नई दिल्ली: दो साल के कोरोना का दौर खत्म होने के बाद इस बार मुहर्रम का जुलूस निकाला गया. मुस्लिम समाज के लोगों का अति महत्वपूर्ण पर्व मुहर्रम मनाया गया. इस त्योहार को मातम के रूप में मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन मोहम्मद हसन और हुसैन की शहादत हुई थी. इस दिन बड़ी संख्या में ताजियों के साथ जुलूस निकाला जाता है.
मुहर्रम के अवसर पर पश्चमी दिल्ली में कई जगहों पर छोटे-बड़े अलग-अलग तरह के ताजिये के साथ जुलूश निकाला गया. इस दौरान ख्याला, राजौरी गार्डन, मोती नगर उत्तम नगर में बड़ी संख्या में जुलुश निकाला गया, जिसके साथ दर्जन भर से अधिक ताजिया भी साथ में थे. इस मौके पर काफी संख्या में हर धर्म के लोगों ने हिस्सा लिया और इस दौरान सिनी जिसे प्रसाद कहते हैं बांटा गया. मना ये जाता है की धर्म की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ते हुए हसन और हुसैन ने शहादत दी थी और यही कारण है की इसे मातमी त्योहार माना जाता है.
इस बीच ताजिये में तिरंगे को शामिल कर हिंदुस्तान की एकता को प्रदर्शित किया गया. इस दौरान कई इलाकों में सुरक्षा के इंटजम किये गए थे, कुछ इलाकों में जाम भी लग गया.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप