नई दिल्ली: द्वारका जिले के मोहन गार्डन थाना क्षेत्र में बुधवार सुबह 12वीं कक्षा की छात्रा पर एसिड अटैक की गुत्थी को पुलिस ने 12 घंटे के अंदर सुलझा लिया है. पुलिस ने इस मामले में तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है. इनकी पहचान मुख्य आरोपी सचिन अरोड़ा, हर्षित अग्रवाल उर्फ हनी और वीरेंद्र सिंह उर्फ सोनू के रूप में हुई है. दरअसल, सचिन और पीड़ित छात्रा के बीच पहले से दोस्ती थी. सितंबर में दोनों के बीच अनबन हो गई, जिससे छात्रा ने सचिन को नजरअंदाज करना शुरू कर दिया. इससे खफा होकर आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया. (Acid attack on 12th class student in dwarka)
आरोपी ने छात्रा पर तेजाब डालने के लिए ई-कॉमर्स साइट से ऑनलाइन तेजाब मंगवाया था, जिसका बिल उसने पेटीएम अकाउंट से चुकाया था. पुलिस ने घटना में इस्तेमाल किए गए मोबाइल और बाइक को जब्त कर लिया. दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि बुधवार सुबह छात्रा पर तेजाब डालने की घटना के बाद पुलिस की कई टीमें बनाकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई. टेक्निकल सर्विलांस और जांच के बाद पुलिस ने कुछ देर बाद एक आरोपी को दबोच लिया. इसके बाद शाम में एक-एक कर तीनों आरोपियों को दबोच लिया गया. पूछताछ के दौरान सचिन ने बताया कि उसने ही छात्रा पर तेजाब डालने की साजिश रची थी. इसके लिए उसने ऑनलाइन से तेजाब मंगवाया.
ये भी पढ़ेंः द्वारका एसिड अटैक केसः आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित, तीन हिरासत में
पुलिस को चकमा देने की थी योजनाः वारदात को अंजाम देने के लिए उसने दोस्त हर्षित और विरेंद्र को भी शामिल किया. विरेंद्र को सचिन का मोबाइल, उसकी स्कूटी और उसके कपड़े पहनकर दूसरे स्थान पर जाना था. ऐसा करने से पुलिस को लगता कि सचिन की लोकेशन वारदात के समय कहीं और की थी. सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर भी सचिन के कपड़ों से वह ही लगता.
सचिन ने बताया कि वह बार-बार छात्रा से बात करने का प्रयास कर रहा था, लेकिन वह उसे नजरअंदाज कर रही थी. इससे खफा होकर उसने छात्रा पर तेजाब डालने की योजना बनाई. पुलिस तीनों आरोपियों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है.