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नौकरी दिलाने के नाम पर करते थे ठगी, पुलिस ने किया गैंग का पर्दाफाश - डीसीपी दीपक पुरोहित

वेस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने जॉब के नाम पर ठगी करने वाले 2 बदमाशों को गिरफ्तार किया है. ये अबतक कई लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं.

पुलिस गिरफ्त में आरोपी
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Published : Oct 12, 2019, 4:58 PM IST

Updated : Oct 12, 2019, 5:12 PM IST

नई दिल्ली: वेस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस की साइबर सेल ने दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी से एक फर्जी जॉब रैकेट का पर्दाफाश करने की बात कही है. इनके पास से 13 मोबाइल, 6 डेबिट कार्ड, लैपटॉप, रजिस्टर, डेस्कटॉप और चेक बुक्स बरामद की गई हैं.

डीसीपी दीपक पुरोहित ने बताया कि ये बदमाश विभिन्न साइटों से जॉब ढूंढने वाले लोगों की डिटेल इकट्ठा करते थे. फिर ये लोगों को बैंक और एयरपोर्ट में जॉब देने और अच्छी सैलेरी दिलवाने का वादा कर अपने जाल में फंसाते थे. उसके बाद उनसे रजिस्ट्रेशन और फिर दो महीने की एडवांस सैलेरी के बहाने हजारों रुपये ठगते थे.

ऐसे चढ़े पुलिस के हत्थे

पुलिस को इन्फॉर्मेशन मिली थी कि जॉब देने के नाम पर लोगों से फर्जीवाड़ा करने वाला गिरोह विकासपुरी में कॉल सेंटर चला रहा है. जिन्हें पकड़ने के लिए एसीपी ऑपरेशन उमा शंकर की देखरेख में साइबर सेल के इंस्पेक्टर अरुण चौहान, सब इंस्पेक्टर अमित वर्मा, सतीश डगर, एएसआई देवेंद्र, हेड कांस्टेबल सुबोध, विवेक, शैलेन्द्र और कांस्टेबल विकेन्द्र की टीम का गठन किया गया.

हिमाचल के युवक ने दी शिकायत

टीम ने आरोपियों को पकड़ने के लिए खोजबीन शुरू कर दी. खोजबीन के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि हिमाचल के किसी व्यक्ति ने इन आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. जिससे एचडीएफसी बैंक में जॉब देने के नाम पर 40 हजार रुपये ठग लिए गए हैं. साथ ही उसे इन आरोपियों ने एचडीएफसी बैंक का फर्जी कॉल लेटर भी भेजा था. जिसके बाद पुलिस टीम ने दोनों आरोपियों को विकासपुरी से गिरफ्तार कर लिया.

कई लोगों को कर चुके हैं टारगेट

दोनों आरोपियों की पहचान सागर मेहता और दीपांशु के रूप में हुई है. जो अब तक सैकड़ों लोगों को जॉब का झांसा देकर उन्हें ठग चुके हैं. पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर बाकी के पीड़ितों का पता लगाने की कोशिश कर रही है. इनके पास से बरामद रजिस्टर से पता चला है कि ये लोग दिल्ली के नहीं बल्कि महाराष्ट्र, आसाम, मध्य प्रदेश, राजस्थान के लोगों को भी टारगेट करते थे.

नई दिल्ली: वेस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस की साइबर सेल ने दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी से एक फर्जी जॉब रैकेट का पर्दाफाश करने की बात कही है. इनके पास से 13 मोबाइल, 6 डेबिट कार्ड, लैपटॉप, रजिस्टर, डेस्कटॉप और चेक बुक्स बरामद की गई हैं.

डीसीपी दीपक पुरोहित ने बताया कि ये बदमाश विभिन्न साइटों से जॉब ढूंढने वाले लोगों की डिटेल इकट्ठा करते थे. फिर ये लोगों को बैंक और एयरपोर्ट में जॉब देने और अच्छी सैलेरी दिलवाने का वादा कर अपने जाल में फंसाते थे. उसके बाद उनसे रजिस्ट्रेशन और फिर दो महीने की एडवांस सैलेरी के बहाने हजारों रुपये ठगते थे.

ऐसे चढ़े पुलिस के हत्थे

पुलिस को इन्फॉर्मेशन मिली थी कि जॉब देने के नाम पर लोगों से फर्जीवाड़ा करने वाला गिरोह विकासपुरी में कॉल सेंटर चला रहा है. जिन्हें पकड़ने के लिए एसीपी ऑपरेशन उमा शंकर की देखरेख में साइबर सेल के इंस्पेक्टर अरुण चौहान, सब इंस्पेक्टर अमित वर्मा, सतीश डगर, एएसआई देवेंद्र, हेड कांस्टेबल सुबोध, विवेक, शैलेन्द्र और कांस्टेबल विकेन्द्र की टीम का गठन किया गया.

