ETV Bharat / sukhibhava

सेक्स को दर्दरहित बनाने में मददगार हो सकते हैं लुब्रिकेंट - सेक्स लुब्रिकेंट के प्रकार

संभोग के दौरान महिलाओं की योनि में चिकनापन आना एक प्राकृतिक क्रिया है, जो अच्छे सेक्स के लिए जरूरी भी माना जाता है। लेकिन यदि किसी कारण से उसमें कमी आने लगे तो सेक्स पुरुष और महिला दोनों के लिए असहज तथा दर्ददायक हो सकता है। ऐसे में सेक्स लुब्रिकेंट का इस्तेमाल मददगार हो सकता है।

sexual health, sex, sexual intercourse, sex tips, healthy sex, sex drive, lubricants, सेक्स लुब्रिकेंट के प्रकार, types of lubricants
सेक्स लुब्रिकेंट
author img

By

Published : Sep 5, 2021, 9:00 AM IST

सेक्स एक ऐसा अनुभव है जो महिला हो या पुरुष दोनों को ही न सिर्फ आत्मिक आनंद और संतुष्टि का अहसास दिलाता है बल्कि उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बरकरार रखने में मदद करता है। लेकिन संभोग हमेशा आनंदायी नही होता है। कई बार विभिन्न कारणों से यदि महिला की योनि में सूखापन बढ़ जाये तो यह प्रक्रिया महिला और पुरुष दोनों लिए ही दर्दभरी हो सकती है। ऐसी परिस्तिथ्यों में कुछ अन्य प्राकृतिक व अन्य प्रकार के सेक्स लुब्रिकेंट काफी मददगार हो सकते है। हमारे देश में अधिकांश लोगों को पता ही नही है की सेक्स लुब्रिकेंट क्या होते हैं और यह कैसे मददगार हो सकते हैं।

कब हो सकता है लुब्रिकेंट मददगार

कभी-कभी कुछ शारीरिक समस्याओं या बार बार सेक्स करने पर महिलाएं योनि हल्के या ज्यादा सूखेपन का अनुभव कर सकती हैं। जिससे सेक्स के दौरान असुविधा या दर्द जैसी परेशानी हो सकती है। योनि में सूखापन तब भी हो सकता है जब महिलाएं कीमोथेरेपी जैसे इलाज ले रही हो या स्तनपान करा रही हों। ऐसे में कुछ लोग चिकनाई वाले कंडोम का इस्तेमाल करते है लेकिन ज्यादातर लोगों में ऐसी समस्या होने पर संभोग काफी कम हो जाता है। ऐसी समस्याओं में लुब्रिकेंट काफी फायदेमंद हो सकते है। आज हम अपने पाठकों को बताने जा रहे हैं लुब्रिकेंट कितने प्रकार के होते है और ये किस तरह से मददगार हो सकते हैं।

