नई दिल्ली: वेस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस की साइबर सेल ने दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी से एक फर्जी जॉब रैकेट का पर्दाफाश करने की बात कही है. इनके पास से 13 मोबाइल, 6 डेबिट कार्ड, लैपटॉप, रजिस्टर, डेस्कटॉप और चेक बुक्स बरामद की गई हैं.
डीसीपी दीपक पुरोहित ने बताया कि ये बदमाश विभिन्न साइटों से जॉब ढूंढने वाले लोगों की डिटेल इकट्ठा करते थे. फिर ये लोगों को बैंक और एयरपोर्ट में जॉब देने और अच्छी सैलेरी दिलवाने का वादा कर अपने जाल में फंसाते थे. उसके बाद उनसे रजिस्ट्रेशन और फिर दो महीने की एडवांस सैलेरी के बहाने हजारों रुपये ठगते थे.
ऐसे चढ़े पुलिस के हत्थे
पुलिस को इन्फॉर्मेशन मिली थी कि जॉब देने के नाम पर लोगों से फर्जीवाड़ा करने वाला गिरोह विकासपुरी में कॉल सेंटर चला रहा है. जिन्हें पकड़ने के लिए एसीपी ऑपरेशन उमा शंकर की देखरेख में साइबर सेल के इंस्पेक्टर अरुण चौहान, सब इंस्पेक्टर अमित वर्मा, सतीश डगर, एएसआई देवेंद्र, हेड कांस्टेबल सुबोध, विवेक, शैलेन्द्र और कांस्टेबल विकेन्द्र की टीम का गठन किया गया.
हिमाचल के युवक ने दी शिकायत
टीम ने आरोपियों को पकड़ने के लिए खोजबीन शुरू कर दी. खोजबीन के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि हिमाचल के किसी व्यक्ति ने इन आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. जिससे एचडीएफसी बैंक में जॉब देने के नाम पर 40 हजार रुपये ठग लिए गए हैं. साथ ही उसे इन आरोपियों ने एचडीएफसी बैंक का फर्जी कॉल लेटर भी भेजा था. जिसके बाद पुलिस टीम ने दोनों आरोपियों को विकासपुरी से गिरफ्तार कर लिया.
कई लोगों को कर चुके हैं टारगेट
दोनों आरोपियों की पहचान सागर मेहता और दीपांशु के रूप में हुई है. जो अब तक सैकड़ों लोगों को जॉब का झांसा देकर उन्हें ठग चुके हैं. पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर बाकी के पीड़ितों का पता लगाने की कोशिश कर रही है. इनके पास से बरामद रजिस्टर से पता चला है कि ये लोग दिल्ली के नहीं बल्कि महाराष्ट्र, आसाम, मध्य प्रदेश, राजस्थान के लोगों को भी टारगेट करते थे.