नई दिल्ली: दिवाली के त्यौहार में बसई दारापुर के लगे कूड़े के ढेर की वजह से लोग काफी परेशान हैं. दरअसल इस कॉलोनी और ईएसआई हॉस्पिटल के बीच के हिस्से में सड़क पर कूड़े का अंबार लगा हुआ है. यहां कूड़ाघर नहीं है मगर फिर भी काफी मात्रा में रोज कूड़ा फेंका जाता है. इसकी बदबू ना सिर्फ कॉलोनी में रहने वाले लोगों को परेशान करती है, बल्कि साथ ही में ईएसआई अस्पताल में भर्ती मरीजों की बीमारियों को और बढ़ा रही है. (Garbage piled up between Colony and ESI Hospital in Basai Darapur)
स्थानीय आरडब्ल्यूए और ईएसआई हॉस्पिटल यूनियन से जुड़े लोगों के साथ-साथ स्थानीय लोग इसके लिए सीधे-सीधे वेस्ट जोन एमसीडी के डीसी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उनका कहना है कि कई बार शिकायत के बावजूद इस समस्या का समाधान नहीं हुआ. ऊपर से वेस्ट ज़ोन के डीसी इलाके में चुपके से आते हैं और समस्या देखकर बिना आरडब्लूए और स्थानीय लोगों से मिले चुपचाप निकल जाते हैं. इस बात से स्थानीय लोगों में भारी नाराजगी है और उनका कहना है कि एक अधिकारी का ऐसा लापरवाह रवैया समझ से परे है. साथ ही साथ इस समस्या के लिए स्थानीय आरडब्ल्यूए और कॉलोनी और बसई दारापुर गांव में रहने वाले लोग नेताओं पर भी गंभीर आरोप लगा रहे हैं. उनका साफ तौर पर कहना है कि आने वाले एमसीडी चुनाव में इस इलाके से यह बड़ा मुद्दा बनेगा.
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ईएसआई हॉस्पिटल और कॉलोनी के बीच जो सड़क रिंग रोड पर आती है उसी सड़क के बीचो-बीच काफी दूर तक कूड़े का ढेर लगा हुआ है. मास्क पर प्रतिबंध हटने के बावजूद यहां से गुजरने वाले लोगों को या तो मास्क लगाकर या फिर नाक पर रुमाल या कपड़ा रखकर निकलना पड़ता है. लोगों की माने तो कई सालों से इस तरह की परेशानी है और दूर-दूर से कूड़ा लाकर यहां डंप किया जाता है. यह हॉस्पिटल के मरीजों और आम लोगों के लिए परेशानी बना हुआ है.
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