सेक्स लुब्रिकेंट के प्रकार:-

  1. प्राकृतिक लुब्रिकेंट
    हमारे घरों में इस्तेमाल होने वाले तेल प्राकृतिक लुब्रिकेंट माने जाते हैं। लेकिन सेक्स के दौरान किसी भी तेल का इस्तेमाल नही किया जा सकता है। क्योंकि कुछ तेल त्वचा पर इस्तेमाल किए जाने पर पार्श्वप्रभाव या त्वचा पर जलन जैसी समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं जैसे सरसों का तेल। प्राकृतिक लुब्रिकेंट के रूप में नारियल का तेल तथा जैतून का तेल इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रहे तेल और कंडोम का इस्तेमाल एक साथ करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे सेक्स के दौरान कंडोम के फटने की आशंका बढ़ जाती है। तेल आधारित सेक्स ल्यूब उन पार्टनर्स के लिए आदर्श माना जा सकता है जो दीर्घकालिक संबंधों में हैं और उन्हें कंडोम के उपयोग की आवश्यकता नहीं है।
  2. हाइब्रिड लुब्रिकेंट
    हाइब्रिड लुब्रिकेंट में आमतौर पर सिलिकॉन और पानी, दोनों तत्व होते हैं। यह ध्यान देना जरूरी है की बाजार में अलग-अलग प्रकार के लुब्रिकेंट मिलते हैं हैं जो आपकी अलग अलग आवश्यकताओं के अनुसार इस्तेमाल किए जा सकते हैं। जैसे कुछ लोग लुब्रिकेंट का इस्तेमाल प्राकृतिक सेक्स में करते है तो कुछ लोग सेक्स टॉयज का इस्तेमाल करते समय भी इनका उपयोग करते है। इसलिए लुब्रिकेंट का चयन करते समय सावधानी अवश्य बरतें।
  3. पानी आधारित सेक्स लुब्रिकेंट
    ये सबसे आम सेक्स लुब्रिकेंट माने जाते हैं और बाजार में विभिन्न ब्रांड्स में उपलब्ध हैं। ये लुब्रिकेंट स्वादरहित होता हैं तथा बिल्कुल प्राकृतिक लुब्रिकेंट की जैसा ही अहसास करते हैं। इस प्रकार के लुब्रिकेंट संवेदनशील त्वचा पर सरलता से इस्तेमाल किए जा सकते हैं क्योंकि इनमें त्वचा पर जलन पैदा करने की आशंका अपेक्षाकृत कम होती हैं। इसके अलावा,ये लुब्रिकेंट ओरल सेक्स के दौरान असहजता उत्पन्न नही करते हैं क्योंकि लिंग पर इनके इस्तेमाल के बाद ये त्वचा द्वारा जल्दी से अवशोषित कर लिए जाते हैं, और जल्दी सूख भी जाते हैं। आमतौर पर इस प्रकार के सेक्स लुब्रिकेंट कैरेजेनन या एलोवेरा जैसे उच्च-गुणवत्ता वाले मॉइस्चराइजर्स से तैयार किये जाते है। लेकिन कुछ पानी-आधारित सेक्स लुब्रिकेंट में ग्लिसरीन का इस्तेमाल भी होता है जो महिलाओं में संक्रमण का कारण बन सकता है। इसलिए बहुत जरूरी है की किसी भी परिस्तिथि में संभोग के उपरांत यौन अंगों की अच्छे से सफाई की जाय।
  4. सिलिकॉन आधारित सेक्स लुब्रिकेंट
    सिलिकॉन पर आधारित लुब्रिकेंट में अक्सर पानी नहीं होता है।इस प्रकार के लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करने पर आप उन्हे त्वचा अपनी त्वचा पर महसूस कर सकते हैं क्योंकि यह त्वचा में अवशोषित नहीं होते हैं। जबकि पानी या तेल के मामले में ऐसा नहीं है। वह आपकी त्वचा के साथ अवशोषित हो जाते हैं। इस तरह के लुब्रिकेंट की खास बात यह है कि यह ज्यादा लंबे समय तक रह सकते हैं।
  5. कंडोम
    इसका इस्तेमाल भी लुब्रिकेंट की तरह से किया जा सकता है क्योंकि इसका आवरण चिकनाई युक्त होता है। साथ ही कंडोम का इस्तेमाल सुरक्षित भी होता है। सेक्स लुब्रिकेंट का इस्तेमाल निसन्देह समस्याओं के बावजूद सुखद संभोग का अनुभव दे सकता है , लेकिन इसके इस्तेमाल में सावधानियाँ बरतना तथा हाइजीन का ध्यान रखना बहुत जरुरी होता है। इसके अतिरिक्त यदि महिलायें योनि में सुखेपन की समस्या झेल रहीं है तो उन्हे तत्काल महिला रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए, साथ ही इस अवस्था में सेक्स करने तथा उनके दौरान सेक्स लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करने के लिए भी उनसे सलाह लेनी चाहिए।

पढ़ें: शरीर, मन और रिश्तों, सभी को प्रभावित करता है शारीरिक सम्बन्ध ना बनाना

सेक्स एक ऐसा अनुभव है जो महिला हो या पुरुष दोनों को ही न सिर्फ आत्मिक आनंद और संतुष्टि का अहसास दिलाता है बल्कि उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बरकरार रखने में मदद करता है। लेकिन संभोग हमेशा आनंदायी नही होता है। कई बार विभिन्न कारणों से यदि महिला की योनि में सूखापन बढ़ जाये तो यह प्रक्रिया महिला और पुरुष दोनों लिए ही दर्दभरी हो सकती है। ऐसी परिस्तिथ्यों में कुछ अन्य प्राकृतिक व अन्य प्रकार के सेक्स लुब्रिकेंट काफी मददगार हो सकते है। हमारे देश में अधिकांश लोगों को पता ही नही है की सेक्स लुब्रिकेंट क्या होते हैं और यह कैसे मददगार हो सकते हैं।

कब हो सकता है लुब्रिकेंट मददगार

कभी-कभी कुछ शारीरिक समस्याओं या बार बार सेक्स करने पर महिलाएं योनि हल्के या ज्यादा सूखेपन का अनुभव कर सकती हैं। जिससे सेक्स के दौरान असुविधा या दर्द जैसी परेशानी हो सकती है। योनि में सूखापन तब भी हो सकता है जब महिलाएं कीमोथेरेपी जैसे इलाज ले रही हो या स्तनपान करा रही हों। ऐसे में कुछ लोग चिकनाई वाले कंडोम का इस्तेमाल करते है लेकिन ज्यादातर लोगों में ऐसी समस्या होने पर संभोग काफी कम हो जाता है। ऐसी समस्याओं में लुब्रिकेंट काफी फायदेमंद हो सकते है। आज हम अपने पाठकों को बताने जा रहे हैं लुब्रिकेंट कितने प्रकार के होते है और ये किस तरह से मददगार हो सकते हैं।

