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देर से खाने की आदत बन सकता है हर्ट अटैक कारण, शोध में खुलासा

Heart Attack: कई लोग आदतन खाना और नाश्चता लेट से खाते हैं. नये शोध के आधार पर वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि समय से खाने की आदत दिल के दौरे से बचा सकती है. पढ़ें पूरी खबर..

Cardiovascular diseases
हर्ट अटैक
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By IANS

Published : Jan 2, 2024, 7:39 PM IST

लंदन: एक शोध से यह बात सामने आई है कि अगर आप दिन का पहला भोजन, अपना नाश्ता और रात का खाना देर रात खाते हैं तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते है. इससे दिल के दौरे का खतरा हो सकता है. अध्ययन में हृदय रोग के खतरे से बचने के लिए दिन का पहला भोजन सुबह 8 बजे और रात का खाना भी रात 8 बजे तक खाने का सुझाव दिया गया.

ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज अध्ययन के अनुसार हृदय संबंधी बीमारियां दुनिया में मौत का प्रमुख कारण हैं, 2019 में 18.6 मिलियन वार्षिक मौतें हुईं, जिनमें से लगभग 7.9 मौतें आहार के कारण हुईं. इसका मतलब यह है कि आहार इन बीमारियों के विकास और प्रगति में प्रमुख भूमिका निभाता है.

फ्रांसीसी शोध संस्थान आईएनआरएई नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर एग्रीकल्चर फूड एंड एनवायरनमेंट के अध्ययन से पता चला है कि दिन में पहला भोजन देर से करने से हृदय रोग का खतरा अधिक होता है. प्रति घंटे की देरी से जोखिम में 6 प्रतिशत की वृद्धि होती है.

उदाहरण के लिए जो व्यक्ति पहली बार सुबह 9 बजे खाता है, उसमें हृदय रोग विकसित होने की संभावना सुबह 8 बजे खाने वाले व्यक्ति की तुलना में 6 प्रतिशत अधिक होती है.

जब दिन के आखिरी भोजन की बात आती है, तो रात 8 बजे से पहले खाने की तुलना में देर से (रात 9 बजे के बाद) खाने से सेरेब्रोवास्कुलर रोग जैसे स्ट्रोक का खतरा खासकर महिलाओं में 28 प्रतिशत बढ़ जाता है.

अंत में दिन के आखिरी भोजन और अगले दिन के पहले भोजन के बीच रात के समय उपवास की लंबी अवधि सेरेब्रोवास्कुलर रोग के कम जोखिम से जुड़ी होती है, जो दिन में पहले और आखिरी भोजन खाने के विचार का समर्थन करती है.

नेचर कम्युनिकेशंस में प्रकाशित अध्ययन के लिए, वैज्ञानिकों ने भोजन सेवन पैटर्न और हृदय रोग के बीच संबंधों का अध्ययन करने के लिए 103,389 प्रतिभागियों के डेटा का उपयोग किया. टीम ने सुझाव दिया है कि समय से नाश्‍ता और रात्रि भोजन करने से हृदय रोग के खतरे को रोकने में मदद मिल सकती है.

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लंदन: एक शोध से यह बात सामने आई है कि अगर आप दिन का पहला भोजन, अपना नाश्ता और रात का खाना देर रात खाते हैं तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते है. इससे दिल के दौरे का खतरा हो सकता है. अध्ययन में हृदय रोग के खतरे से बचने के लिए दिन का पहला भोजन सुबह 8 बजे और रात का खाना भी रात 8 बजे तक खाने का सुझाव दिया गया.

ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज अध्ययन के अनुसार हृदय संबंधी बीमारियां दुनिया में मौत का प्रमुख कारण हैं, 2019 में 18.6 मिलियन वार्षिक मौतें हुईं, जिनमें से लगभग 7.9 मौतें आहार के कारण हुईं. इसका मतलब यह है कि आहार इन बीमारियों के विकास और प्रगति में प्रमुख भूमिका निभाता है.

फ्रांसीसी शोध संस्थान आईएनआरएई नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर एग्रीकल्चर फूड एंड एनवायरनमेंट के अध्ययन से पता चला है कि दिन में पहला भोजन देर से करने से हृदय रोग का खतरा अधिक होता है. प्रति घंटे की देरी से जोखिम में 6 प्रतिशत की वृद्धि होती है.

उदाहरण के लिए जो व्यक्ति पहली बार सुबह 9 बजे खाता है, उसमें हृदय रोग विकसित होने की संभावना सुबह 8 बजे खाने वाले व्यक्ति की तुलना में 6 प्रतिशत अधिक होती है.

जब दिन के आखिरी भोजन की बात आती है, तो रात 8 बजे से पहले खाने की तुलना में देर से (रात 9 बजे के बाद) खाने से सेरेब्रोवास्कुलर रोग जैसे स्ट्रोक का खतरा खासकर महिलाओं में 28 प्रतिशत बढ़ जाता है.

अंत में दिन के आखिरी भोजन और अगले दिन के पहले भोजन के बीच रात के समय उपवास की लंबी अवधि सेरेब्रोवास्कुलर रोग के कम जोखिम से जुड़ी होती है, जो दिन में पहले और आखिरी भोजन खाने के विचार का समर्थन करती है.

नेचर कम्युनिकेशंस में प्रकाशित अध्ययन के लिए, वैज्ञानिकों ने भोजन सेवन पैटर्न और हृदय रोग के बीच संबंधों का अध्ययन करने के लिए 103,389 प्रतिभागियों के डेटा का उपयोग किया. टीम ने सुझाव दिया है कि समय से नाश्‍ता और रात्रि भोजन करने से हृदय रोग के खतरे को रोकने में मदद मिल सकती है.

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