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दुनिया में 700 मिलियन से अधिक उच्च रक्तचाप पीड़ित अनुपचारित

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Published : Aug 31, 2021, 11:57 AM IST

Updated : Aug 31, 2021, 12:09 PM IST

विश्व स्वास्थ्य संगठन और इंपीरियल कॉलेज लंदन की संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में सामने आया है की उच्च रक्तचाप को लेकर किए गए पहले व्यापक विश्लेषण के अनुसार 1990 के बाद से वैश्विक स्तर पर उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों की संख्या दोगुनी होकर 1.28 बिलियन हो गई है।

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उच्च रक्तचाप

डब्ल्यूएचओ और द लैंसेट में प्रकाशित और इंपीरियल कॉलेज लंदन के नेतृत्व में आयोजित हुए एक शोध में चिकित्सकों और शोधकर्ताओं ने पाया है की पिछले तीस वर्षों में उच्च रक्तचाप से पीड़ित 30-79 वर्ष की आयु के वयस्कों की संख्या 650 मिलियन से बढ़कर 1.28 बिलियन हो गई है। जिनमें से लगभग आधे लोगों को पता नहीं था कि उन्हें उच्च रक्तचाप की समस्या है।

इस अध्ययन के तहत एक वैश्विक नेटवर्क के माध्यम से 1990-2019 की अवधि को कवर किया था। जिसमें उन्होंने 184 देशों में 30 से 79 वर्ष की आयु के 100 मिलियन से अधिक लोगों के रक्तचाप माप और उपचार डेटा का उपयोग किया था। शोध में वैश्विक आबादी के 99 % को कवर किया था।

डेटा का विश्लेषण करके, शोधकर्ताओं ने पाया कि 1990 से 2019 तक दुनिया में उच्च रक्तचाप की समग्र दर में थोड़ा बदलाव आया था। आंकड़ों के पहले जहां इस रोग के पीड़ितों की संख्या अमीर देशों में ज्यादा थी, वहीं समय के साथ अब निम्न और मध्यम आय वाले देशों में इस समस्या की पीड़ित ज्यादा मिलते हैं। 2019 के आंकड़ों के अनुसार उच्च रक्तचाप वाले एक अरब से अधिक लोग, जोकी दुनिया में उच्च रक्तचाप वाले सभी लोगों का लगभग 82% है, निम्न और मध्यम आय वाले देशों में रहते थे।

आंकड़ों की माने तो वर्ष 2019 में कनाडा, पेरू और स्विटजरलैंड में उच्च रक्तचाप का सबसे कम प्रसार था, जबकि डोमिनिकन गणराज्य, जमैका और पराग्वे में महिलाओं और हंगरी, पराग्वे और पोलैंड में पुरुषों में यह समस्या उच्चतम दर में देखी गई थी।

शोध के अंतिम चरण तक उच्च रक्तचाप वाले लोगों की संख्या दोगुनी होकर 1.28 अरब हो गई थी, जिसके लिए मुख्य रूप से जनसंख्या वृद्धि और लोगों में लंबी उम्र वालों की बढ़ती दर को कारण माना गया है।

जांच के अभाव में उपचार में देरी

शोध में पाया गया उच्च रक्तचाप वाले लगभग 580 मिलियन लोग (41% महिलाएं और 51% पुरुष) अपनी स्थिति से अनजान थे क्योंकि उन्होंने कभी उच्च रक्तचाप को लेकर कोई जांच नहीं करवाई थी। वहीं इस समस्या से पीड़ित आधे से अधिक यानी लगभग 720 मिलियन लोगों (53% महिलाएं और 62% पुरुष) को समस्या की जानकारी न होने के चलते समस्या का उपचार भी नहीं मिल पाया। शोध में विषय बनाए गए हर 4 में से 1 महिला और 5 में से 1 पुरुष उच्च रक्तचाप से पीड़ित थे।

इस अध्ययन के वरिष्ठ लेखक और इंपीरियल कॉलेज लंदन में स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में ग्लोबल एनवायर्नमेंटल हेल्थ के प्रोफेसर माजिद इज़्ज़ती ने बताया की "सस्ता इलाज होने के बावजूद दुनिया भर में उच्च रक्तचाप वाले बहुत से लोगों को अभी भी वह इलाज नहीं मिल रहा है जिसकी उन्हें आवश्यकता है। यह एक सार्वजनिक स्वास्थ्य विफलता है।

वह बताते हैं आंकड़ों में पाया गया की 2019 में उच्च रक्तचाप वाले 70% से अधिक लोगों ने उपचार प्राप्त किया। जिनमें कनाडा, आइसलैंड और कोरिया गणराज्य के पुरुषों और महिलाओं की संख्या ज्यादा थी।

तुलनात्मक रूप से, उप-सहारा अफ्रीका में पुरुष और महिलाएं, मध्य, दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया, और प्रशांत द्वीप राष्ट्रों को दवा प्राप्त करने की सबसे कम संभावना रही। इन क्षेत्रों के कई देशों में उपचार दर महिलाओं के लिए 25% और पुरुषों के लिए 20% से कम था, जिससे उपचार में बड़े पैमाने पर वैश्विक असमानता पैदा हुई।