सेक्स लुब्रिकेंट के प्रकार:-

  1. प्राकृतिक लुब्रिकेंट
    हमारे घरों में इस्तेमाल होने वाले तेल प्राकृतिक लुब्रिकेंट माने जाते हैं। लेकिन सेक्स के दौरान किसी भी तेल का इस्तेमाल नही किया जा सकता है। क्योंकि कुछ तेल त्वचा पर इस्तेमाल किए जाने पर पार्श्वप्रभाव या त्वचा पर जलन जैसी समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं जैसे सरसों का तेल। प्राकृतिक लुब्रिकेंट के रूप में नारियल का तेल तथा जैतून का तेल इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रहे तेल और कंडोम का इस्तेमाल एक साथ करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे सेक्स के दौरान कंडोम के फटने की आशंका बढ़ जाती है। तेल आधारित सेक्स ल्यूब उन पार्टनर्स के लिए आदर्श माना जा सकता है जो दीर्घकालिक संबंधों में हैं और उन्हें कंडोम के उपयोग की आवश्यकता नहीं है।
  2. हाइब्रिड लुब्रिकेंट
    हाइब्रिड लुब्रिकेंट में आमतौर पर सिलिकॉन और पानी, दोनों तत्व होते हैं। यह ध्यान देना जरूरी है की बाजार में अलग-अलग प्रकार के लुब्रिकेंट मिलते हैं हैं जो आपकी अलग अलग आवश्यकताओं के अनुसार इस्तेमाल किए जा सकते हैं। जैसे कुछ लोग लुब्रिकेंट का इस्तेमाल प्राकृतिक सेक्स में करते है तो कुछ लोग सेक्स टॉयज का इस्तेमाल करते समय भी इनका उपयोग करते है। इसलिए लुब्रिकेंट का चयन करते समय सावधानी अवश्य बरतें।
  3. पानी आधारित सेक्स लुब्रिकेंट
    ये सबसे आम सेक्स लुब्रिकेंट माने जाते हैं और बाजार में विभिन्न ब्रांड्स में उपलब्ध हैं। ये लुब्रिकेंट स्वादरहित होता हैं तथा बिल्कुल प्राकृतिक लुब्रिकेंट की जैसा ही अहसास करते हैं। इस प्रकार के लुब्रिकेंट संवेदनशील त्वचा पर सरलता से इस्तेमाल किए जा सकते हैं क्योंकि इनमें त्वचा पर जलन पैदा करने की आशंका अपेक्षाकृत कम होती हैं। इसके अलावा,ये लुब्रिकेंट ओरल सेक्स के दौरान असहजता उत्पन्न नही करते हैं क्योंकि लिंग पर इनके इस्तेमाल के बाद ये त्वचा द्वारा जल्दी से अवशोषित कर लिए जाते हैं, और जल्दी सूख भी जाते हैं। आमतौर पर इस प्रकार के सेक्स लुब्रिकेंट कैरेजेनन या एलोवेरा जैसे उच्च-गुणवत्ता वाले मॉइस्चराइजर्स से तैयार किये जाते है। लेकिन कुछ पानी-आधारित सेक्स लुब्रिकेंट में ग्लिसरीन का इस्तेमाल भी होता है जो महिलाओं में संक्रमण का कारण बन सकता है। इसलिए बहुत जरूरी है की किसी भी परिस्तिथि में संभोग के उपरांत यौन अंगों की अच्छे से सफाई की जाय।
  4. सिलिकॉन आधारित सेक्स लुब्रिकेंट
    सिलिकॉन पर आधारित लुब्रिकेंट में अक्सर पानी नहीं होता है।इस प्रकार के लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करने पर आप उन्हे त्वचा अपनी त्वचा पर महसूस कर सकते हैं क्योंकि यह त्वचा में अवशोषित नहीं होते हैं। जबकि पानी या तेल के मामले में ऐसा नहीं है। वह आपकी त्वचा के साथ अवशोषित हो जाते हैं। इस तरह के लुब्रिकेंट की खास बात यह है कि यह ज्यादा लंबे समय तक रह सकते हैं।
  5. कंडोम
    इसका इस्तेमाल भी लुब्रिकेंट की तरह से किया जा सकता है क्योंकि इसका आवरण चिकनाई युक्त होता है। साथ ही कंडोम का इस्तेमाल सुरक्षित भी होता है। सेक्स लुब्रिकेंट का इस्तेमाल निसन्देह समस्याओं के बावजूद सुखद संभोग का अनुभव दे सकता है , लेकिन इसके इस्तेमाल में सावधानियाँ बरतना तथा हाइजीन का ध्यान रखना बहुत जरुरी होता है। इसके अतिरिक्त यदि महिलायें योनि में सुखेपन की समस्या झेल रहीं है तो उन्हे तत्काल महिला रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए, साथ ही इस अवस्था में सेक्स करने तथा उनके दौरान सेक्स लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करने के लिए भी उनसे सलाह लेनी चाहिए।

पढ़ें: शरीर, मन और रिश्तों, सभी को प्रभावित करता है शारीरिक सम्बन्ध ना बनाना

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.