मास्क और उससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
डॉक्टर इरा बताती है कि मास्क से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों को लेकर लोगों में जागरूकता होना बहुत जरूरी है। मास्क हमारे लिए क्यों जरूरी है, किस प्रकार का मास्क हमें बेहतर सुरक्षा प्रदान करता है तथा मास्क पहनते समय किन जरूरी बातों को ध्यान में रखना जरूरी है, यह कुछ ऐसी जरूरी बातें हैं जिन्हे लेकर लोगों में जानकारी होना बहुत जरूरी है।
डॉक्टर इरा के अनुसार मास्क से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां इस प्रकार हैं।
क्यों है मास्क जरूरी
मास्क हमारे चेहरे पर एक कवच की तरह से काम करता है जो कि हमारे नाक और मुंह को संक्रमण के जीवाणुओं से बचाता है। संक्रमण से बचाव में मास्क का प्रकार काफी अहम भूमिका निभाता है। जैसे यदि आप किसी ऐसे स्थान पर है जहां पर संक्रमण का खतरा ज्यादा नहीं है तो ऐसे में तीन परतों वाला मास्क भी आपको जरूरी सुरक्षा प्रदान कर सकता है, लेकिन यदि आप किसी ऐसे स्थान पर है जहां पर संक्रमण बहुत ज्यादा फैला हुआ हो तो बहुत जरूरी है कि एन95 मास्क का ही इस्तेमाल किया जाए। इसके साथ ही यह ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है कि मास्क, मास्क पहनने वाले व्यक्ति के चेहरे पर पूरी तरह से फिट हो, यानी वह ना तो बहुत ढीला और ना ही छोटा हूं।
मास्क पहनते समय ध्यान रखने वाली बातें
आमतौर पर बहुत से लोग असुविधा होने पर मास्क को नाक और मुंह से हटा कर गले में टांग लेते है। ऐसा करना लोगों में संक्रमण होने के खतरे को बहुत बड़ा देता है क्योंकि मास्क की ऊपरी परत पर लगे संक्रमण के वायरस सीधे नाक के संपर्क में आ जाता है।
सुरक्षा के लिहाज से बहुत जरूरी है कि मास्क चेहरे पर पूरी तरह से फिट हो। यानी नाक और मुंह पूरी तरह से ढका हुआ हो। डॉ इरा बताती हैं की सही तरीके से किसी भी प्रकार का मास्क पहनने से संक्रमण के फैलने का खतरा 10% तक कम हो जाता है । लेकिन यदि आप एन95 मास्क पहनते हैं तो संक्रमण के फैलने का खतरा 95% तक कम हो सकता है।
डॉ इरा बताती हैं की लोगों को भीड़ भाड़ वाले स्थानों या कार्यालयों में मास्क उतारने से बचना चाहिए। वे बताती हैं की यदि आप किसी कमरे में मास्क पहनकर लंबे समय तक काम कर रहे हैं, तो आप कुछ देर के लिए लोगों से दूर किसी खिड़की के पास जाकर मास्क को कुछ क्षणों के लिए उतार सकते हैं इस अवधि में आप ताजी हवा में गहरी सांसे ले सकते हैं जिसके उपरांत पुनः अपना मास्क पहनकर अपने काम पर लौट सकते हैं।
मास्क को लेकर एक सबसे जरूरी नियम यह भी बताया जाता है कि जब आप दफ्तर में हो या कहीं काम कर रहे हो तो मास्क को छूना नहीं चाहिए। जहां तक संभव हो लोगों के बीच में मास्क उतार कर खाने पीने से भी बचना चाहिए। लेकिन कभी यदि ऐसा करना भी पड़े तो बारी-बारी से मास्क उतारना चाहिए। उदाहरण के लिए एक समय में एक व्यक्ति मास्क उतार कर चाय पी सकता है या खाना खा सकता है उस दौरान दूसरे लोग अपना मास्क लगाए रखें। इसके अतिरिक यदि किसी व्यक्ति का मास्क ठीक से नही लगा है तो बड़े ध्यान से उसे इस बारें में अवगत कराना चाहिए।
कैसे जाने कि फिट है मास्क
मास्क हमेशा ऐसे पहनना चाहिए कि किसी भी किनारे से अंदर की हवा बाहर ना जा सके। इसके अलावा यदि चश्मे पहनने वाले व्यक्तियों में मास्क पहनने के बाद यदि चश्मे के शीशे भांप जमती है तो इसका मतलब है कि मास्क बिल्कुल ठीक तरीके से पहना गया है। हालांकि ऐसी अवस्था में चश्मे में भाँप जमने की समस्या से बचने के लिए भी कई उपाय मौजूद हैं।
