ETV Bharat / sukhibhava

कोविड-19 टीकाकरण में तेजी लाने के लिए जूझ रहा है अमेरिका - सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन

अमेरिका में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण को लेकर अस्थिरता नजर आ रही है. टीकाकरण का काम धीमा चल रहा है, जिससे नागरिकों में वैक्सीन को लेकर अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है. स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीन की सप्लाई, उसकी उपयोगिता के अनुसार करने की बात कही है, वहीं कम प्राथमिकता वाले लोगों को खुराक देने पर भी हामी भर दी है.

Vaccination work slowed in America
अमेरिका में टीकाकरण कार्य हुई धीमी
author img

By

Published : Jan 13, 2021, 1:55 PM IST

कोरोनावायरस टीकाकरण की धीमी गति से चिंतित अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसियों ने सप्लाई बढ़ाने, वैक्सीन लेने की पात्रता संबंधी दिशानिर्देशों को सहज करने और टीकाकरण केन्द्रों की संख्या बढ़ाने जैसे कई बदलाव किए हैं.

सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ट्रैकर के अनुसार, 11 जनवरी तक अमेरिकी सरकार ने लगभग 2.77 करोड़ वैक्सीन डोज वितरित कर दिये थे, लेकिन केवल 90 लाख लोगों ने ही अब तक टीकाकरण कराया है.

हेल्थ एंड हयूमन सर्विसेस सेक्रेटरी एलेक्स अजार ने कहा कि संघीय सरकार अब हर राज्य को वहां की टीकाकरण की दर के मुताबिक ही आगे वैक्सीन सप्लाई करेगी. अजार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'यदि आप वैक्सीन का उपयोग नहीं कर रहे हैं, जिस पर आपका अधिकार है, तो हम उन राज्यों के साथ संतुलन बनाएंगे, जो उस वैक्सीन का उपयोग कर रहे हैं. वैक्सीन को गोदाम में रखने के बजाय किसी व्यक्ति के शरीर में रखना सही है, क्योंकि ऐसे में वैक्सीन का हर एक डोज का मतलब है एक मौत को टालना.'

अजार ने कहा कि सरकार अब फाइजर-बायोएनटेक और मॉडर्ना वैक्सीन के दूसरे डोज को ज्यादा दिन तक नहीं रोकेगी, बल्कि राज्यों से कह दिया गया है कि वे सीडीसी द्वारा बताई गई प्रारंभिक प्राथमिकता सूची में नीचे आने वाले सहकर्मियों का टीकाकरण करना शुरू करें.

टीकाकरण को लेकर यह नया दृष्टिकोण राष्ट्रपति चुने गए जो बाइडेन की योजना से मेल खाता है, जिन्होंने कहा है कि उपलब्ध वैक्सीन की ज्यादा से ज्यादा मात्रा का उपयोग करके आबादी के बड़े हिस्से को इस वायरस के खिलाफ सुरक्षित किया जाए.

बता दें कि दुनिया में सबसे ज्यादा 2.2 करोड़ मामले और 3.8 लाख मौतें अमेरिका में ही दर्ज हुई हैं.

कोरोनावायरस टीकाकरण की धीमी गति से चिंतित अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसियों ने सप्लाई बढ़ाने, वैक्सीन लेने की पात्रता संबंधी दिशानिर्देशों को सहज करने और टीकाकरण केन्द्रों की संख्या बढ़ाने जैसे कई बदलाव किए हैं.

सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ट्रैकर के अनुसार, 11 जनवरी तक अमेरिकी सरकार ने लगभग 2.77 करोड़ वैक्सीन डोज वितरित कर दिये थे, लेकिन केवल 90 लाख लोगों ने ही अब तक टीकाकरण कराया है.

हेल्थ एंड हयूमन सर्विसेस सेक्रेटरी एलेक्स अजार ने कहा कि संघीय सरकार अब हर राज्य को वहां की टीकाकरण की दर के मुताबिक ही आगे वैक्सीन सप्लाई करेगी. अजार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'यदि आप वैक्सीन का उपयोग नहीं कर रहे हैं, जिस पर आपका अधिकार है, तो हम उन राज्यों के साथ संतुलन बनाएंगे, जो उस वैक्सीन का उपयोग कर रहे हैं. वैक्सीन को गोदाम में रखने के बजाय किसी व्यक्ति के शरीर में रखना सही है, क्योंकि ऐसे में वैक्सीन का हर एक डोज का मतलब है एक मौत को टालना.'

अजार ने कहा कि सरकार अब फाइजर-बायोएनटेक और मॉडर्ना वैक्सीन के दूसरे डोज को ज्यादा दिन तक नहीं रोकेगी, बल्कि राज्यों से कह दिया गया है कि वे सीडीसी द्वारा बताई गई प्रारंभिक प्राथमिकता सूची में नीचे आने वाले सहकर्मियों का टीकाकरण करना शुरू करें.

टीकाकरण को लेकर यह नया दृष्टिकोण राष्ट्रपति चुने गए जो बाइडेन की योजना से मेल खाता है, जिन्होंने कहा है कि उपलब्ध वैक्सीन की ज्यादा से ज्यादा मात्रा का उपयोग करके आबादी के बड़े हिस्से को इस वायरस के खिलाफ सुरक्षित किया जाए.

बता दें कि दुनिया में सबसे ज्यादा 2.2 करोड़ मामले और 3.8 लाख मौतें अमेरिका में ही दर्ज हुई हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.