त्योहारों के इस मौसम में अगर आपने जमकर मिठाई-पकवान का जायका लिया है तो अब बारी है अपनी सेहत को डिटॉक्स करने की. आमतौर पर लोग त्योहारों के अवसर पर जम कर पकवानों और मिठाइयों का आनंद लेते हैं , बगैर इस बात का ध्यान रखें कि यह हाई कैलोरीज, अनसैचुरेटेड फैट और ज्यादा मीठा भोजन और मिठाईयां हमारी सेहत को किस तरह से प्रभावित कर सकती हैं. इसलिए आम तौर पर त्योहारों के बाद चिकित्सकों की व्यस्तता बढ़ जाती है.
यदि आप भी दिवाली के बाद इस तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो अपने शरीर को डिटॉक्स करना आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता हैं. ETV भारत सुखीभवा को इस संबंध में ज्यादा जानकारी देते हुए पोषण विशेषज्ञ डॉ. दिव्या शर्मा बताती हैं कि न सिर्फ त्यौहार बल्कि मौसम के मद्देनजर भी इस समय नियमित बॉडी डिटॉक्स काफी फायदेमंद होता हैं, क्योंकि सर्दियों में हमारे भोजन में तले-भूने मसालेदार आहार की मात्रा बढ़ जाती है. ऐसे में कुछ आदतों को अपनी नियमित दिनचर्या में शामिल करना सेहतकारी हो सकता है. जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं.
सुबह सबसे पहले गर्म पानी
डॉ. दिव्या बताती हैं अपने डिटॉक्स रूटीन की शुरुआत सुबह सवेरे सबसे पहले गर्म पानी में नींबू डालकर उसका सेवन करने से करनी चाहिए. यदि संभव हो तो उसमें शहद का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. गरम पानी में नींबू और शहद का सेवन पाचनशक्ति बढ़ाता हैं, कब्ज से राहत दिलाता हैं, वजन कम करने में मददगार होता हैं, प्राकृतिक रूप से सुंदरता बढ़ता हैं, और शरीर में ऊर्जा का संचार करता हैं. नींबू में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है. साथ ही इसमें मौजूद एंटी आक्सिडेंट शरीर को काफी फायदा पहुंचाते हैं.
खूब सारा पानी पिएं
शरीर को डिटॉक्स करने के लिए ही नही बल्कि सामान्य अवस्था में भी दिन भर में जरूरी मात्रा में पानी पीना भी काफी फायदेमंद होता है. दरअसल दिन भर में यदि कम से कम 8 से 9 गिलास पानी किया जाए तो इससे शरीर के सारे टॉक्सिंस मूत्र और पसीने से माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाते हैं, साथ भी शरीर में ऊर्जा भी महसूस होती है. यदि शरीर हाइड्रेट रहता है तो इससे पाचन तंत्र भी अच्छा रहता है साथ ही नींद भी अच्छी आती है.
फाइबर युक्त आहार तथा प्रोटीन ज्यादा मात्रा में खाएं
फाइबर को डिटॉक्सिफिकेशन के लिए जरूरी एजेंट माना जाता है. इसलिए त्योहारों के बाद अपने भोजन में ज्यादा मात्रा में फाइबर युक्त आहार शामिल करन चाहिए जैसे खीरा, गाजर, टमाटर, फल तथा हरी पत्तेदार सब्जियां आदि.
डिटॉक्सिफिकेशन प्रक्रिया में प्रोटीन भी काफी फायदेमंद माना जाता है. दरअसल प्रोटीन वजन घटाने में काफी असरदार होता है साथ ही यह मांसपेशियों के निर्माण में भी मदद करता है. वहीं प्रोटीन के सेवन से भूख भी काफी नियंत्रित हो जाती है. लेकिन जहां तक संभव हो आहार में पौधों से मिलने वाले प्रोटीन को ही शामिल करना चाहिए क्योंकि इसमें कैलोरी की मात्रा भी कम होती है साथ ही इसके अन्य फायदे भी अपेक्षाकृत ज्यादा होते हैं.
इसके अतिरिक्त भोजन में कार्बस् और वसायुक्त आहार के ज्यादा इस्तेमाल से बचना चाहिए . ताजे फल और सब्जियों के साथ ही सूखे मेवे और बीजों का सेवन भी काफी फायदेमंद होता है. जहां तक हो सके मांसाहारी भोजन से परहेज करना चाहिए तथा हल्का भोजन ग्रहण करना चाहिए.
छोटे-छोटे आहार खाएं
डॉ. दिव्या बताती हैं कि एक बार में बहुत सारा भोजन करने से बेहतर है कि ऐसा डाइट प्लान बनाया जाए, जिसमें थोड़े-थोड़े अंतराल के बाद हल्का फुल्का भोजन खाया जाए. इससे ना सिर्फ भूख कम लगती है बल्कि व्यक्ति ओवर इटिंग यानी जरूरत से ज्यादा खाने की आदत से भी बचता है. इस आदत का पालन करने से ना सिर्फ शरीर की इम्युनिटी बढ़ेगी, साथ ही पाचन भी दुरुस्त होगा .
नींद जरूरी
स्वस्थ शरीर के लिए बहुत जरूरी है कि अच्छी मात्रा में नींद ली जाए, क्योंकि नींद की कमी का असर सेहत को प्रभावित कर सकता है. कम से कम 6 से 8 घंटे की नींद प्रतिदिन किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी होती है. यदि व्यक्ति जरूरी मात्रा में नींद लेता है तभी उसके शरीर के सभी तंत्र भी सुचारू रूप से कार्य करते हैं. डॉ. दिव्या बताती हैं कि वैसे भी आजकल हल्की सर्दी का मौसम है ऐसे में यदि सोने से पहले एक कप हल्के मीठे गरम दूध या हल्दी वाले दूध में दालचीनी, अदरक, तथा गुड़ डालकर उसका सेवन किया जाए तो यह ना सिर्फ इम्युनिटी बढ़ाता है बल्कि अच्छी नींद का कारण भी बन सकता है.