नई दिल्ली: दिल्ली का बजट पेश होने से पहले सदर बाजार के व्यापारियों को काफी उम्मीदें थी. लेकिन बजट पेश होने के बाद व्यापारियों में नाराजगी है. इसे लेकर जब व्यापारियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह बजट व्यापारियों के हक में नहीं है और उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया.
दरअसल बजट से पहले फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन द्वारा कई मांगें की गई थी, जिसमें मुख्य तौर पर लाइसेंसिंग व्यवस्था में सुधार की मांग को सरकार द्वारा तवज्जो दिए जाने की बात कही गई थी. लेकिन बजट पेश होने के बाद यहां के व्यापारी, पूरी तरह से निराश हो गए. उनका कहना है कि सरकार का यह बजट व्यापारियों के लिए बिल्कुल नाकाम साबित हुआ है. सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के चेयरमैन परमजीत सिंह 'पम्मा' ने कहा कि, इस बजट से व्यापारियों को उम्मीद थी की सरकार उनके लिए किसी राहत पैकेज की घोषणा करेगी. साथ ही उन्हें यह उम्मीद थी कि, दिल्ली के बाजारों के विकास और बेहतरी के लिए भी कोई घोषणा की जाएगी.लेकिन सरकार की तरफ से ऐसा कुछ भी नहीं किया गया.
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उन्होंने कहा कि, बजट में सिर्फ खानापूर्ति की गई है और व्यापारियों को कोई फायदा नहीं मिलने वाला. दिल्ली का व्यापार लगातार प्रभावित हो रहा है. व्यापारियों ने यह मांग की थी कि उनके लिए राहत पैकेज लाने के साथ सरकार उनके सामानों के नुकसान होने की स्थिति में बीमा की सुविधा उपलब्ध कराए. साथ ही उन्हें चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध कराई जाए. लेकिन उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया. परमजीत सिंह ने आगे कहा कि, सरकार ने इन बातों पर चर्चा तक नहीं कि, जिससे यह साफ पता चलता है कि दिल्ली सरकार को व्यापारियों की कोई चिंता नहीं है, जबकि दिल्ली के व्यापारी टैक्स भरकर दिल्ली के राजस्व को बढ़ाते हैं. यह बजट पूरी तरह से नाकामयाब है.
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