अंतर्राष्ट्रीय महिला स्वास्थ्य दिवस : ना सिर्फ हमारे समाज में बल्कि दुनिया के कई हिस्सों में आज भी यौन और प्रजनन संबंधी निर्णयों को लेकर महिलाओं के मत, उनकी इच्छा या उनकी देखभाल को ज्यादा तवज़्जों या मान्यता नहीं दी जाती है. शोचनीय बात यह कि ग्लोबलाइजेशन के इस युग में जहां महिलाओं के लिए कानून व अधिकारों को लेकर दुनिया भर में कई तरह के जागरूकता अभियान या सोशल मीडिया केम्पेन चलाए जा रहे हैं, बहुत सी महिलायें आज भी Sexual and Reproductive Health Rights-SRHR ( यौन और प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़े अपने अधिकारों ) के बारें में ज्यादा नहीं जानती हैं. या फिर धर्म, सामाजिक रूढ़ियों, लैंगिक असमानता या कई अन्य कारणों से वे इन मुद्दों को लेकर मुखर नहीं हो पाती हैं. international women's health action day
दुनिया भर में महिलाओं में यौन और प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़े अधिकारों व उनसे जुड़े मानवाधिकारों को लेकर जागरूकता फैलाने, उन्हे शिक्षित करने तथा उन्हे लगभग सभी समाजों में व्याप्त लैंगिक व सामाजिक असमानताओं को समझने तथा उनके खिलाफ अपनी आवाज को मुखर करने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से हर साल 28 मई को “महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस ” या International Women's Health Day (अंतर्राष्ट्रीय महिला स्वास्थ्य दिवस ) मनाया जाता है.
इस वर्ष यह दिवस 2023 Call to action , “ Our Voice, Our Action, Our Demand, Uphold Women's Health and Rights Now” (हमारी आवाज , हमारे कार्य , हमारी मांग, महिलाओं के स्वास्थ्य व अधिकारों को अभी कायम रखें ) थीम पर मनाया जा रहा है.
महिलाओं के स्वास्थ्य पर कार्रवाई के अंतर्राष्ट्रीय दिवस का इतिहास
महिलाओं के स्वास्थ्य पर कार्रवाई के अंतर्राष्ट्रीय दिवस का उद्देश्य व महत्व
बात चाहे यौन और प्रजनन स्वास्थ्य व उनसे जुड़े अधिकारों (गर्भपात, प्रसव से पूर्व या बाद में देखभाल , यौन संबंधों के कारण होने वाले संक्रमण व रोग आदि ) से जुड़ी हो, या सामाजिक भेदभाव, घरेलू हिंसा, सामाजिक व्यवस्था, लैंगिक असमानता या महिला की सामान्य स्वास्थ्य देखभाल जैसे मानवाधिकारों से जुड़ी हो, आमतौर लोग विशेषकर महिलायें इन मुद्दों को लेकर ज्यादा मुखर नहीं होते हैं. जिसके सबसे बड़े कारणों में से एक लोगों में इन मुद्दों से जुड़े महिलाओं के अधिकारों को लेकर अज्ञानता है.
गर्भपात संबंधी कानून
महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई दिवस एक अवसर हैं, जो लोगों विशेषकर महिलाओं को स्वास्थ्य देखभाल से जुड़े मुद्दों तथा उनसे जुड़े कानून को लेकर शिक्षित करने का एक अवसर देता है, जैसे उनके चिकित्सा व देखभाल संबंधी अधिकार, चिकित्सा सुविधाएं, गर्भनिरोधक, एचआईवी/एड्स से सुरक्षा तथा कानूनी गर्भपात सुविधाओं जैसे मुद्दे आदि. इसके अलावा इस अवसर पर महिलाओं को उनके यौन जीवन व प्रजनन से जुड़े अधिकारों के बारें में जागरूक करने, अपने प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में अपने निर्णय लेने के लिए उनकी स्वतंत्रता का समर्थन करने तथा विशेषकर गर्भपात संबंधी कानून के बारें में जागरूक करने के लिए कई तरह के कार्यक्रम, अभियान व सोशल मीडिया केम्पेन आयोजित किए जाते हैं.
महिलाओं के स्वास्थ्य पर कार्रवाई का अंतर्राष्ट्रीय दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है क्योंकि यह जागरूकता फैलाने के साथ उन सभी मुद्दों पर भी खुली बातचीत का मौका देता है, जिन्हे समाज में ताबू माना जाता जाता है , यानी जिन पर सार्वजनिक तौर पर बात करना शर्मनाक या वर्जित माना जाता है. या फिर शर्म या झिझक के कारण उन मुद्दों पर बात करना लोग विशेषकर महिलाएं पसंद नहीं करती हैं, जैसे मासिक धर्म चक्र, गर्भवती होने की क्षमता, यौन संबंधों में समस्या या हिंसा, सुरक्षित यौन व्यवहार, यौन संचारित संक्रमण, पुरानी स्वास्थ्य समस्याएं (जैसे पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम), गर्भनिरोधक का चुनाव व उसका इस्तेमाल, अवांछित गर्भावस्था , बच्चा पैदा करने को लेकर उनकी इच्छा, आदि.
अंतर्राष्ट्रीय महिला स्वास्थ्य कार्रवाई दिवस हर देश, हर उम्र तथा हर जाति या धर्म की महिलाओं को उनके यौन और प्रजनन स्वास्थ्य और अन्य अधिकारों को लेकर जागरूक करने के लिए हर संभव प्रयास करने का मौका देता है. इसके साथ लोगों विशेषकर महिलाओं को एक ऐसा मंच भी देता है जहां सभी वर्जनाओं को छोड़ कर महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी तथा मानवाधिकार से जुड़े मुद्दों पर खुलकर बात की जा सके. International Womens Health Day . international womens health action day .