उत्साहजनक रूप से, कुछ मध्यम-आय वाले देशों ने उपचार को सफलतापूर्वक बढ़ाया है, और अब अधिकांश उच्च-आय वाले देशों की तुलना में बेहतर उपचार और नियंत्रण दर प्राप्त कर रहे हैं।

विश्लेषण का नेतृत्व करने वाले इंपीरियल कॉलेज लंदन में स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के एक रिसर्च फेलो डॉ. बिन झोउ ने बताया की “हालांकि 1990 के बाद से अधिकांश देशों में उच्च रक्तचाप के उपचार और नियंत्रण दरों में सुधार हुआ है, लेकिन उप-सहारन अफ्रीका और प्रशांत द्वीप राष्ट्र में स्तिथि थोड़ी अलग रही। वे बताते हैं की इस क्षेत्र में प्रगति के लिए अंतर्राष्ट्रीय फंडर्स और राष्ट्रीय सरकारों को इस प्रमुख वैश्विक स्वास्थ्य जोखिम के लिए वैश्विक उपचार इक्विटी को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।"

उच्च रक्तचाप के इलाज के लिए डब्ल्यूएचओ की नई गाइडलाइन

'वयस्कों में उच्च रक्तचाप के औषधीय उपचार के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दिशानिर्देश भी जारी किये हैं, जिसमें वैश्विक स्तर पर उच्च रक्तचाप के प्रबंधन में सुधार करने में मदद करने के लिए नई सिफारिशें प्रदान की गई हैं।

डब्ल्यूएचओ के गैर-संचारी रोग विभाग के डॉ. तस्कीन खान, जिन्होंने दिशानिर्देश विकास का नेतृत्व किया, बताते हैं की "उच्च रक्तचाप के उपचार पर नया वैश्विक दिशानिर्देश, 20 वर्षों में पहली बार, दवाओं की शुरुआत पर सबसे वर्तमान और प्रासंगिक साक्ष्य-आधारित मार्गदर्शन प्रदान करता है। जिसमें बताई गई सिफारिशें, दवा शुरू करने के लिए रक्तचाप के स्तर की जांच, किस प्रकार की दवा या दवाओं के संयोजन का उपयोग करना है, लक्षित रक्तचाप स्तर, और रक्तचाप पर कितनी बार अनुवर्ती जांच करनी है तथा चिकित्सक और अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ता उच्च रक्तचाप का पता लगाने और प्रबंधन में सुधार करने में कैसे योगदान दे सकते हैं, के बारे में निर्देशित करती हैं।

पढ़ें: हाइपरटेंशन से बचना है तो सुधारें जीवन शैली

डब्ल्यूएचओ और द लैंसेट में प्रकाशित और इंपीरियल कॉलेज लंदन के नेतृत्व में आयोजित हुए एक शोध में चिकित्सकों और शोधकर्ताओं ने पाया है की पिछले तीस वर्षों में उच्च रक्तचाप से पीड़ित 30-79 वर्ष की आयु के वयस्कों की संख्या 650 मिलियन से बढ़कर 1.28 बिलियन हो गई है। जिनमें से लगभग आधे लोगों को पता नहीं था कि उन्हें उच्च रक्तचाप की समस्या है।

इस अध्ययन के तहत एक वैश्विक नेटवर्क के माध्यम से 1990-2019 की अवधि को कवर किया था। जिसमें उन्होंने 184 देशों में 30 से 79 वर्ष की आयु के 100 मिलियन से अधिक लोगों के रक्तचाप माप और उपचार डेटा का उपयोग किया था। शोध में वैश्विक आबादी के 99 % को कवर किया था।

डेटा का विश्लेषण करके, शोधकर्ताओं ने पाया कि 1990 से 2019 तक दुनिया में उच्च रक्तचाप की समग्र दर में थोड़ा बदलाव आया था। आंकड़ों के पहले जहां इस रोग के पीड़ितों की संख्या अमीर देशों में ज्यादा थी, वहीं समय के साथ अब निम्न और मध्यम आय वाले देशों में इस समस्या की पीड़ित ज्यादा मिलते हैं। 2019 के आंकड़ों के अनुसार उच्च रक्तचाप वाले एक अरब से अधिक लोग, जोकी दुनिया में उच्च रक्तचाप वाले सभी लोगों का लगभग 82% है, निम्न और मध्यम आय वाले देशों में रहते थे।

आंकड़ों की माने तो वर्ष 2019 में कनाडा, पेरू और स्विटजरलैंड में उच्च रक्तचाप का सबसे कम प्रसार था, जबकि डोमिनिकन गणराज्य, जमैका और पराग्वे में महिलाओं और हंगरी, पराग्वे और पोलैंड में पुरुषों में यह समस्या उच्चतम दर में देखी गई थी।