वहीं यदि बात करते समय मास्क अपने आप नाक से नीचे सरक जाता है तो इसका मतलब यह है कि मास्क का फिट सही नहीं है।
मास्क उतरते समय ध्यान देने वाली बातें
डॉ इरा बताती हैं की मास्क को उतारते समय सबसे ज्यादा ध्यान इस बात पर देना चाहिए कि उसकी बाहरी या अंदरूनी परत को छुआ ना जाय । मास्को को हमेशा कान पर लगी डोरियों को पकड़कर ही उतारना चाहिए और साथ ही कभी भी इस्तेमाल किए गए मास्क को किसी भी स्थान पर लटकाना नहीं चाहिए।
यहां ध्यान रखने वाली एक अन्य बात यह भी है की मास्क की कान पर या सिर के पीछे अटकाने वाली हेड स्ट्रिप सही और टाइट हो । यदि हेड स्ट्रिप लगाते समय उसके टाइट होने के कारण असहजता या दर्द महसूस हो तो परेशान नहीं होना चाहिए क्योंकि यह ज्यादातर मामलों में मास्क के चेहरे पर फिट होने के कारण होती है और धीरे-धीरे व्यक्ति उसके साथ सामान्य हो जाता है। वर्तमान समय में बहुत से ऐसे मास्क बाजार में मिल रहे हैं जिनके कानों पर टिकाने वाले स्ट्रिप में क्लिप लगा होता है जिससे कानों में दर्द में राहत मिल सकती है।
डॉ इरा बताती हैं की बारिश के मौसम में यदि किसी का मास्क गीला हो जाता है तो उसे तुरंत मास्क बदल लेना चाहिए, क्योंकि गीला मास्क सुरक्षा के लिहाज से सही नही होता है। दरअसल आमतौर पर गीले मास्क की सुरक्षा परत खराब हो जाती है। यही नही गीला मास्क चेहरे पर फिट भी नहीं रहता है। इसलिए बारिश के मौसम में यदि मास्क के साथ फेस शिल्ड भी पहना जाए तो मास्क बारिश से बचा रह सकता है।
कैसे करें दोहरे मास्क का इस्तेमाल
डॉक्टर इरा बताती है कि अलग-अलग प्रकार के मास्क को पहनने के अलग-अलग तरीके हो सकते हैं।
सीडीसी के अनुसार डिस्पोजेबल मास्क के ऊपर सुरक्षा को ज्यादा बेहतर करने के लिए कपड़े का मास्क भी पहना जा सकता है। वहीं ऐसे लोग जिनकी त्वचा ज्यादा संवेदनशील होती है या जो किसी प्रकार की त्वचा संबंधी समस्या से जूझ रहे होते हैं, वह नीचे कपड़े का मास्क लगाकर उसके ऊपर डिस्पोजेबल मास्क पहन सकते हैं।
मास्क पहनने के फायदे
मास्क पहनने से सिर्फ कोरोना संक्रमण में ही फायदा नहीं मिलता है बल्कि ऐसे लोग जो विभिन्न प्रकार की एलर्जी से ग्रस्त होते हैं उन्हें भी लगातार मास्क पहने रहने से काफी राहत मिलती है यहां तक कि नियमित मास्क पहनने से उनकी समस्या का काफी हद तक स्वतः निवारण भी हो सकता है
कैसे करें मास्क का निपटारण
डॉ इरा बताती है कि मास्क को फेंकने से पहले हमेशा उसे डिसइनफेक्टेंट स्प्रे करके पीले रंग की थैली में डालकर सूखे कचरे में फेंकना चाहिए। वहीं महानगरों में कई बड़ी सोसाइटीज में इस तरह की व्यवस्था की गई है जहां लोग अपने मास्क को जला कर नष्ट कर सकते हैं।
यदि ऐसा ना हो तो मास्क को फेंकने से पहले उसे हमेशा साबुन के पानी में धोकर ही फेंकना चाहिए।
आमतौर पर कपड़े से बने मास्क को धोकर दोबारा इस्तेमाल में लाया जा सकता है लेकिन एन95 मास्क को साबुन के पानी से धोया नहीं जा सकता है। हालांकि फिलहाल कुछ स्थानों पर ऐसी व्यवस्था की गई है जहां एन95 मास्क को गर्म हवा वाले अवन में 70 डिग्री के तापमान पर 40 मिनट तक स्टेरलाइज किया जाता है। माना जा रहा है कि स्टेरलाइजेशन के बाद मास्क का इस्तेमाल दोबारा किया जा सकता है।
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