग्रह करते हुए, पुरी ने कहा, निडर फ्रंटलाइन वारियर्स ने कोविड-19 की चुनौती का सामना इतनी बहादुरी से किया है, इसलिए टीकाकरण के लिए यह संकोच क्यों है, जब यह उनकी सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। पुरी ने कहा कि इसके बजाय उन्हें समाज के लिए रोल-मॉडल बनना चाहिए, जिससे टीके के साइड इफेक्ट, सुरक्षा, क्षमता आदि संबंधी अफवाहों पर लगाम लग सके।

सौजन्य : आईएएनएस

मास्क पहनने में लापरवाही और आवाजाही गतिविधियों में वृद्धि के साथ, चंडीगढ़ में 'पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च' (पीजीआई) ने पिछले 10 दिनों में कोविड-19 मरीजों की संख्या में 100 फीसदी की बढ़ोतरी देखी है। एनेस्थीसिया और इंटेन्सिव केयर विभाग के प्रमुख जी.डी. पुरी ने कहा कि पिछले हफ्ते 30 से 57 के बीच भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है, जो कोविड-19 पॉजिटिव मामलों में 100 प्रतिशत की वृद्धि है।

उन्होंने कहा कि महामारी खत्म होना अभी दूर की बात है। 'लोगों की आवाजाही बढ़ने के साथ हम निश्चित रूप से मामलों में वृद्धि को तेज करने में योगदान दे रहे हैं।'

पिछले कुछ दिनों में गंभीर और मॉडरेट मामलों में लगातार वृद्धि पर चिंता व्यक्त करते हुए, उन्होंने कहा कि संख्या एक महीने से अधिक समय तक स्थिर रही है। हालांकि, हाल ही में प्रवृत्ति फिर से बदल गई है और दैनिक आधार पर संख्या बढ़ रही है और भर्ती रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है।

पुरी ने कहा, 'ये अब तक केवल दो अंकों की संख्या में हैं, लेकिन वास्तव में चिंता की बात यह है कि स्थिर और तेज वृद्धि है।'

उन्होंने कहा कि हम इसे हल्के में नहीं ले सकते, क्योंकि नया मिला म्यूटेंट स्ट्रेन कहीं ज्यादा संक्रामक है।

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स्वास्थ्यकर्मियों और अन्य पात्र लोगों से जल्द से जल्द टीकाकरण कराने का आग्रह करते हुए, पुरी ने कहा, निडर फ्रंटलाइन वारियर्स ने कोविड-19 की चुनौती का सामना इतनी बहादुरी से किया है, इसलिए टीकाकरण के लिए यह संकोच क्यों है, जब यह उनकी सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। पुरी ने कहा कि इसके बजाय उन्हें समाज के लिए रोल-मॉडल बनना चाहिए, जिससे टीके के साइड इफेक्ट, सुरक्षा, क्षमता आदि संबंधी अफवाहों पर लगाम लग सके।

सौजन्य : आईएएनएस

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