नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली सहित पूरे देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर में हजारों लोगों को मौत की नींद सुला दिया और लाखों लोग अभी भी इसकी चपेट में है. इस स्थिति से निपटने के लिए डॉक्टरों ने संक्रमित लोगों को ऑक्सीजन चेक करने के लिए ऑक्सीमीटर, बुखार मापने के लिए थर्मामीटर और भाप लेने के लिए स्ट्रीमर जैसी जरूरी चीजों की सलाह दी. ताकि समय-समय पर ऑक्सीजन ऑक्सीमीटर से चेक की जा सके और थर्मामीटर से बुखार भी चेक किया जाए.
इन सब चीजों की बाजार में मांग बढ़ते ही कमी शुरू हो गई. जिसको लेकर काफी अफरातफरी का माहौल हो गया. बाजार में सामान महंगी दरों पर भी मिलना बंद हो गया, जिसकी वजह से लोग काफी परेशान हुए. इस भयानक स्थिति से निपटने के लिए इलाके के कुछ नामचीन और समाजसेवी लोगों ने कोरोना संक्रमित लोगों की मदद करने के लिए हाथ बढ़ाया.
लोगों को मिली जीवन रक्षक जैसी आवश्यक वस्तु
इसी कड़ी में समाजसेवियों ने लोगों को फ्री ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर और भाप लेने के लिए स्ट्रीमर व जरूरत की दवाई भी मुहैया कराईं, ताकि लोगों की जान बच सके. जरूरतमंद लोगों के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से अपना नंबर भी प्रसारित किया. जिससे लोग इन समाजसेवियों से बात कर सके और अपनी जरूरत की चीज ले सके. किसी भी तरह से कोरोना संक्रमित लोगों की जान बच जाए.
ये भी पढ़ें:-दिल्ली के कोरोना अस्पतालों में 2,112 आईसीयू/वेंटिलेटर बेड खाली, पढ़ें पूरी खबर...
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का भी किया इंतजाम
बुराड़ी इलाके के समाजसेवी दीपक गुप्ता ने बताया कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में वह अपने कई पारिवारिक करीबी और दोस्तों को खो चुके हैं. साथ ही दिल्ली ही नहीं देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की चपेट में काफी युवा आए, जिनकी महामारी की वजह से मौत हो गई. इन सब चीजों से निपटने के लिए इन्होंने एक संस्था के साथ मिलकर शालीमार बाग में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का भी इंतजाम किया. जरूरतमंद लोग अपनी काम हुई ऑक्सीजन की सेंटर में आकर पूर्ति कर सके.
ये भी पढ़ें:-ब्लैक-व्हाइट के साथ ग्रीन, पिंक और रेड फंगस भी कर सकते हैं शरीर पर अटैक
इसी तरह बुराड़ी इलाके ही नहीं आसपास के इलाके में भी इन्होंने लोगों की काफी सेवा की. इसके लिए लोगों को अपना कोरोना पॉजिटिव का पर्चा लेकर आना होता था या इनके व्हाट्सएप नंबर पर आधार कार्ड और कोरोना पॉजिटिव का पर्चा भेज देते थे. जिसके बाद उनको जरूरत की चीजें मुहैया कराईं जाती थी.
ये भी पढ़ें:-दिल्ली में कितने लोगों को लग चुकी है वैक्सीन, पढ़ें ये रिपोर्ट...
लोगों की मदद के लिए बढ़ाया हाथ
कई समाजसेवियों ने आगे बढ़कर लोगों की मदद की और कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के चलते जहां पर कालाबाजारी हुई वहीं पर कुछ लोगों ने बीमार लोगों की जान बचाने के ऑक्सीजन सिलेंडर भी भरवा कर दिए ताकि किसी के घर का चिराग जलता रहे.