नई दिल्ली/गाजियाबाद: शनिवार को तीन बच्चे अचानक लापता हो गए. तीनों बच्चे अपने दोस्त की पार्टी में गए थे लेकिन वापस नहीं लौटे, जिसके बाद हड़कंप मचा हुआ था. पुलिस ने अपहरण की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया. आखिरकार पुलिस को कामयाबी मिली है. तीनों बच्चों को बरामद कर लिया गया है. इसके बाद बच्चों के परिवारों ने राहत की सांस ली है.
गढ़मुक्तेश्वर पहुंच गए बच्चे
मामला गाजियाबाद के वेवसिटी इलाके के इकला गांव का है जहां पर रहने वाले तीन बच्चे सुनील, विशाल और रविंद्र शनिवार शाम घर से निकले थे. तीनों अपने दोस्त की पार्टी में गए थे. लेकिन वापस नहीं लौटने पर परिवार परेशान हो गया. क्योंकि पूरी रात बच्चे घर नहीं लौटे थे. रविवार को भी उनकी तलाश जारी रही. इस बीच पुलिस ने अपहरण की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया. बच्चों की उम्र सिर्फ 13 वर्ष से 15 वर्ष के बीच है. तीनों के परिवारों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. खेल खेल में बच्चे घर से निकले और फिर गढ़मुक्तेश्वर पर गंगा किनारे पहुंच गए लेकिन वापस आने का रास्ता नहीं समझ आ रहा था, हालांकि किसी की मदद से वह वापस वहां से निकले और पुलिसकर्मियों ने उन्हें रास्ते में पहचान लिया. बच्चों की पहचान हुई और फिर उनके परिवार वालों को जानकारी दी गई. आखिरकार बच्चों के परिवारों ने राहत महसूस की है कि उनके मासूम वापस लौट आएं.
एक हफ्ते में तीसरा मामला, खेल-खेल में गायब हुए बच्चे
बच्चों ने खेल-खेल में न सिर्फ अपने माता-पिता, बल्कि पुलिस की परेशानी भी बढ़ा दी थी. गढ़मुक्तेश्वर में पिकनिक मनाना चाहते थे बच्चे, इसलिए घर से अकेले ही निकल गए. अगर बच्चे किसी गलत हाथ में लग जाते तो मासूमों के लिए बड़ा खतरा हो सकता था. आपको बता दें कि पिछले हफ्ते ट्रॉनिका सिटी से भी इसी तरह से 5 बच्चे खेलते खेलते जंगल की तरफ चले गए थे, जिन्हें पुलिस ने वक्त रहते ढूंढ निकाला था. वहीं कौशांबी में भी दो बच्चे खेलते खेलते गायब हो गए थे और दिल्ली से पुलिस ने उन्हें ढूंढ कर परिवार वालों को सौंपा था. मासूम बच्चों की खेल खेल में हुई गलती की वजह से उनके माता-पिता और पुलिस की परेशानी बढ़ जाती है. हालांकि राहत की बात यह है कि बच्चे सकुशल वापस मिल गए हैं. पुलिस ने भी बच्चों को समझाया है कि अपने माता-पिता को बताए बगैर कहीं भी जाना उनके लिए खतनाक हो सकता है.