शोध के अंतिम चरण तक उच्च रक्तचाप वाले लोगों की संख्या दोगुनी होकर 1.28 अरब हो गई थी, जिसके लिए मुख्य रूप से जनसंख्या वृद्धि और लोगों में लंबी उम्र वालों की बढ़ती दर को कारण माना गया है।

जांच के अभाव में उपचार में देरी

शोध में पाया गया उच्च रक्तचाप वाले लगभग 580 मिलियन लोग (41% महिलाएं और 51% पुरुष) अपनी स्थिति से अनजान थे क्योंकि उन्होंने कभी उच्च रक्तचाप को लेकर कोई जांच नहीं करवाई थी। वहीं इस समस्या से पीड़ित आधे से अधिक यानी लगभग 720 मिलियन लोगों (53% महिलाएं और 62% पुरुष) को समस्या की जानकारी न होने के चलते समस्या का उपचार भी नहीं मिल पाया। शोध में विषय बनाए गए हर 4 में से 1 महिला और 5 में से 1 पुरुष उच्च रक्तचाप से पीड़ित थे।

इस अध्ययन के वरिष्ठ लेखक और इंपीरियल कॉलेज लंदन में स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में ग्लोबल एनवायर्नमेंटल हेल्थ के प्रोफेसर माजिद इज़्ज़ती ने बताया की "सस्ता इलाज होने के बावजूद दुनिया भर में उच्च रक्तचाप वाले बहुत से लोगों को अभी भी वह इलाज नहीं मिल रहा है जिसकी उन्हें आवश्यकता है। यह एक सार्वजनिक स्वास्थ्य विफलता है।

वह बताते हैं आंकड़ों में पाया गया की 2019 में उच्च रक्तचाप वाले 70% से अधिक लोगों ने उपचार प्राप्त किया। जिनमें कनाडा, आइसलैंड और कोरिया गणराज्य के पुरुषों और महिलाओं की संख्या ज्यादा थी।

तुलनात्मक रूप से, उप-सहारा अफ्रीका में पुरुष और महिलाएं, मध्य, दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया, और प्रशांत द्वीप राष्ट्रों को दवा प्राप्त करने की सबसे कम संभावना रही। इन क्षेत्रों के कई देशों में उपचार दर महिलाओं के लिए 25% और पुरुषों के लिए 20% से कम था, जिससे उपचार में बड़े पैमाने पर वैश्विक असमानता पैदा हुई।

उत्साहजनक रूप से, कुछ मध्यम-आय वाले देशों ने उपचार को सफलतापूर्वक बढ़ाया है, और अब अधिकांश उच्च-आय वाले देशों की तुलना में बेहतर उपचार और नियंत्रण दर प्राप्त कर रहे हैं।

विश्लेषण का नेतृत्व करने वाले इंपीरियल कॉलेज लंदन में स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के एक रिसर्च फेलो डॉ. बिन झोउ ने बताया की “हालांकि 1990 के बाद से अधिकांश देशों में उच्च रक्तचाप के उपचार और नियंत्रण दरों में सुधार हुआ है, लेकिन उप-सहारन अफ्रीका और प्रशांत द्वीप राष्ट्र में स्तिथि थोड़ी अलग रही। वे बताते हैं की इस क्षेत्र में प्रगति के लिए अंतर्राष्ट्रीय फंडर्स और राष्ट्रीय सरकारों को इस प्रमुख वैश्विक स्वास्थ्य जोखिम के लिए वैश्विक उपचार इक्विटी को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।"

उच्च रक्तचाप के इलाज के लिए डब्ल्यूएचओ की नई गाइडलाइन

'वयस्कों में उच्च रक्तचाप के औषधीय उपचार के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दिशानिर्देश भी जारी किये हैं, जिसमें वैश्विक स्तर पर उच्च रक्तचाप के प्रबंधन में सुधार करने में मदद करने के लिए नई सिफारिशें प्रदान की गई हैं।

डब्ल्यूएचओ के गैर-संचारी रोग विभाग के डॉ. तस्कीन खान, जिन्होंने दिशानिर्देश विकास का नेतृत्व किया, बताते हैं की "उच्च रक्तचाप के उपचार पर नया वैश्विक दिशानिर्देश, 20 वर्षों में पहली बार, दवाओं की शुरुआत पर सबसे वर्तमान और प्रासंगिक साक्ष्य-आधारित मार्गदर्शन प्रदान करता है। जिसमें बताई गई सिफारिशें, दवा शुरू करने के लिए रक्तचाप के स्तर की जांच, किस प्रकार की दवा या दवाओं के संयोजन का उपयोग करना है, लक्षित रक्तचाप स्तर, और रक्तचाप पर कितनी बार अनुवर्ती जांच करनी है तथा चिकित्सक और अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ता उच्च रक्तचाप का पता लगाने और प्रबंधन में सुधार करने में कैसे योगदान दे सकते हैं, के बारे में निर्देशित करती हैं।

पढ़ें: हाइपरटेंशन से बचना है तो सुधारें जीवन शैली

Last Updated : Aug 31, 2021, 12:09 PM IST
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