हमारे स्वास्थ्य व शारीरिक और मानसिक स्थिति पर हमारे खानपान का भी असर पड़ता है. स्वास्थ्य को बरकार रखने और दिनभर तंदरूस्त दिखने के लिए हमें पौष्टक आहार चाहिए होते हैं. कई तरह के सात्विक आहार से भी आप पूरी पौष्टिकता पा सकते हैं. सात्विक आहार पूरी तरह से शुद्ध और कम तेल मसाले से युक्त होता है, लेकिन उसमें मौसमी फल और सब्ज़ियां अधिक मात्रा में शामिल होने के कारण शरीर को पूरा पोषण देता है. इससे हम बीमारियों से बचे रहते हैं और दवाओं से दूर रह पाते हैं. दाल, चावल, सब्जी, रोटी के साथ अगर इन बातों को ध्यान में रखकर कुछ चीजें भोजन में शामिल कर लें तो हमारा भोजन पौष्टिकता से भरपूर हो जाता है, जिसके कई फायदे होते हैं.
सात्विक आहार के फायदे
आयुर्वेदिक जानकारों के अनुसार, सात्विक आहार में व्यक्ति के शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है. क्योंकि इसमें कोई भी ऐसा खाद्य पदार्थ शामिल नहीं होता, जो हमारे शरीर के लिए हानिकारक हो. ऐसे में अगर आपकी दिनचर्या में सात्विक भोजन शामिल है तो एक ओर आपका वजन नियंत्रित होगा, वहीं दूसरी ओर आप पाचन संबंधी रोगों व परेशानियों से मुक्त रहेंगे.
नहीं बढ़ता है वजन
सात्विक भोजन करने वाले लोग अक्सर ताजे फल, सब्ज़ियां और फाइबर से भरपूर भोजन करते हैं, जिससे उनका वजन नहीं बढ़ता है. कई अध्ययन व रिसर्च में ये सामने भी आया है कि मांसाहारी लोगों की तुलना में शाकाहारी लोगों का बॉडी मास इंडेक्स कम पाया जाता और उनके शरीर में फैट भी बहुत कम जमा होता है.
नहीं होता गंभीर बीमारियों का खतरा
हमारे भोजन का हमारे स्वास्थ्य से सीधा जुड़ाव है, हम जो कुछ भी खाते हैं, उसका असर हमारी सेहत पर सीधे तरीके से दिखता है. स्वस्थ रहने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेने वाले और तली-भुनी-मसालेदार चीजों से परहेज करने वाले लोगों को कैंसर, हाइपरटेंशन और डायबिटीज़ जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा कम होता है. साथ ही उनको पाचन संबंधी समस्याएं भी कम होती हैं.
इम्यूनिटी वर्धक होता है आधार
सात्विक आहार में पोषक तत्वों की अधिकता होती है और उसे पोषण से भरपूर कहा जाता है. इसमें कई तरह के माइक्रोन्यूट्रिएंट्स जैसे विटामिन्स, मिनरल्स, एंटीऑक्सिडेंट्स, प्रोटीन और हेल्दी फैट पाए जाते हैं. ये सभी चीजें आपकी इम्यूटिनी को बढ़ाने के साथ-साथ बीमारियों को दूर रखने में मददगार होती हैं.
सात्विक आहार में ऐसा होता है खान-पान
- ताजे व मौसमी फल और उसके जूस का सेवन करना, ताकि हर तरह के फलों का स्वाद बना रहे और उनसे मिलने वाले माइक्रोन्यूट्रिएंट्स भी हमें मिल जाएं. इसके लिए मौसमी गाजर, तरबूज, खरबूज, केला, पपीता, आम, सेब, खजूर, संतरा, मौसमी, अंगूर जैसे फलों को कच्चा या जूस बनाकर ले सकते हैं.
- दूध और दूध से बनी उत्पाद का भी इस्तेमाल करना, जिसमें नारियल का दूध, बादाम दूध, दही, काजू का दूध, छाछ आदि काफी पौष्टिक माना जाता है. आप अपने क्षेत्र विशेष में उपलब्ध चीजों या मिल्क प्रोडक्ट्स का भी भरपूर इस्तेमाल कर सकते हैं.
- अलग-अलग तरह की दालें भी हमारे लिए काफी उपयोगी हैं. हर दिन चना, मूंग, मसूर, सोयाबीन की दालों के साथ साथ इनके स्प्राउट्स को भी आप नाश्ते या सलाद के रूप में अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.
- सूखे मेवे, फलों व सब्जियों के बीज का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए सभी सूखे मेवे और बीजों को भिगो कर और उनका छिलका उतार कर खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है. बादाम और अखरोट के साथ काजू व किसमिस जैसी चीजें खाने की आदत भी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है.