न्यूयॉर्क : कोविड-19 वायरस के खिलाफ टीकाकरण के बाद थ्रोम्बोसिस विद थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (TTS) नामक एक बहुत ही दुर्लभ रक्त-थक्के की स्थिति विकसित होने का जोखिम रहता है. यह एक नए शोध में पता चला है. शोधकर्ताओं के अनुसार, TTS तब होता है, जब किसी व्यक्ति में रक्त के थक्के (thrombosis) के साथ-साथ कम रक्त प्लेटलेट काउंट (thrombocytopenia) होता है. यह बहुत दुर्लभ है और सामान्य क्लॉटिंग स्थितियों, जैसे डीप वेन थ्रॉम्बोसिस (DVT) या फेफड़ों के थक्के (फुफ्फुसीय अंत: शल्यता) से अलग है. Blood clotting after covid vaccination side effect tts . Blood clotting after covid vaccination . covid vaccination side effect .
इस सिंड्रोम की इस समय एडेनोवायरस आधारित कोविड-19 टीकों के दुर्लभ दुष्प्रभाव की जांच की जा रही है, जो कोरोनोवायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को ट्रिगर करने के लिए एक कमजोर वायरस का उपयोग करते हैं, लेकिन विभिन्न प्रकार के टीकों की तुलनात्मक सुरक्षा पर कोई स्पष्ट प्रमाण मौजूद नहीं है. अध्ययन के लिए ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (BMJ) (British Medical Journal) में प्रकाशित, शोधकर्ताओं ने जोर देकर कहा कि यह सिंड्रोम बहुत दुर्लभ है लेकिन आगे के टीकाकरण अभियानों और भविष्य के टीके के विकास की योजना बनाते समय इन जोखिमों पर विचार किया जाना चाहिए.
स्वास्थ्य आंकड़ों का आधार: पांच यूरोपीय देशों और अमेरिका के स्वास्थ्य आंकड़ों के आधार पर, यह Oxford-AstraZeneca vaccine की पहली खुराक के बाद TTS के एक छोटे से बढ़े हुए जोखिम को दर्शाता है और Janssen/Johnson & Johnson वैक्सीन की तुलना में Pfizer-BioNtech vaccine एक बढ़े हुए जोखिम की ओर रुझान दिखाता है. हालांकि, यह एक अच्छी तरह से डिजाइन किया गया अध्ययन था, जिसमें बिना किसी टीकाकरण के उपलब्ध टीकों की एक-दूसरे के साथ तुलना की गई और अतिरिक्त विश्लेषण के बाद परिणाम सुसंगत थे.--आईएएनएस
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