हिमाचल के युवक ने दी शिकायत

टीम ने आरोपियों को पकड़ने के लिए खोजबीन शुरू कर दी. खोजबीन के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि हिमाचल के किसी व्यक्ति ने इन आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. जिससे एचडीएफसी बैंक में जॉब देने के नाम पर 40 हजार रुपये ठग लिए गए हैं. साथ ही उसे इन आरोपियों ने एचडीएफसी बैंक का फर्जी कॉल लेटर भी भेजा था. जिसके बाद पुलिस टीम ने दोनों आरोपियों को विकासपुरी से गिरफ्तार कर लिया.

कई लोगों को कर चुके हैं टारगेट

दोनों आरोपियों की पहचान सागर मेहता और दीपांशु के रूप में हुई है. जो अब तक सैकड़ों लोगों को जॉब का झांसा देकर उन्हें ठग चुके हैं. पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर बाकी के पीड़ितों का पता लगाने की कोशिश कर रही है. इनके पास से बरामद रजिस्टर से पता चला है कि ये लोग दिल्ली के नहीं बल्कि महाराष्ट्र, आसाम, मध्य प्रदेश, राजस्थान के लोगों को भी टारगेट करते थे.

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बड़े फर्जी जॉब रैकेट का पर्दाफाश करके वेस्ट डिस्ट्रीक्ट के साइबर सेल की पुलिस टीम ने दो चीटर को गिरफ्तार किया है. और इनके पास से 13 मोबाइल, 6 डेबिट कार्ड, लैपटॉप, रजिस्टर, डेस्कटॉप और चेक बुक, बैंक अकाउंट बुक आदि बरामद किया है.

Body:डीसीपी दीपक पुरोहित के अनुसार ये लोग विभिन्न साइटों से जॉब ढूंढने वाले लोगों की डिटेल इक्क्ठा करके, उन्हें बैंक और एयरपोर्ट में जॉब देने और अच्छी सैलरी दिलवाने का वादा कर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे. और उसके बाद उनसे रजिस्ट्रेशन और फिर दो महीने की एडवांस सेलरी के बहाने हजारों रुपये ठगते थे.
पुलिस के अनुसार उन्होंने इन्फॉर्मेशन मिली की जॉब देने के नाम पर लोगो से फर्जीवाड़ा करने वाला गिरोह विकासपुरी में कॉल सेण्टर चला रहा है. जिन्हे पकड़ने के लिए एसीपी ऑपरेशन उमा शंकर की देखरेख में साइबर सेल के इंस्पेक्टर अरुण चौहान, सब इंस्पेक्टर अमित वर्मा, सतीश डगर , एएसआई देवेंद्र, हेड कांस्टेबल सुबोध, विवेक, शैलेन्द्र और कांस्टेबल विकेन्द्र की टीम का गठन किया गया. जिसके बाद टीम ने आरोपियों को पकड़ने के लिए खोजबीन शुरू कर दी.खोजबीन के दौरान पुलिस को सूचना मिली की हिमाचल के किसी अभिषेक नंदन ने इन आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज़ कराई है.
जिससे एचडीएफसी बैंक में जॉब देने के नाम पर 40 हज़ार रूपए ठग लिए गए है, साथ ही उसे इन आरोपियों द्वारा एचडीएफसी बैंक का फ़र्ज़ी कॉल लेटर भी भेजा गया था. जिसके बाद पुलिस टीम ने एक्शन लेते हुए दोनों आरोपियों को विकासपुरी की डीडीए, लाल मार्किट के बिल्डिंग के 3 फ्लोर से गिरफ्तार कर लिया. Conclusion:दोनों आरोपियों की पहचान सागर मेहता और दीपांशु के रूप में हुई है. जो अब तक सौकड़ों लोगो को जॉब का झांसा देकर उन्हें ठग चुके है. पुलिस ने दोनों आरोपियों से पूछताछ कर बाकी के पीड़ितों का पता लगाने की कोशिश कर रही है. इनके पास से बरामद रजिस्टर से पता चला है की ये लोग दिल्ली के लोगों को नही बल्कि महाराष्ट्र, आसाम, मध्य प्रदेश, राजस्थान के लोगों को टारगेट करते थे.
Last Updated : Oct 12, 2019, 5:12 PM IST
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